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Ak
तेरी आदत कुछ ऐसी लगी मुझे.. मेरा लूट गया सबकुछ और ना कभी सकून मिला मुझे... तेरी मोहब्बत की खुमारी है.. तेरे बिना जीना मेरा लचारी है... #love#life
Sadashiv Yadav
ऐ घटा इतना बता दे दे मेरे सजन का पता ऐ हवा उलझन न बढा़ बता मेरी बस खता मै बिरहन की मारी हूँ बेवस और लचारी हूँ बेगाना सुनता नहीं तू आके बस प
Vijay Tyagi
सर्द हवा गुज़रती देखी ठंडी आग उगलती देखी रहम ख़ुदा बस तौबा-तौबा.. ठंड भी आज ठिठुरती देखी पत्तियों पे ओस लटक कर बनके बर्फ टपकती देखी आस ग़रीब की तिनका-तिनका संग बारिश बिखरती देखी चाय का कुल्हड़ पकड़ाए छोटू बचपन की मौज तरसती देखी माँ मजबूरी बाप लचारी दोनो की आँख बरसती देखी सर्द हवा गुज़रती देखी ठंडी आग उगलती देखी रहम ख़ुदा बस तौबा-तौबा.. ठंड भी आज ठिठुरती देखी पत्तियों पे ओस लटक कर बनके बर्फ टपकती देखी आस ग़रीब की
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
चोरों की नगरी में जाकर । साँच नही बोले करुणाकर ।। अब तो व्यथा हुई है भारी । आकर कष्ट हरो गिरधारी ।।१ कलयुग ने है बहुत सताया । राम नाम भी काम न आया ।। छल और कपट को है देखा । बढ़ा रहे पापी की रेखा ।।२ बातों में है रस के प्याले । हाथों में अब नही निवाले ।। करते फिर भी उनकी पूजा । आस करूँ मैं किससे दूजा ।।३ घुट-घुट रहती जनक दुलारी । पूछे पिता जी क्या लचारी ।। आएँ कहाँ से ऐसे लुटेरे । निशिदिन रहते तुमको घेरे ।।४ आज यही बस तुमसे कहना । छोड़ नही जाओ अब सजना ।। प्रीत हमारी बने पुरानी । जाए सदियों तक पहचानी ।।५ २०/१०/२०२२ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR #Relationship चोरों की नगरी में जाकर । साँच नही बोले करुणाकर ।। अब तो व्यथा हुई है भारी । आकर कष्ट हरो गिरधारी ।।१ कलयुग ने है बहुत सताया ।
अखिलेश यादव
कला और कलाकार ये शब्द तो बहुत साधारण से लगते हैं परन्तु बहुत मुश्किल होता है अपनी कला को बचाते हुए कलाकार हो पाना । ........ इतना आसान नही होता लोक कलाकार हो जाना कभी ढोलक की थाप पर पैरों को थिरकाना , कभी हारमोनियम की धुन पर सुरों को सजाना । लोगों की पसन्द और नापसन्द में ही सिमट जाना ।। समाज की व्यथा को समाज को ही समझाना , इतना आसान नही होता लोक कलाकार हो जाना । ........ इस आधुनिक दुनिया मे अपनी धरोहर को बचाना कजरी,चैता,बिरहा,सोहर और कहरवा सुनाना , जिनको हम अपनी कला से प्रसन्न करते हैं । उन्ही कलाकारों का फिर तमासा बनाना ।। बहुत मुश्किल होता है ये क़िरदार निभा पाना , इतना आसान नही होता लोक कलाकार हो जाना । ये है लोक कला और लोक कलाकारों की हालत आज.... एक कलाकार की मनोदशा✍️ 👇 कला और कलाकार ये शब्द तो बहुत साधारण से लगते हैं परन्तु बहुत मुश्किल