जहां की खुशियां मुझे मिले
यह मेरी ख़्वाईस नहीं
ख़्वाईस इतनी है
देश सदा आजाद रहे
उसका नाम विश्व में अमर रहे
कल मैं न रहूं
पर मेरी खुशबूओं से
हिंदुस्थान महकता रहे
✍ कमल भंसाली महक
महक
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arvind bhanwra
झरोखो से झांका,
कुदरत नाजिर पाई,
दुर हरियाली की सौंधी महक,
तन बदन मे स्फूर्ति छाई।
arvind bhanwra महक