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Kh_Nazim
अपनों से वफ़ा की उम्मीद कर बैठा ! आज यादो की निकली है बारात, कही से अरमानों की डोली। नाज़िम बैठा है उसी जगह, जहाँ आज चली है गोली। #यादों #बारात #अरमानों #डोली #khnazim #गोली #Hindinojoto
Rajinder Raina
बात निकली तो बात चली होगी, कुछ खास महबूब की गली होगी। दर्दे जुदाई दबा के अपने सीने में, उदास सी सुनहरी शाम ढली होगी। खूब हंस रहा वो शख्स महफिल में, लगे अरमानों की होली जली होगी। कोई यूं ही नही बना करता है मोती, बूंद स्वाती की सिप्पी में पली होगी। तभी तो वो उठा रहा है ऐसे उंगली, सच यही उसकी दाल न गली होगी। बेशक खूब सजी है महफिल लेकिन, यूं सबको रैना"की कमी खली होगी। ...... . .रैना ©Rajinder Raina अरमानों की होली
Writer Shiv
लड़किया प्यार करती है पर इजहार नहीं और इसी प्यार में लड़के अपनी जिंदगी बरबाद कर लेते हैं ©Writer Shiv अरमानों की टोली #janmaashtami
सुसि ग़ाफ़िल
अरमानों की डोली हो या फिर ग़मों का बियाबान , ज़िंदगी इस तरह गुजरी ज़हरीले हो गए अरमान । 💔 अरमानों की डोली हो या फिर ग़मों का बियाबान , ज़िंदगी इस तरह गुजरी ज़हरीले हो गए अरमान ।
Akash Chaurasiya
बदरंग सी लगने लगती है, वो होली भी जब संग न हो खेलन को अपनो की टोली!!! #संग होली हो अपनो की टोली
BANDHETIYA OFFICIAL
बरसाने की होली, बरस जाने की होली। तड़पें न दूर, देखे- तरस जाने की होली, कहीं तो होगी लाल, मांग न सही रंग गाल, लाली सिन्दूर की सोच, सपना दिख जाने की हरकत भोली। आता है आये खाब, आने दे रख न अजाब, आंखों में डोरे डाल, उछाल डोरी रिश्ते की हो उठे डोली। ©BANDHETIYA OFFICIAL होली डोली का सबक । #Holi
Satish Chandra
रात बहुत तन्हा है, गुमसुम सी है, मायूस है, घबराई सी है, काँप रही है; ठंड लग रही है शायद उसे। देना ज़रा मेरे अरमानों की पोटली, जला दूँ उन्हें थोड़ी गर्माहट सेक लूँ। अरमानों का अंत नहीं, अंत में अरमानों की अर्थी उठ जानी है। #अरमान #YQdidi #SattyMuses
maher singaniya
सपनों की दुनिया को जीतने के लिए, काश ! हमने वास्तविकता को थोड़ा पहचान लिया होता...... आसमान को छूने के अरमान लिए, काश ! हमने जमीं की अहमियत को पहचान लिया होता..... चुर हो गए हम इतने जीत का जश्न मनाने के लिए काश ! हमने हार को भी कभी ध्यान से पढ़ लिया होता... जीते थे शान से कभी जिस हंसी को मुख पे लिए, काश ! हमने आज सपनों के बोझ तले उस आज दफन ना किया होता..... अरमान सजाया था जिस जीवन को शान से जीने के लिए, उन्हीं अधूरे अरमान के साथ आज मृत्युशैया पर लेटे यह सोच रहे थे, काश ! हमने यह जीवन थोड़ा जी लिया होता...!! ©maher singaniya अरमानों की दुनिया...