Find the Latest Status about मैं प्रेमी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मैं प्रेमी.
Rakesh Dwivedi
तुम पागल चिड़िया… मैं दीवाना भंवरा हूँ… तुम डाल-डाल… मैं पत्ता-पत्ता हूँ… तुम कूकती कोयल सी… मैं गुंजन करता भंवरा हूँ… तुम प्यासी धरती हो… मैं प्रेमी बादल हूँ… तुम प्यार बरसाने वाली राधा हो… तो मैं गोकुल का कान्हा हूँ… तुम प्रेम की नदियाँ हो… तो मैं अथाह प्रेम का सागर हूँ… ©Rakesh Dwivedi तुम पागल चिड़िया… मैं दीवाना भंवरा हूँ… तुम डाल-डाल… मैं पत्ता-पत्ता हूँ… तुम कूकती कोयल सी… मैं गुंजन करता भंवरा हूँ… तुम प्यासी धरती हो…
kunwar Surendra
मेरे चेहरे पर बाजार ने एक पोस्टर लगा दिया मैं प्रेमी हूँ मेरे गले मे कीमत टांग दी एक तख्ती पर लिख कर अब मैं बाजार में प्रेम बन बिक रहा था बाजार में नुकसान हुआ मैं स्टोर में रख दिया गया एक पोस्टर लगा दिया अब यह चेहरा हसीना का था हसीन जो था बाजार में सारे प्रेमी भागे आये और बाजार में आमदनी हुई बाजार मालामाल हो गया मैं स्टोर में पड़ा रहा प्रेमी पुराना था पर बाजार का नकारा हुआ Kunwarsurendra मेरे चेहरे पर बाजार ने एक पोस्टर लगा दिया मैं प्रेमी हूँ मेरे गले मे कीमत टांग दी एक तख्ती पर लिख कर अब मैं बाजार में प्रेम बन बिक रहा था
Tushar Jangid
मुझे आज लोग शायद सुन रहे हैं... कैप्शन... मुझे आज लोग सुन रहे हैं या शायद नहीं भी वो मुझे समझ रहे हैं या नहीं भी पर सब कुछ एक सा सदा नहीं रहता कल कोई मुझसे बेहतर मिल जाएगा या शायद न
दि कु पां
राधेय राधा... कृपया अनुशीर्षक में पढ़े.... राधा मैं तो भूखा हूं प्रेम का मेरे भक्त कहते हैं मैं प्रेमी तेरा.. पर राधा तू अलग ही कहां है मुझसे.. कोई क्या जीवित रह सकता है बिन ह्रदय के
Gopal Janoti Janoti
मैं प्यासा एक प्रेमी हूं जो इधर उधर भटकता हु पढ़ते-पढ़ते इश्क लगाया, अब आंखों से आंसू छिड़कता हूं। कुछ दिन तक मौसम मूक बना था, सपने बहुत सजाए थे। उसके प्यार में पींगे भरते, सावन में गीत भी गाए थे। वह दूर गई अब न आएगी, यही सोचकर बिलखता हूं। शायद उसकी शादी हो गई, या दे दी होगी कूद के जान। मैं तो उसका आशिक बन बैठा, बन न सका प्यारा इंसान। उसके ही ख्यालों में अब तक, टूटे बाल झटकता हूं...! मैं प्यासा एक प्रेमी हूं
मोनू_पंवार_भगत
पतझड़ चल रहा है शहरभर में पेड़ो के पत्ते उड़ रहे है हवा के साथ खुद को हवा को सौंप कर निश्चित हो कर बह रहे है ठीक वैसे ही जैसे एक प्रेमी होता है जो खुद को अपने प्रेम के हवाले कर देता है और बहूत पीछे छोड देता डर को डर समाज का डर परम्पराओ का डर वंश की इज़्ज़त का इन सब से कई आगे निकल कर वो सब बंधनो से मुक्त होता है और बहता रहता है अपनी हवा के साथ,अपने प्रेम के साथ अब उसकी कोई अलग पहचान नही है अब वह सिर्फ और सिर्फ एक प्रेमी है प्रेमी
Vimlesh Miledar Saroj
जो दिल के पास होकर भी वो मुझसे दूर बहुत है, मिलन की आश लिए बैठा मगर मजबूर बहुत है। मिल जाती हमें इजाजत शायद खुल कर मिलने की, उस शख्स का मेरे साथ ही कसूर बहुत हैं।। -सरोज #प्रेमी