Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सावन बसंत बहार Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सावन बसंत बहार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सावन बसंत बहार.

    PopularLatestVideo
7179661ae743c76e20a10192ff7a62bc

Rahul Saraswat

तेरी यादों के सावन में 
पतझड़ ना आ जाए कहीं
बसंत बन तुम आया करो
बहार की तरह छा जाया करो  #पतझड़#सावन#बसंत#बहार#yqdidi
8c55e99d6e1c84ec26436012abe92440

Nikhil Kumar

क्यूं उलझन में रहते हो
क्यूं आंख है नम क्यूं हो इतने गम के मारे
सब ठीक हो जाएगा मैं हूं ना साथ तुम्हारे

जरा देखो आस पास तुम्हारे 
नदी पेड़ झरने पंछियों की चहचहाहट 
फूल कलियां और खुसबू
खुला आसमान उनमें झिलमिल करते सितारे 
कुछ कहते हैं हमसे 
ये खूबसूरत नज़ारे...

read in caption

©Nikhil Kumar इन सब में ज़िंदगी के रंग हैं
अभी बहुत कुछ सीखना है हमें
जिंदगी जीने के सबके अपने अलग ढंग है
पतझड़ सावन बसंत बहार मौसम गुजरते हैं
पेड़ टूट जा

इन सब में ज़िंदगी के रंग हैं अभी बहुत कुछ सीखना है हमें जिंदगी जीने के सबके अपने अलग ढंग है पतझड़ सावन बसंत बहार मौसम गुजरते हैं पेड़ टूट जा #Poetry

39 Love

1743841a686156302ee06fd4dad36605

Suchita Pandey

"अभिव्यक्ति - 4"
"मौसम"
पतछड़-सावन-बसंत-बहार, ऋतू के  मौसम चार। 
"पतछड़" न कोई हर्ष, न उल्लास , न  आशा  की 
कोई  फूटती कोपल । 
पतछड़  संग  लाते  हो  तुम, कुंठित सवेरा, सूखी 
दोपहरी, एकांकीपन की सांझ। 
"वर्षा-सावन" के  ये  मनमोहक  बादल,  लाते  हैं 
बारिश का यह जल।
देख मन  इन्हें  होता प्रफुल्लित, वर्षा न हो तो मन 
हो जाता है विचलित। 
"बसंत-बहार"ऋतुओं का राज है,रंगीला मिज़ाज़ है। 
कुसुम  का ताज पहनकर आया ये बसंत-बहार है । 
पूनम आकाश में, ऊर्जा के प्रकाश में, 
कविता का मधुमास बनकर, आया बसंत-बहार है ।  #अभिव्यक्ति_4
#मौसम_वर्णन 
#pennpopcorn #pnphindi #pnp041020 #pnpabhivyakti4 #yqbaba 
"अभिव्यक्ति - 4"
"मौसम"
पतछड़-सावन-बसंत-बहार, ऋतू के  म

#अभिव्यक्ति_4 #मौसम_वर्णन #pennpopcorn #pnphindi #pnp041020 #pnpabhivyakti4 #yqbaba "अभिव्यक्ति - 4" "मौसम" पतछड़-सावन-बसंत-बहार, ऋतू के म #सुचितापाण्डेय

0 Love

59aa299f86b51e6559e56295ffb18d7b

Ayush kumar gautam

क्या सावन,बसंत और बरखा बहारों की हमने तो तुम्हे बे मौसम ही पुकारा है
दरख्त ओ दीवारों पर लिखा नाम सिर्फ तुम्हारा है
कहने को तो बहुत आशिक हैं जमाने में
तुम्हे तो मोहब्बत के हर पहलू से रुबरू कराने वालो मे नाम सबसे पहले हमारा है

आयुष कुमार गौतम क्या सावन,बसंत बरखा बहार की.........

क्या सावन,बसंत बरखा बहार की.........

