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Sourabh Rampuriya
My Bicycle साइकिल के साथ भी एक समय जबरदस्त याराना था, हर रोज सुबह तैयार होक उसी से स्कूल जाना था। साथ होती थी यारों की टोली मिलकर दौड लगाना था। अब बाइक है कार है पर जो समय साईकल पे बिता वही सुहाना था।। ©Sourabh Rampuriya #साईकल #WorldBicycleDay2021
motivation
साईकल सीखा था कैंची चलाना फिर डंडे पर और फिर गद्दी यह एक सफर था जो पूरा होना था लेकिन चैन उतरी सफर अधूरा ही रहा। -सुनील चौधरी #साईकल #कैंची
Ashutosh Kumar
बचपन और पहली साइकिल "जितनी ठोकरें मिलेंगी उतने क़ाबिल होगे" इतना तो हमें बचपन की पहली साइकिल ने ही सीखा दिया था।। @बचपन @पहली साईकल
Rajnish Sharma
इक वक्त था इक साइकिल से दुनिया घूम आते थे अब हवाई जहाज भी कम लगता है साइकल
somnath gawade
कधी ती गरिबांच्या पोटाची सोय होती; तर कधी पोट सुटलेल्या श्रीमंतांच्या आरोग्याची किल्ली होती. 🚲🚲🚲🚲🚲🚲 #सायकल
Rishabh Mehta Rishi
जिंदगी की साइकिल पर हमेशा मारते रहो पेडल, भले जिंदगी में कभी न मिले कोई मेडल । #सायकल
Manku Allahabadi
वो जो तेरा यार है, जिसके पास कार है, उसका हमपे बहुत आभार है, तेरी खुशी में ही तो मेरा उद्धार है, तेरे प्यार के हमपे इतने परोपकार है पता है, हमारी इस "साईकल" को भी तुमसे बेहिसाब प्यार है साईकल #bicycle #love #emotionalfool #memories #tears
maher singaniya
My Bicycle जिंदगी साईकिल की जैसे हैं सवारी हम वक्रत है संभलने की बेकरारी, आगे देख और मार तू पैदल पे पैदल, देखना है नीचे है गिरने की तैयारी, गर तू चाहे पूरे हो सब तेरे सपने, एक घंटी भी लगा हैंडल पे अपने, घंटी बजा सबको बता मैं आ रहा हूं, तुम बचो मैं बचता बचता जा रहा हूं हट जाओ रास्ते से मेरे दुनिया वालो, रफ़्तार रफ्तार अपनी मंजिल पा रहा हूं, घंटी मारे बिन जो तू निकले गा ढिकरा, पाये गा साइकिल को तू रास्ते पे बिखरा, आ भिड़े गा तुझ से कोई शख्स तगड़ा बेवजह का तुझ को लग जाये गा रगड़ा । साईकिल उठा सिटी बजा और गीत गा तू, अपनी जानेमन को भी संग ले के जा तू, मस्ती में जीवन की साइकिल को चला तू, साइकिल में लाज़िम है तेरे बुरेक होना वरना पड़ सकता है तुझ को खुद को खोना, सामने आती हो भारी गर सवारी, तूने साईकिल गलती से उस में दे मारी, आखिरी तेरी खता हो सकती हैं वो, बेवजह खुशियों को अपनी खोना काई को, समझ तू जीवन भी है साईकिल चलाना, आती जाती सांस के पैदल घुमाना, चलते रहना हो तो बस चलते ही जाना, रुकना हो तो जबत की बुरेक दबाना, जिंदगी है वक्त की साइकिल सवारी, मौत क्या...? साइकिल से आगे गुज़र जाना । ©maher singaniya साईकिल #WorldBicycleDay2021