Find the Latest Status about रपट लिखवाई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रपट लिखवाई.
Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
बड़ी तफसील से रपट लिखवाई उन्होने मेरी गुमशुदगी की, मैं कतरा कतरा बरामद हुआ उनकी आँखों के कैदखानो से, ___________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, बड़ी तफसील से रपट लिखवाई उन्होने मेरी गुमशुदगी का मैं कतरा कतरा बरामद हुआ उनकी आँखों के कैदखानो से
Riya Vir Robert
🅼🆄🅺🅴🆂🅷 🅶🆄🅿🆃🅰
लिखवानी है रपट हमको, किसी के गुनाह की, हमारे हक के कुछ लम्हे, कल रात चोरी हो गये।। लिखवानी है रपट हमको, किसी के गुनाह की, #mukeshguptaquotes #lovequote #love #shayari #bestshayari #broken #hindi #gazal #urdu #poem
Himanshu Prajapati
हम सवाल करते रहे, मेरे भाई ने उसको पीट के बवाल कर दिया, मामला जाता रपट तक उससे पहले उसने हलाल कर दिया..! ©Himanshu Prajapati #quotation हम सवाल करते रहे, मेरे भाई ने उसको पीट के बवाल कर दिया, मामला जाता रपट तक उससे पहले उसने हलाल कर दिया..!
Technocrat Sanam
सुनो..रपट लिखानी तुम्हारे खिलाफ़ दिल लापता है तुमसे मिलने के बाद ©technocrat_sanam तुमसे मिलने की बात कहकर निकला था दिल अभी तक लौटा नहीं वापस सीने में Hme shak h.. Bss jra sa 😅🤗🤗😆😂 #रपट #cinemagraph
Mänish Kümär
आए दोस्त तुने भी क्या खुब दोस्ती निभाईं, हमारे ही हाथों से अपनी तक़दीर लिखवाई, था जो भरोसा हमें अपने दोस्तों पे, आख़िर उन्ही दोस्तों ने आज हमसे बेवफाई निभाईं, आए दोस्त तुने भी क्या खुब दोस्ती निभाईं, हमारे ही हाथों से अपनी तक़दीर लिखवाई, था जो भरोसा हमें अपने दोस्तों पे, आख़िर उन्ही दोस्तों ने आज ह
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
Funny Singh🐼
योगी जी, जहाँ आप स्पीच दे रहे हो, कृपया, उस हॉल की light off कर दें। ताकि आप और आपके साथियों की गंजी चाँद ना चमके😜😂😂 Then Yogi Ji 😱 : 👇👇👇👇 Aaye haaye, मक्खी तो रपट रही है सिर से😜😂😂😂🤣 This meme is #justforfun😝 #funnysingh #yogi #ganji_chaand HappyBirthdayMeme to #YogiAdityanath.
SARAS KUMAR poetry
सखी री बैरन है परदेश हमसे मोरे सजन छूट गए जितने सजे सपन टूट गए अब विरहा को भेष सखी री बैरन है परदेश। मैं न आती इन गलियाँ खूब भीड़ है रंग रलियाँ पकड़ लें आये केश सखी री बैरन है परदेश । मैं बच बैठी दूजे से गलती हो गई पूछे से पिया दिखे सुरेश सखी री बैरन है परदेश। भूल हो गई जाने में रपट लिखाई थाने में गोरो रंग श्वेत केश सखी री बैरन है परदेश हमसे मोरे सजन छूट गए जितने सजे सपन टूट गए अब विरहा को भेष सखी री बैरन है परदेश। मैं न आती इन गलियाँ
Aakash Verma
कच्ची उम्र की मोहब्बत थी साहब फिर क्या कुछ पक्के लोगो ने आके तोड़ दी🥀💔 ©Aakash Verma लगता है सभी ने चोट खाई है इश्क साथ फिर भी तन्हाई है मल्लाह को यकीं था जिस पर उसी दरिया ने कश्ती डुबोई है खुदा समझा था हमने जिसको उसके धोके