19 Love

8d54cc5bace10447a7a0291cd91ce9f2

Vinod Mishra

शिव भावन मन भावन सावन,पावन स्तुति करहिं सकल जन
   @

शिव भावन मन भावन सावन,पावन स्तुति करहिं सकल जन @ #समाज

46 Views

c9449a9f1d658e5f17bf28eac8ca1537

Miss Kamlani

पत्तियों से क्या सीखना चैहिए?

बस समय के चलते रहो.. चाहे पतझड़ हो या वसंत बहार बस झूमते हस्ते गाते रहो।

©Miss Kamlani
  #Pattiyan #पतझड़ #सावन #वसंत #बहार #जीवन #लोग #विचार #अनुभव #संवेदना

Pattiyan पतझड़ सावन वसंत बहार जीवन लोग विचार अनुभव संवेदना

65 Views

32a79b16cb3b934338d6b24c0a18a0e0

BANDHETIYA OFFICIAL

बसंती हवा !
# बसंत पंचमी

बसंती हवा ! # बसंत पंचमी #ज़िन्दगी

96 Views

817585cea4d4706514cc0c27d782e693

Satish Kumar Meena

Natural Morning सरोवर के मध्य में गोरी!,कमल सी खिल जाती है।

बसंत बहारे नैनों में,सोये यौवन को जगाती है।। 


चमक-चमक पानी की धारा,केशों से झरती हैं,

धीरे-धीरे बूंद-बूंद से, गले में माला पिरती है,,

हिरनी जैसी पलकों में,केश उलझ से जाते हैं, 

तेरे कोमल हाथ उन्हें,एक नाग समझ छुडाते हैं,,


चंदन जैसे तन से लिपट,हवा महक उडाती हैं। 

बसंत बहारे नैनों में,सोये यौवन को जगाती है।। 


कौआ फेंके तोड़ के कलियां,गोरी तेरी राह में,

कोयल गीत सुनाती जाये,आ साजन की बाँह में,,

सांझ में तू साजे कितने,कैसे-कैसे सोलह श्रृंगार,

खिले पुष्प की तरह नरम,क्यों करें मन को अंगार,,


चाँदनी रात भी तेरे बिना,अमावस्या हो जाती हैं।

बसंत बहारे नैनों में,सोये यौवन को जगाती है।। 


प्रेम हार पहनाया तुझको, प्रेम जाल नही फैलाया, 

चाह रखी तुझको पाने की, कहके प्रेम जताया,,

 मैनें मुझको कर दिया अर्पण,पावनता जब देखी,

प्रेम-लेख सारा लिखा,जब कलम ने स्याही फेंकी,


गंगा जैसी तेरी सोच से,मेरी सोच मिल जाती हैं। 

बसंत बहारे नैनों में,सोये यौवन को जगाती है।।  बसंत बहारे

बसंत बहारे #कविता

20 Love

02f6b68fe17c86245ca3cd971e191ac6

Narendra Sonkar

*बसंत के बहार में*

हवा चली
पत्तियां चलीं
पेड़ भी थिरकने लगें
प्रकृति मदहोश थी
बसंत के बहार में

प्यार का प्रथम बार  
अंकुरण जब हो रहा था
कण-कण धड़क रहे थे
प्यार के इजहार में

हर्ष था उल्लास था
प्रेम और विश्वास था
धड़कनों में चाह थी
प्रस्ताव था व्यवहार में

रंग था उमंग था
मिजाज बड़ा चंग था
दोस्ती की आड़ थी
प्यार की दरकार में 

ईर्ष्या न द्वेष था
छल न फरेब था
हर प्राणी मस्त था
जीत और हार में 

प्यार का प्रथम बार 
अंकुरण जब हो रहा था
प्रकृति मदहोश थी 
बसंत के बहार में

©Narendra Sonkar *बसंत के बहार में*

*बसंत के बहार में* #कविता

18 Love

1fbd46a59c6168141f9d483859f56520

Sp"रूपचन्द्र"✍

वो कम्बख्त अब इस बसंत की बसंती हो रही है,
क्या पता उसे ?? जो मैने यहाँ जुबान पर कुछ खामोशी खिला रखे हैं....!!
                                                                -Sp"रूपचन्द्र"

©Sp"रूपचन्द्र"✍ #बंसत #बसंती 
#flowers
df8dcc6782c66e74c4980138598d6b2a

Archana pandey

सावन की प्रथम दस्तक स्वागत है
आनन्दित हृदयतल से😊
'कोयलिया फिरि-फिरि कूकै
मयुर पाँख फहरावैं रे
बलखावत मैना कहे 
पिया सुआ घर आवैं रे'...
अर्चना'अनुपमक्रान्ति' 
(सुआ-तोता)

©Archana pandey सावन आया साजन लाया..

