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Shikha Pari
इंसान अपनी हरकतों से दिखा देता है वो कितना गिर सकता है उसे उसके लिए कोई मेहनत नहीं करनी होती #इंस्पेक्टर #इंसान #गिरना
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Nitesh Prajapati
"श्याम की नीति" कृपया पूरी कहानी अनुशीर्षक मे पढ़े । रचना क्रमांक :-3 @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ "श्याम की नीति" एक बड़े शहर में एक बहुत छोटा आदमी रहता था, लेकिन था वह ईमान का बड़ा पक
A NEW DAWN
दंश (In Caption) Part I Ch- 7 पापा हॉल में टहल रहे थे और मैं दीदी के रुम में उनके सामानों के बीच उस काले रंग की पेनड्राइव ढूंढने में लगी हुई थी, पुलिस के हिसाब से जिसके त
Rabiya Nizam
दंश (In Caption) Part I Ch- 7 पापा हॉल में टहल रहे थे और मैं दीदी के रुम में उनके सामानों के बीच उस काले रंग की पेनड्राइव ढूंढने में लगी हुई थी, पुलिस के हिसाब से जिसके त
Parul Sharma
कलयुग में आजकल सच भी बिकता है बिक कर यह झूठ में ढलता है। होता नीलाम अपराधियों के बाजार में मजबूरी करती मोल भाव तुलता ईमान के साथ में। बस तय करना है कौन कहाँ बिकता है । नेता,अफसर,पिस्टल धुमाते इंस्पेक्टर हैं इसके सौदागर; मजबूर,लाचार,बेबस व्यक्ति हैं इसके ग्राहक बस तय करना है सौदा कहाँ पटता है । छुटपुट दलाल,नेता माफिया कहलाते हैं सबको मारते हैं ,डराते हैं और धमकाते है बस देखना है कौन किससे डरता है। औहदा शोहरत संपत्ति आकर्षित सबको करती इसका फायदा उठाती कुछ हस्ती बस तय करना है कौन कहाँ गिरता है। कुछ लोग धर्म सच्चाई की राह अपनाते हैं और झूठ से डटकर लड़ जाते हैं कुछ हो जाते शहीद कुछ क्रांति लाते हैं। बस इन्हीं महान आत्माओं से युग बदलता है। कलयुग में ..........................ढलता है। पारुल शर्मा #NojotoQuote कलयुग में आजकल सच भी बिकता है बिक कर यह झूठ में ढलता है। होता नीलाम अपराधियों के बाजार में मजबूरी करती मोल भा