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Sunil yadav
दो मित्र आपस में बात कर रहे थे।एक ने दूसरे से कहा कि यह सामान घर में रख दो कोई चुरा ले जाएगा,तो दूसरा मित्र जवाब में बोला कि किसकी मां ने शेर को जन्म दिया है जो ऐसा करेगा ,तब दूसरा मित्र बोला शेर होता तो बात ही क्या थी यह काम तो कोई चोर करेगा। #जोक देहाती
शुभेंद्र सिंह 'संन्यासी'
गांव में पैदा हुआ हूं अपनी मिट्टी के लिए हूं बहुत जज्बाती माँ के बाद इसी मिट्टी ने अपनी गोद मे है जगह दी जमीन में हल चलाकर मैं ने अपनी किस्मत सजा दी इसी लिए लोग प्यार से हमे कहते है शुभेन्द्र सिंह देहाती लफ़्ज #देहाती
शुभेंद्र सिंह 'संन्यासी'
पढ़े लिखो की दुनिया मे हमको कहते देहाती है अनपढ़ की दुनिया मे हमको कहते शरारती है शब्दो से शरारत करते है मद मस्त मलंग रहते है यह दर्दो गम की दुनिया में मस्ती के रंग को भरते है तो क्या हुआ जो मैं किताबो से पढ़ा नही इस दुनियादारी के चक्कर मे दिखावे में पड़ा नही कुछ कर गुजरने का जज़्बा हम भी अपने अंदर रखते है इस इंद्र धनुषी दुनिया मे रंगों को हम जैसे ही भरते है #NojotoQuote लफ़्ज #देहाती
Raj Chandan
किसी कहने से हम अपना स्टाइल नहीं बदलते हैं, हम ठेठ देहाती है खुद के सिद्धांतों पे ही चलते हैं, और निकल जातें हैं जब गले में गमछा डालकर साहब, तो अच्छे खासे रईस भी हमसे यूँ ही जलते हैं ©Raj Chandan ठेठ देहाती
vibhanshu bhashkar
गाँव की सरहदों को, पार कर ,आती बस...जब पहुचती है, शहर के शोर-गुल,और, मतलबी चौराहों पर... रुकती है, कुछ अरमानो को उनके गंतव्य तक ,छोड़ने के लिए ठसा-ठस भरी बस से,उतरता है ... 'एक देहाती युवा'गेहूवा रंग वाला, पैरो में चप्पल डाले,कंधे पर लाल गमछा पीठ पर झोला,जिसमे, कुछ प्रतियोगी पुस्तके, कुछ पुरानी नोट्स, कुछ देहाती लिबास, ठूस-ठूस कर भरा होता हैहाँथ में एक गठरी, जिसमे चावल, दाल , चना, आटा , बजरी और महुआ की थैली... अचानक, आधुनिक साज-सज्जा से युक्त शहरी 'भीड़' घूरता हुआ,उससे धमकाता है... तुम्हे यदि, हमारे...बीच रहना है,तो तुम्हे छोड़ना पड़ेगा,ये देहाती तौर-तरीके ये गमछा, ये लिबास,ये चप्पल,इन गठरियों का साथ भी... उसने स्वीकार की ,अपनाने को, शहर के सारे तौर-तरीके.. लेकिन ,गठरियों का त्यागना भी...?नही !! इन गठरियों में , महज,आटा,चावल,दाल, महुवा ही नहीं... उसके माँ- बाप की उम्मीद ,सपने ,आस, प्यार , और विश्वास है जिसे सर पर लाद कर ,खुद उसका बाप बस स्टैंड तक ,छोड़ने आया था... जिसे त्यागना , उसके लिए... खुद के वजूद को खत्म करने जैसा है.... ____________________________ © भाष्कर #NojotoQuote #देहाती #लड़का