सावन आया साजन लाया.. #कविता

8 Love

60d4a7476d0ba9ffb8a843c6ca365284

Deepa Didi Prajapati

सद्गुरु की संगति में
बड़े बड़े संकट भी टल जाते हैं।
किंतु गुरु पद का दूरुपयोग
करने वाले ढोंगियों की संगति
बर्बाद कर देती है।
संत भेषधारी असंतों की
पहचान करना मुश्किल होता है।

©Deepa Didi Prajapati #संत-असंत

15 Love

6993332fc0a528a8661fa92ae9e8fdbf

Sunita Bishnolia

#बसंती रुत #वसंत

106 Views

cf37a2b5d6393fa94196ac24f0c59cb9

Sunita Sharma

मेरे फ्रेंडस आपके लिए

©Sunita Sharma
  # वक्त
#जेब
# सिक्के
# पतझड़
# बसंत
# सावन
# रूहानी प्रेम

# वक्त जेब # सिक्के # पतझड़ # बसंत # सावन # रूहानी प्रेम

205 Views

246a6ac25f9fcc0d1119122481721922

Girja Nandan

#kuchlafz बसंत कहूं रितु कहूं या कहूं सावन

#kuchlafz बसंत कहूं रितु कहूं या कहूं सावन

1,438 Views

b7f2712e7f8ee408da377bd26299dd53

Rishika ishita【 Dil ki bat】

सावन आया मन भावन आया
महादेव के भक्तों का त्यौहार पावन आया

©Rishika ishita【 Dil ki bat】 सावन आया मन भावन आया
महादेव के भक्तों का त्यौहार पावन आया

#Maha_shivratri

सावन आया मन भावन आया महादेव के भक्तों का त्यौहार पावन आया #Maha_shivratri #शायरी

18 Love

587b1e517fd905322f8a8b2236887c91

Ek Lamba safer with Adarsh upadhyay

बसंत आया बहार आई
तेरे यादों की फुआर आई
मैं चुप सा बैठा सोच रहा था
जानें कब कलियों पर भौरों की गुंजार आई

©Ek Lamba safer with Adarsh  upadhyay #titliyan #poatry बसंत आया बहार आई

#titliyan #poatry बसंत आया बहार आई #Poetry

25 Love

c9c70f028e3ab27bd8348c1229acbd51

Ashraf Ali

( बसंत ऋतु की बाहर )
" बसंत ऋतु ने लाई ये कैसी निखार,,,
बसंत ऋतु ने लाई ये कैसी निखार,,,।
गर्मी के तेज दहकती धूप  से जल गया था ।
हरा भरा सुन्दर सा मेरा ये बागवान ,
मुर्झा गए  पेड़ , पौधो सुखे में पड़ गया था पूरा संसार ।
ये देखकर धुंधला सा हो गया था मेरा मन ।
जब था तेज धूप और गर्मी का मौसम ,
 जल रहा था , मासूम  नन्हे मुन्ने हरे भरे घास पूस  ,
फूल फल  और पेड़ पौधो के घर आंगन ।
जिधर देखो उधर ही छाई हुई थी सुनसान ।
 छोटे से छोटे और बड़े विशाल से विसाल  जीव जन्तु,
 पेड़ और पौधे आदि सभी में मच रही थी ,
हाहाकार । 
चारो तरफ हो गई थी उजाड़ ,
तब जाकर आया बसंत ऋतु की बाहर ।
 rim झीम बारिश की बौछार,
बसंत ऋतु ने लाई ये कैसी निखार ।,,,,,,,
,,,,,,,,,kaisi निखार,,।

©Ashraf Ali बसंत ऋतु की बाहर ,#oneseasone.

