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Rachana taunk

हसीं सफर की ख्वाहिश नहीं मुझे
मुझे तो बस मुस्कराती सहर दे दे 

जिंदगी की भागादौड़ी में अपनो से
अपनी बातचीत हो ऐसा पहर दे दे 

थका हारा घर को जाऊं जो मैं
गांव की याद दिलाए वो शहर दे दे 

मिलावटी दोस्ती से दूर रखना अपनी
मुझे तू चाहे अपनी दुश्मनी का जहर दे दे 

कायनात लगी है पूरा करने में 'रचना'
वो मुझतक पहुंचें तबतक सबर दे दे

©RT #सबर #सहर #जहर 

#darkness

Anupama Jha

रात के सारे पहर,
कटे बन कहर,
बस अब इंतज़ार
कब हो सहर.... #पहर
#कहर#सहर
#YQdidi

दिल-ऐ-मुसाफ़िर!

शब-ऐ-गम -दुख की रात सहर - सुबह महर - खुश होना कहर - दुःख दहर -दुनिया

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इन खिलौनो से अब मेरी गुजर होगी नहीं,
शब-ऐ-गम है इश्क, इस इश्क की सहर होगी नही!

बेतकल्लुफी से उसका नाम खुद से जोड़ता हूँ,
अब किसी और नाम से इस दिल की महर होगी नही!

शब-ऐ-गम में जो चांदनी से इकरार कर बैठा,
अब सितारों के टूटने से कहर होगी नही!

किसी के इश्क में दुनिया बना ली थी मैंने,
अब किसी के गोद मे दहर होगी नहीं!

इन खिलौनों से अब मेरी गुजर होगी नही!! शब-ऐ-गम   -दुख की रात
सहर  - सुबह
महर  - खुश होना
कहर  - दुःख
दहर  -दुनिया

दिल-ऐ-मुसाफ़िर!

शब-ऐ-गम -दुख की रात सहर - सुबह महर - खुश होना कहर - दुःख दहर -दुनिया

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इन खिलौनो से अब मेरी गुजर होगी नहीं,
शब-ऐ-गम है इश्क, इस इश्क की सहर होगी नही!

बेतकल्लुफी से उसका नाम खुद से जोड़ता हूँ,
अब किसी और नाम से इस दिल की महर होगी नही!

शब-ऐ-गम में जो चांदनी से इकरार कर बैठा,
अब सितारों के टूटने से कहर होगी नही!

किसी के इश्क में दुनिया बना ली थी मैंने,
अब किसी के गोद मे दहर होगी नहीं!

इन खिलौनों से अब मेरी गुजर होगी नही!!
 शब-ऐ-गम   -दुख की रात
सहर  - सुबह
महर  - खुश होना
कहर  - दुःख
दहर  -दुनिया

Ravinder Sharma

शहर नशा है मेरा या उसका कहर है 
डर है हर गाँव मे उजड़ गए घर और बन रहे शहर है 
नासमझ थे लोग लालच था शहद का और पिलाया उन अमीरज़ादों ने जहर है ।

©Ravinder Sharma
  #गाँव #शहद #जहर #कहर #नशा 

#शहर

दिल-ऐ-मुसाफ़िर!

सहर-सुबह कहर-गम . #शायरी

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गुजर जाये ये रात की फिर सहर न हो,
उम्र बीत जाये तलाश में कोई कहर न हो!

इसी धुन में जीता रहूँ ताउम्र तेरे साये में,
हो मुमिकन इश्क फिर से, कोई रहगुजर न हो!! सहर-सुबह
कहर-गम
.
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