Find the Latest Status about अंतरिक्ष की सैर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अंतरिक्ष की सैर.
Rahul Apne
शान है। (पूरी कविता अनुशीर्षक में पढ़ें) माँ की समझ पापा की दुलार हैं बेटी, ईश्वर का सबसे सुंदर वरदान हैं बेटी, बेटी जोड़े दो घरों से रिश्ता हैवानों की भीड़ क्यों है दुनियां में क्यों
माँ की समझ पापा की दुलार हैं बेटी, ईश्वर का सबसे सुंदर वरदान हैं बेटी, बेटी जोड़े दो घरों से रिश्ता हैवानों की भीड़ क्यों है दुनियां में क्यों #Collab #YourQuoteAndMine #बेटियाँ #yqdidihindipoetry #happydaughtersday #yqaestheticthoughts
read moreभाग्य श्री बैरागी
"इश्तिहार" हाॅं विज्ञापन माने इश्तिहार ज़रूरी है। अनुशीर्षक में देखें इश्तिहार हाॅं इश्तिहार ज़रूरी है, जब तक पूरे देश को बेचा ना जाए, जब तक राजनीति को बिकाऊ ना लिखा जाए। कभी-कभी इश्तिहार देखना मजबूरी है, और
इश्तिहार हाॅं इश्तिहार ज़रूरी है, जब तक पूरे देश को बेचा ना जाए, जब तक राजनीति को बिकाऊ ना लिखा जाए। कभी-कभी इश्तिहार देखना मजबूरी है, और #yqhindi #होलीकेहमजोली #होली2021 #कोराकागज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkhkh2021 #विशेषप्रतियोगिता
read morejagruti vagh
एक नई दुनिया (read in caption) रात केे 11 बजे थे और मैं तमिल भाषा की हिंदी भाषा में रुपांतरीत फिल्म 'टिक टिक टिक' देख रही थी,जो भारत की पहली अंतरिक्ष विज्ञान पर आधारित फि
रात केे 11 बजे थे और मैं तमिल भाषा की हिंदी भाषा में रुपांतरीत फिल्म 'टिक टिक टिक' देख रही थी,जो भारत की पहली अंतरिक्ष विज्ञान पर आधारित फि #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #KKकविसम्मेलन #KKकविसम्मेलन4
read moreAnshuman Pandey
नीकल पड़ा हू पहाड़ों की सैर पर अब मुडकर दुबारा आऊ न आऊ अब जाते जाते सोच रहा हूं कि उसे यह बात बताऊं न बताऊं पहाड़ों की सैर
पहाड़ों की सैर #शायरी
read moreAनुभा
आओ तुम्हे चाँद पे ले जायें, जब तुमको मीठी नींद न आए ।तो ये लोरी आज सुनाएं।सपनों का संसार बनाएं।आओ तुम्हें चाँद पे ले जाएं। चाँद की सैर..।।
चाँद की सैर..।। #शायरी
read moreअर्पिता
बचपन की सैर चलो आज बचपन की सैर कर आते हैं, कुछ बहुत खास पलों को फिर जी आते हैं, माँ कहती है,सबकी लाड़ली थी मैं, कुछ तस्वीरों में ये बात साफ झलकती है, ज़्यादा तो कुछ याद नहीं मुझें, पर पापा हर फ़ोटो के पीछे की कहानी हँसकर बताते है, कुछ यादें माँ-पापा की फिर से चहक उठती हैं, अरे यादें तो क्या, उन्हें तो मेरी हर एक ड्रेस के बारे में भी अभी तक पता है, कि ये कहाँ से ली थी,कब पहनाई थी, उस ज़मानें में कैमरे वाला फोन नहीं हुआ करता था, फिर भी कैमरे वाले को कभी भी बुलाकर फोटोशूट करवाया जाता था, शायद सबकी चहेती थी,बिन बोले ही सब हो जाता था... ©अर्पिता #बचपन की सैर
Anuja sharma
नवंबर का महीना, सर्दियों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था। आज नींद भी कुछ पहले ही खुल गई थी। मैं अलसुबह ही अकेला घूमने निकल पड़ा। गांव की सुबह देखना तो वैसे भी मेरे लिए एक सपना था। हमेशा से ऐसा वक़्त अपने लिये निकालना बड़ा मुश्किल रहा मेरे लिए। हर वक़्त उलझा ही रहा ज़िम्मेदारियों में आज यहां आकर बहुत सुकून मिला है। सुबह की ताज़ी हवा ने मेरे भीतर एक नई ऊर्जा भर दी। चारों ओर फैली हरियाली ने तो मन मोह लिया।धुंद में लिपटे दरख़्त बेहद ख़ूबसूरत लग रहे थे। ©मन बावरा सुबह की सैर
सुबह की सैर
read moreChauhan Chirag
आओ तुम्हे आसमान की सैर कराएँ, बादलों पे पैर रखकर, पंछियों से हाथ मिलाएँ, सूरज की रोशनी को कर दें मद्धम, कर के उसपे तेरी जुल्फों के साए, आओ तुम्हे आसमान की सैर कराएँ.... ©Chauhan Chirag #आसमान की सैर #WatchingSunset
#आसमान की सैर #WatchingSunset #कविता
read more