बसंत ऋतु की बाहर ,#oneseasone.

13 Love

28073ec3ed636f4737665ae73fdff76f

deepak sahu

खुदा करें बहारों का फिर से मौसम आये,
मैं बिछड़ू उससे और सावन आये।।
                    -दीपकप्रेमी'विरह' @सावन 
#सावन #खुदा #बहार #मौसम #nojotohindi #nojotovoice #sher #shayari #2liner #deepakpremi
34c51e146136a8c9655959f92b793d1d

Vidhi

ओ मेरी जमात के कवियों
ये सच है
बसंत की चाल
कुछ बदली बदली सी है
उसके रातों की नींद
आजकल उड़ी उड़ी सी है
मग़र इसके लिए
उसकी हरकतों को आवारा ना कहो
बसंती के हुस्न पे कविताएँ मत लिखो
क्योंकि अभी तो परीक्षाओं की घड़ी है
और इसीलिए सबकी धड़कनें बढ़ी हुई हैं
बढ़ती बेरोजगारी में रोमांस का वक़्त
ना अभी बसंत के पास
और बसंती को भी है काम हज़ार
वो नहीं है सबके मोहब्बत की दुकान
 #challenge #बसंत #बसंती #परीक्षा #मोहब्बत #रोमांस #समय #YQdidi #YQbaba
a7933825f228c9f74b469427c0ebcc84

santa shree totaram ji maharaj

संत औऱ बसंत में 1ही समानता है
#ILoveCricket

संत औऱ बसंत में 1ही समानता है #ILoveCricket

37 Views

31286d96fa89c91b1e15ed23c5c97325

Rajesh vyas kavi

बरसा बरसा सावन_
फिर भी प्यासा मन।
विरह _ वेदना तन को जलाए,
कब आयेंगे साजन।।
धरती पर हरियाली छाई।
झरनों ने आवाज लगाई।।
नाचें मयूरा _ कोयल कूके,
आवाज मेरी भरमाई।।
उपवन सूना_ सूना मेरा आंगन,
कब आयेंगे साजन।।

© Rajesh vyas kavi सुनो मेरे साजन __
बरस रहा सावन ,
#सावन 
#बरसात 
#विरह 
#प्यास  
#शायरी

सुनो मेरे साजन __ बरस रहा सावन , सावन बरसात विरह प्यास शायरी

7 Love

7b66abe8aad18a87d4e236b203e4c14f

Ek villain

जनवरी का महीना कभी-कभी गुजरा हुआ में शीत लहर के जो रहे थे सौभाग्य से सामने वाले फ्लैट में कोई कुत्ता नहीं रहता पर दुर्भाग्य तो उसको लेट में कुत्ते से भी बड़ा एक आदमी रहता है बूढ़ा बूढ़ा गलत रहता है मैंने बालकनी से पसंद का जायजा लेना चाहता हूं उसकी बूढ़े की आवाज सुनकर मैं मन कुंठित हो उठता हूं मैं बालकनी के द्वार बंद कर घर के भीतर आ गया किचन में पत्नी बड़ा वाला है 3:00 हॉस्पिटल बसंत कब आएगी अब सारा काम पड़ा है कभी-कभी तो रुला देती है वह संत ने इस वतन के ख्यालों में खोया पूछ रहा हूं कि मुझसे कुछ कह रही हो क्या मैं अपने स्वभाव में बसते कहती है मैं अभी वसंत की छुट्टी कर ही रहूंगी देखो तो बना 11:15 बज गए लेकिन अभी तक पसंद नहीं आया थोड़ा धीरज रखो पसंद तो आ ही रहा है बसंत भी आ जाएगा मुझे प्राणों से भी पसंद की प्रतीक्षा और पत्नी को मुझसे भी पसंद की इंतजार बसंत के कारण कोई काम नहीं रुक रहा है यदि पसंद नहीं आई तो घर में झाड़ू नहीं लगेगी ना बर्तन साफ होंगे पत्नी आदेश देती है देखो बसंती देख तो नहीं रही है मैं अपनी दृष्टि का विस्तार को चारों ओर खुला छोड़ देती हूं तभी मैं क्या देखता हूं वसंत आ रही है मुझे प्रतीक्षा बसंत की है आ रही है बसंती सच्चाई है सोचिए यदि और बसंती तो मुझे घर के बर्तन साफ करने पड़ते

