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Shashank Rastogi
दिल अब प्यार के एक पत्थर में तब्दील हो चुका है अगर कोई उसे घिसे, तो उसे तो प्यार ही मिलता है पर अंदर ही अंदर ये पत्थर, कतरा कतरा कम होता रहता है #पत्थर #घिसना #कमी #कतरा
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
"खुद को घिसना पड़ता है" हर कुंदन को तपना पड़ता है हर शख्स को जलना पड़ता है तब जाकर बनते है मूल्यवान, पहले खुद को घिसना पड़ता है यहां पे अनमोल बनने के लिये, अपना सही मोल करना पड़ता है हर लहर को साहिल के लिये लंबे समय तक चलना पड़ता है झरना बनने के लिये पहले, पहले खुद को घिसना पड़ता है सोने को खरा बनने से पहले, कसौटी पे सही कसना पड़ता है हर व्यक्ति को दीप बनने के लिये लगातार पहले जलना पड़ता है सबको कुछ बनने से पहले, कर्मअग्नि में तपना पड़ता है फूल जैसा खिलने के लिये, शूलों का दर्द सहना पड़ता है परिंदे को ऊंची उड़ान से पहले ऊंचे से गिरकर संभलना पड़ता है हर शख्स को हीरे बनने से पहले, कोयले सा बहुत जलना पड़ता है मंदिर की मूरत बनने के लिये खुद को बहुत घिसना पड़ता है, तब जाकर बनते है,महादेव, पहले मीलों तक चलना पड़ता है दिल से विजय खुद को घिसना पड़ना है
Rahul Shastri worldcitizens2121
Safar July 10,2019 सत्संग का अर्थ होता है गुरु की मौजूदगी! गुरु कुछ करता नहीं हैं, मौजूदगी ही पर्याप्त है। ओशो सत्संग का अर्थ
Aman Baranwal
मिट्टी का जिस्म और आग सी ख्वाहिशें, खाक होना लाजमी है, क्योंकि आदमी आखिर आदमी है! जीवन का अर्थ
divya...
इश्क़ आज भी है मगर राधा- कृष्ण जैसा नहीं ... होगे एक - आध भी उनके जैसे अगर... तो उनको चैन का जीवन नहीं... लोगो को प्रेम का हर दस्तूर झुटा लगता है... क्योंकि उन्होंने कभी किसी से .... सच्चा प्रेम किया ही नहीं... प्रेम का अर्थ...
Kumar Gunjan
"सफलता" कभी भी अर्थ शिक्षा, पद या गरिमा द्वारा निर्धारित नहीं की जा सकती सफलता एक संतुष्टि हैं, जिसे आप निर्धारित करते है। सफलता का अर्थ
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
जीवन का अर्थ ..........…........... इस पृथ्वी पर मानव आता है, जीता है,चला जाता है। लेकिन जीने का अर्थ कम ही लोग समझ पाते हैं। जिस जीवन में दया,क्षमा,परोपकार न हो उसका कोई अर्थ नहीं होता।त्याग भी जीवन का एक अभिन्न अंग है। लेकिन समय, काल और परिस्थिति के अनुसार कब किसका त्याग करना उचित होगा इसका भी ज्ञान होना बहुत जरूरी है। सुमार्ग पर चलना,कल्याणकारी काम करना ही जीवन का अर्थ होता है। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) # जीवन का अर्थ।