Find the Latest Status about उन्होंने बोला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उन्होंने बोला.
Nikhil Kumar
सखी एक मन बसे है बाबुल की आंगन एक मन भागे है पिया के गांव रे सखी पिया का गांव है मनभावन और दिल में बसे है बाबुल का छांव रे मां का आंचल छूटे नहीं बापू का प्यार दुलार याद आए एक मन कहे नहीं जाना मैंने पर है पिया की याद सताए उलझन में मन है, खेले है जिया क्या दांव रे सखी बाबुल का आंगन पराया जाना है पिया के गांव रे ©Nikhil Kumar #feelings_of_newbride #nikku_writer note- यह रचना हमारी एक भाभी जी के कहने पर मेरे द्वारा लिखा गया है😌 वो अपने मायके से आ रहीं तो उन्होंने
Ayushi Shukla
अगर हम बर्गश्ता करेंगे,तो कैसे रह पाओगे मुँह फेरने को बोल दिया, ख्वाबो से कैसे भुलाओगे तुम तो मेरी यादों के तले जी लोगे अकेले ही मगर आकर पल -पल, मेरी यादों में मुझे सताओगे इतनी बेरुखी से सब कुछ बोल दिया तुमने देखना हम से दूर जाकर, तुम हर पल पछताओगे हाँ.! कभी, जिन्हे पूरा होना था हक़ीक़त में वो सपने तुम हर रोज- रोज, ख्वाबों में सजाओगे तुम्हारा दिल जब जिक्र करेगा तुमसे हमारा तब तुम तसल्ली देकर दिल को कैसे समझाओगे सवालों का सिलसिला यूँ ही बढ़ता ही रहेगा पर जब हम मिट जायेंगे, तब तुम भी रो जाओगे FIRSTLY THANKS TO ABHINAV BHAIYA FOR INVITE ME FOR COLLABORATION 🤗🤗🤗 इस लेखनी को कोई सीरियस न ले लेना, सिर्फ अभिनव भैया को ही लेने देना 😱😱😱
Devang shukla
................. ताकि दुबारा मुझे अपनी नौकरी की वजह से अपनी मोहब्बत को ना खोना पड़े। [ Read full story in caption] ये उन दिनों की बात है ,जब मेरी नई नई नौकरी लगी थी। वही कोई 12000, रुपए मिल जाते थे। और जिनमें से आधे घर भेजता था। पर बहुत खुश था थोड़े से रु
Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
Shree
भोला-सा, धुंधला-सा बचपन /अनुशीर्षक उधर बालकनी के रोशनदान में से चिड़ियां अपने बच्चों के लिए दाना लेने जाने लगती तो सारे चूज़े एक साथ चिड़िया के पंखों की सरसराहट की आवाज के साथ
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat बुरा मत देखो बुरा मत सुनो बुरा मत कहो इसमें हम कहा तक सीमित है क्या जवाब दारी के हकदार बने कैप्शन जोड़ें Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat My life story already Published in National international Magazines Awarded for best Inspiring story for Si
Hrishabh Trivedi
"खत" 😊अनुशीर्षक में पढ़े😊 कल मुझ पर एक इल्जाम लगा, कि तुम प्रेम नहीं लिख सकते...... मैंने स्वीकार भी किया, मगर फिर भी कुछ बड़े प्यार से लिखा है आप लोगों के लिए, पूरा
Varsha ✍️
मौन स्वीकृति #Nonotoapp#Nonotonews मैं दीप्ति,, माँ पापा की बिट्टो,, ये मेरी कहानी है, पापा अक्सर बीमार रहते थे, उन्हें कई बार हॉस्पिटल में भी एडमिट कर
जगदीश निराला
कैसे मारोगे मुझे. पुतला बनाकर.याअपने भीतर मुझे छुपाकर. जब जब घंमन्ड करते हो क्रोध में पर नारी पर कुदृष्टि डालते हो तब मैं तुम्हारे भीतर बैठा मुस्कुराता रहता हूं। मुझे पता है तुम सब रामायण पढ़ने का नाटक कर.मां बाप को अपमानित कर अपनेहीभाईयोंं से झगड़ते हो तो मैं समझ जाता हूं मार दिया है आप लोगों ने अपने भीतर बैठे राम को। अपना लिया है मेरी संस्कृति को इसीलिए मैं सर्वत्र व्याप्त हूं। अहंम लंकैश मार दिया तुमने क्या रावण जगदीश निरालाःमांगरोल रावण बोला