©Ek villain #वसंत या बसंती का आना

#promiseday

#वसंत या बसंती का आना #promiseday #Society

6 Love

9d8613e41e6ec3a9b877347d45696a81

Mohanbhai आनंद

आईना ए हुश्न,  बरकरार हो,
पतझड़  नहीं  बसंत बहार हो;

दिल ए नूर, गजब हो रूहानी,
जिंदगी आपकी, बसंत बहार हो;

गुल सा हंसी, मुस्कुराते  रहेना,
होंठों पर आपके,बसंत बहार हो;

मिले खुशी का पैगाम ए महोबत,
हकीकत होनहार, बसंत बहार हो;

मैं मैं डुब जाए,   तूही एकतार हो,
महेफुस हरपल   ,बसंत बहार हो; #shore 
आईना ए हुश्न,  बरकरार हो,
पतझड़  नहीं  बसंत बहार हो;

दिल ए नूर, गजब हो रूहानी,
जिंदगी आपकी, बसंत बहार हो;

गुल सा हंसी, मुस्कुराते 

#shore आईना ए हुश्न,  बरकरार हो, पतझड़  नहीं  बसंत बहार हो; दिल ए नूर, गजब हो रूहानी, जिंदगी आपकी, बसंत बहार हो; गुल सा हंसी, मुस्कुराते 

11 Love

fec08f697605c7735ad48a2e3ad1c16e

Bidyut

सावन की बारिश और भादों की बहार
नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार

©Bidyut
  Radhe Radhe सावन की बारिश और भादों की बहार
नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार.

Radhe Radhe सावन की बारिश और भादों की बहार नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार. #समाज

31,851 Views

4cd3244d1ba92141f458396e11f81739

Sanatan Dwivedi

स्वरचित-भजन
मनाबा भोले बाबा का,आवा है सावन।
मिलजुल करा सब,जीवन का पावन।।2
होत प्रसन्न हां औघड़दानी।
   करत न अबेर हां शम्भू भवानी2
चला सब चला,मिलके सब काशी
मनावा भोले बाबा का .....
विद्या के दान दैके,अभय के वरदान द।
करी सेवा जन जन के,अइसन तू काम द।।2
अब अपने चरणन के,दास बनावा
मनाबा भोले बाबा का,आवया है सावन
मिलजुल करा तू,जीवन का पावन।। सावन के पावन अवसर पर छोटा सा प्रयास

सावन के पावन अवसर पर छोटा सा प्रयास

2 Love

62d8bac377f9dc33e2bb1111557df3e5

Pankaj Singh Chawla

आए हो तुम आज सावन बनकर,
प्रीत में तोरी साजन मैं बैठी जोगन बनकर,
हाथ मेहंदी लगा के, बांह चूड़ा सजा के,
श्रृंगार करूँ मैं तेरी सजनी बनकर,
आए हो तुम आज सावन बनकर...

बागों में झूला झुलू,
तुझ संग लुक-छुप खेलूं,
रिमझिम फुहार में भीगू,
प्रेम रंगों से खेलूं,
आए हो तुम आज सावन बनकर...

अब के बरस साजन तुझको न जाने दूँगी,
सावन चला जाए पर ये प्रीत निभानी होगी,
प्रेम का रंग चढ़ा कर अब न उतरने दूँगी,
जहां तू होगा साजन वहाँ तेरी सजनी होगी,
आए हो तुम आज सावन बनकर... #साजन #सावन #सजनी #प्रीत #yqbaba  #yqdidi #yqpowrimo #pchawla16
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile