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maihar rankaj chaurasia

हे परेशानियां कुछ तो डिस्काउंट दे दे

कट रही है जिंदगी कोई रिस्पांस दे दे #रंकज #परेशानियां  #डिस्काउंट 

 #जिंदगी #रिस्पांस

kundan kumar

all friend new record audio please comment like and रिस्पांस

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Saurav Dangi

#रिस्पांस SAHIL SINGH RAJPUT Vivek Sharma Bharadwaj Mukesh Patel Suman Zaniyan Saurabh yaduvanshi

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आपको अपने...उतना ही,
 स्पेशल होने का एहसास
 केवल वहीं,कराएगा...
 जिसको आप जितनी,
 रिस्पेक्ट दे रहे हो...
                       ...sauravdangi #रिस्पांस SAHIL SINGH RAJPUT Vivek Sharma Bharadwaj Mukesh Patel Suman Zaniyan Saurabh yaduvanshi

Yashpal singh gusain badal'

#yogaday हर व्यक्ति जानता है यह ब्रह्मांड और इसमें निहित हर कार्य ,हर घटना,ऊर्जा से सम्पन्न होती है ।इंसान के शरीर और दिमाग को चलाने के लिए #विचार

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"जैसे आपके विचार वही आप बनते हैं "
हर व्यक्ति जानता है यह ब्रह्मांड और इसमें निहित हर कार्य ,हर घटना,ऊर्जा से सम्पन्न होती है ।इंसान के शरीर और दिमाग को चलाने के लिए भी इसी ऊर्जा की भूमिका होती है। ऊर्जा स्वयं स्फूर्त होता है ।जहाँ ऊर्जा है वहां कंपन है। कंपन ही फ्रीक्वेंसी में परिवर्तित होती हैं। कंपन ही फ्रीक्वेंसी का आधार हैं। फ्रीक्वेंसी ही संचार का माध्यम हैं।मोबाइल, रेडियो,टेलीविजन, सब अलग-अलग फ्रीक्वेंसी के माध्यम से अलग-अलग व्यक्ति से संपर्क तथा अलग-अलग चैनल का संचालन होता है ।वे सब अलग -अलग फ्रीक्वेंसी पर चलते हैं ।जिस फ्रीक्वेंसी का चैनल आप चलाते हैं वही चैनल चलने लगता है ।इस तरह आप अलग-अलग प्रोग्राम देख और सुन पाते हो। इसी प्रकार हमारा मन भी अलग-अलग फ्रीक्वेंसी पर काम करता है ।मन की जैसी फ्रीक्वेंसी होती है उसी तरह की फ्रीक्वेंसी से कार्य करने वाली शक्तियों ,घटनाओं, विचारों,को हमारा मन अपनी ओर खींचता है।हमारे विचार भी विद्युतीय प्रवाह से भरे होते हैं ।वे ऊर्जावान होते हैं और हमारी भावनाएं और फीलिंग्स चुम्बकीय होती हैं । हर विचार से उसकी फीलिंग्स भी जुड़ी होती है और जब भी कोई विचार प्रकट होता है तब विद्युतीय आवेश पैदा होता है। और उन विचारों की वजह से जो  भावनायें पैदा हुई वहां चुम्बकीय आवेश जन्म लेता है और जब हमारे विचार और भावनाओं में कंपन होता है तो एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बनता है और इससे आपकी फ्रीक्वेंसी का पता चलता है । जब हम नकारात्मक विचारों के गिरफ्त में होते हैं तब सभी नकारात्मक फ्रीक्वेंसी हमारे नकारात्मक तरंगों के साथ खुद ही जुड़ जाती हैं और अधिक नकारात्मकता को हमारी ओर भेजने लगती हैं। परोपकार, दया,क्षमा, प्रेम की फ्रीक्वेंसी में रहने वाले लोग उन्हीं से मिलती जुलती फ्रीक्वेंसी को आकर्षित करते हैं ।इसलिए हम जिंदगी में जैसे लोग और घटनाओं चाहते हैं तो हमको उसी फ्रीक्वेंसी में खुद को बनाये रखना चाहिए। अथार्थ हमारे विचार और भावनायें भी उसी के अनुरूप होने चाहिए।

©Yashpal singh gusain badal' #yogaday हर व्यक्ति जानता है यह ब्रह्मांड और इसमें निहित हर कार्य ,हर घटना,ऊर्जा से सम्पन्न होती है ।इंसान के शरीर और दिमाग को चलाने के लिए

vishal bodhi

प्रकृति सारे सपने साकार करने के लिए आपके मन की फ्रीक्वेंसी का इंतजार कर रहा है!" #Reels #meditation #urja #healthylife #विचार

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gumnaamalfaaz

दोस्ती एक आयना हैं जो हमेशा अपनी असलियत बयां करता है, मगर गलती से टूट जाए तो उसका हर टुकड़ा चोट दे सकता हैं।💞💞 #frdship #फ्रीक्वेंसी #फ्रेंड #Poetry #Hopeless

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वही अफसाने बहुत तकलीफ़ दे सकते हैं,
जब दोस्त ही हमे दुश्मन समझने लगते हैं।

©gumnaamalfaaz दोस्ती एक आयना हैं जो हमेशा अपनी असलियत बयां करता है, मगर गलती से टूट जाए तो उसका हर टुकड़ा चोट दे सकता हैं।💞💞
#frdship #फ्रीक्वेंसी #फ्रेंड

Abdullah Qureshi

एक पुराना वीडियो हाथ लगा दोस्तों आज । सोचा आपके साथ शेयर कर दूं। हल्के फुल्के अंदाज़ में, सीरियस नहीं लेना है। पार्ट 1 है यह..पार्ट 2 आपके अच #Funny #Trending #Comedy #nojotovideo #कॉमेडी #Nojotocomedy #arzhai

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Kulbhushan Arora

Siddhi Sharma परिचय का कारण ... कुछ भी हो सकता है, आत्मतत्व का आकर्षण, अवश्य हो सकता है, आत्मतत्व तो सभी में, एक हो होता है.... तब कोई अपरि #yqspirituality #yquniverse #yqspiritualqoutes

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एक अनजानी,
जानी पहचानी *रिद्धि* Siddhi Sharma 
परिचय का कारण ...
कुछ भी हो सकता है,
आत्मतत्व का आकर्षण,
अवश्य हो सकता है,
आत्मतत्व तो सभी में,
एक हो होता है....
तब कोई अपरि
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