Find the Latest Status about बीवियां है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बीवियां है.
kumar vishesh
कविता मां बाप के लिए आफत हो रही है मां-बाप काम करते हैं औलाद सो रही हैं वो बच्चा क्या सुधरेगा 9:00 बजे तक सो रहा है बिस्तर से उठा नहीं चाय को रो रहा है कर्म हीन से कुल की सब मर्यादा बिगड़ जाती है ज्यादा लाड प्यार से भी औलाद बिगड़ जाती है औलाद को सुधारने की मशीन ₹11000 में आएगी औलाद को सुधार का मशीन बेचोगे ओएलएक्स पर बिक जाएगी ज्यादा दिन कुंवारा रहना खोटा नहीं है शादी के बाद उलझो का टोटा नहीं है पुराने शादीशुदा से पूछ लो कितनी आफत हो रही है कहने में नहीं आ रहा आत्माएं रो रही हैं जमाना खराब महंगाई बहुत हो रही है आजकल दो बीवियों को रखने वालों की मौतें हो रही हैं दो बीवियां रखने वालों की तो मौत हो रही है
~anshul
मोबाइल फोन में हिन्दी और इंग्लिश Keyboard, इस्तेमाल करना भी दो बीवियां सम्भालने जैसा है। #बवाल मोबाइल फोन में हिन्दी और इंग्लिश Keyboard इस्तेमाल करना भी दो बीवियां सम्भालने जैसा है indu singh Heart beat..... 💞 Shivangi Bist Kaju Gauta
SNAKE CATCHER ABID
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
जहर ज़िंदगी अब पिलाने लगी है । नये ख्व़ाब मुझको दिखाने लगी है ।।१ जली रोटियों का करो शुक्रिया तुम । तुम्हें बोलना वो सिखाने लगी है ।।२ भरोसा बहुत था तुम्हें आज जिस पर । वही आज तुमको मिटाने लगी है ।।३ किसे याद हैं लोरियाँ आज माँ की । जिसे बीवियां अब सिखाने लगी है ।।४ ज़रा देख लो तुम कभी उन घरो को । जहाँ औरतें मान पाने लगी है ।। ५ कभी जो इशारों में करती थी बातें । सुनों अब मुझे वो सताने लगी है ।।६ मुहब्बत प्रखर से जताकर सनम भी । नज़र गैर से फिर मिलाने लगी है ।।७ २१/११/२०२२ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR जहर ज़िंदगी अब पिलाने लगी है । नये ख्व़ाब मुझको दिखाने लगी है ।।१ जली रोटियों का करो शुक्रिया तुम । तुम्हें बोलना वो सिखाने लगी है ।।२ भरोस
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
Maa MY FIRST poetry on MOM HOPE YOU LIKE माँ क्या है? माँ नूर है,हूर है माँ बेटे का गुरूर है। माँ दीप है,रूप है,धूप है। माँ नदी है,रती है सती है। माँ मन है,धून है, जूनून है। माँ दूर है,पास है,एहसास है। माँ अस्ल है,नस्ल है,वस्ल है। माँ प्यार है,व्यवहार है,संसार है। माँ सागर है,साहिल है,सैलाब है। माँ मंजिल है,रास्ता है,वास्ता है। माँ दौलत है,हसरत है,इनायत है। माँ चाहत है,आदत है,मोहब्बत है। माँ इबादत है,इज्ज़त है,इजाजत है। माँ सजदा है,मेहताब है,आफताब है। माँ अभेद्य है,अखंड है,प्रचंड है। माँ शब्द का अंत नही, माँ तो अनंत है। ~अंकुर (Dear Comrade) माँ क्या है? माँ नूर है,हूर है माँ बेटे का गुरूर है। माँ दीप है,रूप है,धूप है। माँ नदी है,रती है सती है। माँ मन है,धून है, जूनून है। माँ द