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sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3

ख़ून #सस्पेंस

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और खुशी से वो कैसे रह सकता है...
जिसके मुँह पर खुद ग़म का ख़ून लगा हो..।



                        - ख़ब्तुल
                     संदीप बडवाईक

©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 ख़ून

NISHI

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Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"

वो ख़ूनी खंजर बदल गया 😶😐😏 #Rekhasharma

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मंज़र बदल गया....
     °°°°°°°°°°°°°°°°°°

   ☆अब मंज़र बदल गया।
            धरा और अंबर बदल गया।
             मातम पसार कर देखों ना!
              वो ख़ूनी खंज़र बदल गया।

                       
                                   ☆ अब मंज़र बदल गया,
                                    इंसानी फ़ितरत का।
                                               अब दिलों में बोया जा रहा,
                                 बीज नफ़रत का।

                                            (अति दुःखद परिस्थितियां)
                                   🙂😏🙄

                                  -Rekha $harma "मंजुलाहृदय" #वो ख़ूनी खंजर बदल गया #Nojoto😶😐😏 #Rekhasharma

Shiv Safar

ख़ून के बदले सनम #emptystreets #कविता

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नाम  तेरा बनके  सांसें बह  रही मुझमें  सनम
इन रगों  में ख़ून के  बदले  तेरी  यादें  सनम

मैं वो किस्सा हूं जो पूरा हो नहीं सकता कभी
इस कहानी  में लिखी है  बस तेरी बातें सनम

अब अंधेरों में भी सब कुछ देखती आंखें मेरी
जब से तुम रूठे हो तब  से रातें ही  रातें सनम

अब किसी से भी वफ़ा की  होती उम्मीदें नहीं
तुम गए हो  तोड़ के जब से  सभी नातें सनम

कौन  कहता  है  कि  रोता  हूं  मैं  तेरे  वासते
तुम नहीं अब याद हो बस याद हैं वा दें सनम

©SHIV PRASAD VISHWAKARMA ख़ून के बदले सनम

#emptystreets

Mumtaz Ahmed Khan

क्या ख़ून पिओगे तुम? #darkness #शायरी

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क्या खून के प्यासे हो ?
क्यों खून के प्यासे हो?
क्या राज्य बढ़ानाहे?
साम्राज्य बढ़ाना है?
करना है हुकूमत क्या?
क्या विश्व पे छाना हे?
क्या धर्म के रक्षक हो?
रक्षक हो या भक्षक हो?
क्या तुम को शिकायत है
क्यों तुम को शिकायत है
जो ढंग तुम्हारा है
वो ढंग नहीं मेरा।
जो रंग तुम्हारा है
वो रंग नहीं मेरा।
जो असल तुम्हारी है 
वह असल नहीं मेरी।
जो नस्ल तुम्हारी है
वह नस्ल नहीं मेरी!
 इस बात पर तुम इतने
नाराज हो क्या मुझसे!
क्या खून पियोगे तुम?
क्यों खून पियोगे तुम?
वह खून जमा है जो
वह खून जो काला है!
वह खून बसा है जो
बारूद की बदबू से!
वो खून जो जख्मों से
ना निकला !न  बह पाया!
वो खून जो ग़म अपना
अश्कों से न कह पाया!
जो दर्द की शिद्दत से
ख़ामोश न रह पाया!
वो खून जो बीवी का
सिंदूर न भर पाया!
वह  ख़ून जो बेटी का 
सेहरा न सजा पाया!
 वह खून की बूंदे जो
 मेहंदी ना रचा पाईँ!
वह खून जिसे मां की
दुआएं ना बचा पाईं!
वह खून पियोगे तुम!
क्या ख़ून पिओगे तुम?

©Mumtaz Ahmed Khan क्या ख़ून पिओगे तुम?

#darkness

Kamal Monga

ख़ून = blood (n) ख़ून बहना (v) को क्या कहते है? #EnglishWalaMonga nojoto #viral #trend #Trending #जानकारी

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CalmKazi

बहा देता ख़ून मैं भी गर मुमकिन होता 
क्या करूँ, क़तरों पर जो ज़िंदा हूँ ।। पहलू

#CalmKaziWrites #YQDidi #ख़ून #CalmKaziShorts #Liners

Saheb

ख़ून की स्याही... Book tha show #IshqUnlimited #शायरी

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ताजदार

96/365 #cinemagraph #365days365quotes #bestyqhindiquotes #writingresolution #aprichit #प्यार #ग़ज़ल #मोहब्बत ज़ख़्म-ए-जिगर - दिल की चोट

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ठुकरा के मेरी मोहब्बत को तूने,
दिया अपने हाथों से ज़ख़्म-ए-जिगर।।

फ़िर भी हमारी तबी'अत तो देखो,
बना कर रखा तुझ को लख़्त-ए-जिगर।।

ना जाने कि क्या है सोहबत में तेरी,
कि भूले हम सारे है सोज़-ए-जिगर।।

ये तेरी मोहब्बत का ही असर है,
कि शायर बना एक ख़ूनीं-जिगर।।

करना तो चाहते अदावत है तुझसे,
करे भी तो‌ क्या तू है ख़ून-ए-जिगर।। 96/365

 #cinemagraph #365days365quotes #bestyqhindiquotes #writingresolution #aprichit #प्यार #ग़ज़ल #मोहब्बत 

ज़ख़्म-ए-जिगर - दिल की चोट

Babul Inayat

ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा ख़ाक-ए-सहरा पे जमे या कफ़-ए-क़ातिल पे जमे फ़र्क़-ए-इं #शायरी

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ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है 

ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा 

ख़ाक-ए-सहरा पे जमे या कफ़-ए-क़ातिल पे जमे 

फ़र्क़-ए-इंसाफ़ पे या पा-ए-सलासिल पे जमे 

तेग़-ए-बे-दाद पे या लाशा-ए-बिस्मिल पे जमे 

ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा

- बाबुल इनायत ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है 

ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा 

ख़ाक-ए-सहरा पे जमे या कफ़-ए-क़ातिल पे जमे 

फ़र्क़-ए-इं
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