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Nojoto Originals (Hindi)
Neeraj Saroha
हिंदी कविता- बेटियां 🌿➖बोये जाते हैं बेटे.. 🌿➖पर उग जाती हैं बेटियाँ.. 🌿➖खाद पानी बेटों को.. 🌿➖पर लहराती हैं बेटियां. 🌿➖स्कूल जाते हैं बेटे.. 🌿➖पर पढ़ जाती हैं बेटियां.. 🌿➖मेहनत करते हैं बेटे.. 🌿➖पर अव्वल आती हैं बेटियां.. 🌿➖रुलाते हैं जब खूब बेटे. 🌿➖तब हंसाती हैं बेटियां. 🌿➖नाम करें न करें बेटे.. 🌿➖पर नाम कमाती हैं बेटियां.. 🌿➖जब दर्द देते हैं बेटे... 🌿➖तब मरहम लगाती हैं बेटियां.. 🌿छोड़ जाते हैं जब बेटे.. 🌿तो काम आती हैं बेटियां.. 🌿आशा रहती है बेटों से. 🌿 पर पूर्ण करती हैं बेटियां.. 🌿हजारों फरमाइश से भरे हैं बेटे.... 🌿पर समय की नज़ाकत को समझती हैं बेटियां.. 🙏बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ।🙏 ©Neeraj Saroha हिंदी कविता-बेटियां 🙏बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ 🙏
Gopika Somani
बेटी पर कविता बेटी जब पैदा होती है, पहाड़ सा टूट जाता है बेटा जब पैदा होता है,जश्न मनाया जाता है कौन जाने बेटा अच्छा हो या शैतान मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत महान रानी झांसी भी तो एक बेटी थी पूरे भारतवर्ष की चहेती थी रोशन किया अपने माता पिता और देश का नाम मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत महान कल्पना चावला भी तो देश के लिए मर गई दुनिया में भारतवर्ष का नाम ऊंचा कर गई बड़े बड़े वैज्ञानिकों की सूची में आज भी उनका नाम मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत महान बेटी के साथ तुम ना करो अत्याचार हाथ का दिया ले जाती है करते हो जब कन्यादान उसको भी दुनिया में जीने का है अधिकार मैं तो कहती हूं बेटी होती बहुत मान महान ©Gopika Somani #poem बेटी पर मेरे कुछ विचार..... बेटी पर कविता
Dr Mahesh Kaushik
हिंदुस्तान के माथे सजी है हिंदी जन-जन की प्यारी बनी है हिंदी हिंदी है मान स्वाभिमान हमारा हिंदी है पूरे राष्ट्र की आंख का तारा हिंदी ही है प्रेम की अविरल धारा एकता के गीत का संगीत प्यारा जनमानस के हृदय बसी है हिंदी।। हिंदी हम सबका विश्वास है विकास की आशा व प्रकाश है खुशहाली का झरना बिंदास है सप्त सुरों की माला यह खास है संस्कृति की प्रहरी बनी है हिन्दी।। ऋषि मुनियों का आशीर्वाद है ये वेद पुराणों का अनुवाद है हिंदी की हुकूमत निर्विवाद है हिंदुस्तानी दिलों का आह्लाद है गीता सी धरोहर बनी है हिंदी ©Dr Mahesh Kaushik हिंदी दिवस पर एक कविता #Darknight
Kumar Pushpendra
दो कदम साथ चलकर तुमने साथ चलना छोड़ दिया। खाकर संग जीने की कसमें तन्हा मुझको छोड़ दिया। कसूर क्या था मेरे मासूम दिल का जो एक पल में तोड़ दिया। क्यो छोड़कर मेरी दुनिया गैरों से रिश्ता जोड़ दिया। मेरी सूनी दुनियां में तुम आज भी नज़र आते हो। खामोश पड़े रास्तों में तुम आज भी मुस्कुराते हो। जब निकलता हूँ तन्हा बाहर की दुनियां में हर कदम पर तुम ही नजर आते हो। तुम ही नजर........... ©Kumar Pushpendra #हर कदम पर हिंदी कविता #lunar