Find the Latest Status about धनुर्धर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धनुर्धर.
Dr.Satyam Pandit..
एक इबादत
त्रेता का एक -एक पात्र , कण -कण मर्यादा सिखलाता है, लखनलाल का धैर्य , त्याग,निश्छल -निस्वार्थ और सेवा भाव, भाई -भाभी के प्रति समर्पण , माफ करना ! किन्तु मेरे लिए प्रभु श्री राम से भी श्रेष्ठ लक्ष्मण भईया नज़र आते है...!! जाग रहा यह कौन धनुर्धर जब कि भुवन भर सोता है ? ये पंक्तियाँ मैथिलीशरण गुप्त की रचना 'पंचवटी' से है। गुप्त जी ने यह लखनलाल के लिए लिखा है।
Prashant Singh Chauhan
चौदह वर्ष की उम्र जिसने शेर का जबड़ा फाड़ दिया, बाल्यवस्था में दुश्मन की छाती पर भगवा गाड़ दिया, वो श्रेष्ट धनुर्धर अग्निवंश का न डरता था अंजाम से, पूरे भारत को मुक्त किया था मोहम्मद गोरी सुल्तान से... चौदह वर्ष की उम्र जिसने शेर का जबड़ा फाड़ दिया, बाल्यवस्था में दुश्मन की छाती पर भगवा गाड़ दिया, वो श्रेष्ट धनुर्धर अग्निवंश का न डरता था अंजाम
Shree
धनुर्धर नभ देख रहा अनंत को प्रेम पाश की बाण छोड़ता धरती के उर से.. हरियाली बनकर उतर गोद से प्रेम नाद ही गुनगुनाता चित्त के उद्घोष सेे.. सतरंगी सपने बुनता ओज से ओस बन आंगन में बिखेरता बादलों की ओट से। धनुर्धर नभ देख रहा अनंत को प्रेम पाश की बाण छोड़ता धरती के उर से.. हरियाली बनकर उतर गोद से प्रेम नाद ही गुनगुनाता चित्त के उद्घोष सेे..
Lipsa..👰
शौर्य उसका कवच था, "कर्म" ही उसका वर्ण सामर्थ्य उसकी पहचान थी, वो था महावीर कर्ण बिन परीक्षा किए, सर्बश्रेष्ट धनुर्धर अपना चुन लिया! बल से नहीं छल से सही, बेशक तुम्हारा जीत हुआ! जब आयी बिपत्ति पाँच पुत्रों पे, एक पुत्र और
#maxicandragon
bharat quotes सवारकर राष्ट्र हिंदुत्व को,भगवा पहनाया वो सवारकर थे दो जन्म कारावास जो झेले, ऐसे वीर दामोदर थे काले पानी को गंगा कर गए, वो ऐसे प्यूरीफायर थे बीज अखंड का रोप गए जो,डरते इनसे कई डायर थे मित्रमंडली देखी मैने, वीर मराठा ऐसे थे मदनलाल गोपाल दिगम्बर और खडे खुद शंकर थे करकरे मध्य नाथूराम नरायण और बगल सवारकर थे भेद न पाया कवच तुम्हारा, ऐसे वीर धनुर्धर थे इक्षामृत्यु प्रतिज्ञा भीष्म सी, वो वरदानी सवारकर थे #सावरकर #Sadharanmanushya #Akhand ©#maxicandragon सवारकर राष्ट्र हिंदुत्व को,भगवा पहनाया वो सवारकर थे दो जन्म कारावास जो झेले, ऐसे वीर दामोदर थे काले पानी को गंगा कर गए, वो ऐसे प्यूरीफायर
अजय प्रकाश पैन्यूली जी
Insprational Qoute
शिक्षक को सम्मानित पंक्तियाँ ************************* निशा तो मात्र एक अनगढ़ पत्थर थी, ज्ञान के सोने से उसने मुझे गढ़ा था, कोई और नहीं इस संसार में, गुरु का नाम आज भी सबसे बड़ा है, जीवन में जब छूट रही थी आस, दे भरोसा और ज्ञान ,बढ़ाया मेरा साहस, मिल गई मुझे एक नई किरण , और मैने थाम लिया उसके हाथो का साथ, रह उसकी आगोश में अब निशा ने भी ज्ञान का अनन्य भंडार पाया था, उसने भी कोई कमी न करी, ज्ञान के साथ सारा स्नेह पात्र मुझ पर लुटाया था, उसकी स्नेह छाया में मैंने अपने आप को सींचा था, द्रोणाचार्य के अर्जुन ने सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर होने का इतिहास रचा था। निशा तो मात्र एक अनगढ़ पत्थर थी, ज्ञान के सोने से उसने मुझे गढ़ा था, कोई और नहीं संसार , गुरु का नाम आज भी सबसे बड़ा है, जीवन में जब छूट रही थी
Amit Mishra
हो बात अगर बस ख्याति की मैं ख़ुद ही पीछे हो जाऊं विख्यात बनो तुम अमर रहो मैं इतिहास बनूँ और खो जाऊं हो बात अगर बस ख्याति की मैं ख़ुद ही पीछे हो जाऊं विख्यात बनो तुम अमर रहो मैं इतिहास बनूँ और खो जाऊं तुम बनो देवता मंथन में मैं नाग वासु
Anupama Jha
कर्ण व्यथा (अनुशीर्षक में) आओ सुनाऊँ अपनी कथा क्या सोची किसी ने मेरी व्यथा? माता ने मेरा परित्याग किया गंगा में मुझे प्रवाह किया किन्तु,भाग्य था मेरा बहुत बलवान हुआ