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Arun Prajapati
मुख़्तसर खुद को टटोला जाये, क्या पता, ख़ाक से कोई हीरा निकले बोल जिनके हैं मोतियों जैसे, वाजिब नहीं कि दिल ज़ख़ीरा निकले टूटता तिलिस्म हुई नज़र साफ़, तान कर छाती जब भी सबेरा निकले धूप में रौशनी बटोरते रहना, मुमकिन है कल से अँधेरा निकले मुसलसल कोई संजोता है जब पराग, जाके तब छत्ते से शीरा निकले ज़िंदगी जीने का शौक़ आये तो, बांध कर कफ़न सर पे कबीरा निकले मुख़्तसर : थोड़ा टटोलना : ढूँढना ख़ाक : मिट्टी वाजिब : जरूरी ज़ख़ीरा : खज़ाना तिलिस्म : जादू मुसलसल : लगातार पराग : फूल का रस
ARUN KUMAR PRAJAPATI
मुख़्तसर खुद को टटोला जाये, क्या पता, ख़ाक से कोई हीरा निकले बोल जिनके हैं मोतियों जैसे, वाजिब नहीं कि दिल ज़ख़ीरा निकले टूटता तिलिस्म हुई नज़र साफ़, तान कर छाती जब भी सबेरा निकले धूप में रौशनी बटोरते रहना, मुमकिन है कल से अँधेरा निकले मुसलसल कोई संजोता है जब पराग, जाके तब छत्ते से शीरा निकले ज़िंदगी जीने का शौक़ आये तो, बांध कर कफ़न सर पे कबीरा निकले मुख़्तसर : थोड़ा टटोलना : ढूँढना ख़ाक : मिट्टी वाजिब : जरूरी ज़ख़ीरा : खज़ाना तिलिस्म : जादू मुसलसल : लगातार पराग : फूल का रस
DR. LAVKESH GANDHI
सत्ता का खेल सत्ता का खेल देखिए कभी राजा तो कभी अपने को रंक समझिए पैसों का है यह खेल खरीद फरोख्त का है यह गन्दा जोड़-तोड़ राजस्थान में इसका ताज़ा उदाहरण देखिए #सत्ता # #सत्ता का खेल # #yqpoltics #yqkhel#
Gaurav Baraniya
तुम्हारे पास यकीन का कोई इक्का हो तो बतलाना.... हमारे भरोसे के सारे पत्ते जोकर निकले.... ताश का पत्ता
Kavi prashant
ऐसा है जब जनता प्यार देती है तो बहुत देती अगर उतारना हो नशा सत्ता का सत्ता पक्ष के सिर से तो एक पल में उतार देती है ©Kavi prashant # नशा सत्ता का
Harpinder Kaur
बेटियों को तितली नहीं मधुमक्खी बनाओ तुम दो उसे पंख और शहद के साथ -साथ डंक भी ताकि काट सके उन हाथों को जो उसे छुते हैं गलत तरीकों से उन आंखों को जो देखते हैं उसे गलत तरीकों से हां, जरूरी है उसका मधुमक्खी बनना ©Harpinder Kaur # बेटियों को मधुमक्खी बनाओ
HARSH369
कभी इन जीवो के बारे मे सोचा है, मधु मक्खी, जी हां ये हनी-बी,... रोजाना सेकडो़ मील जाकर लाखो फुलों को चुनकर हमारे लिये सहद बनाती हैं, अपना कितना खाती होंगी,.. 10%-20%-30 % बस,बाकि हमारा,.. यानी अन्य जीवो का.. यहि से हमे प्रेरना लेनी चाहिये, अपने लिये ना जीकर औरो के लिये जियो, तभी तो दुनिया हमे याद करेगी, पुजेगी,सम्मान देगी..!! ©Shreehari Adhikari369 #मधुमक्खी..!! #सीखना और सीखाना