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New 'आजादी की ओर' Quotes, Status, Photo, Video

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Ruchi Mittal

#जलियांवाला_कांड.. इतिहास के पन्नो में दर्ज़ एक काला दिन 😔🙏 कुछ तारीखें भारत के इतिहास में कभी नहीं भूली जा सकती। 13 अप्रैल 1919 को एक ऐसा ही #पौराणिककथा

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insta@words from heart99

ना फौजी थे ना सिपाही थे हमारी आपकी तरह वह साधारण इंसान थी देश का तिरंगा लहराया वह ऐसे जवान थे ना सोची खुद की ना अपने परिवार की बस जिद ठान #Poetry #bharat

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REETA LAKRA

आजादी की बात। #आज़ादी# yreeta-lakra-9mba

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किसी को हमने बताया 
बापू का भारत की आज़ादी से कोई संबंध नहीं था। 

सुनते ही वह भड़क उठा। 

अब उसे कैसे समझाते कि 
हम तो 'अपने बापू' 🤣 की बात कह रहे थे। 
१८२/३६६  आजादी की बात। #आज़ादी# yreeta-lakra-9mba

Shikha Dubey

कैसी ये आजादी है , ओर वो कहते है में आजाद हूं

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कदम से कदम मिलाकर चलता हूं 
हां मैं भी आजाद हूं
बातें कुछ जहन में दबा कर रखता हूं
बोलने की आजादी नहीं 
फिर भी में आजाद हूं
अपने सपनों के लिए 
खुद से लड़ता हूं 
फिर अपनों के लिए झुक जाता हूं
फिर भी में आजाद हूं
मैं एक सभ्य किरदार हूं
ताना असभ्य होने का सुनूं
बस सुनूं कुछ ना बोलू 
फिर भी में आजाद हूं
ख़ुद पर उठी उंगलियां
मैं खुशी खुशी झेल लुं
फिर भी में आजाद हूं
दौर आजादी से आजाद हूं
हां मैं भी आजाद हूं कैसी ये आजादी है , ओर वो कहते है में आजाद हूं

Praveen Jain "पल्लव"

सुभाष भगतसिंह की आजादी गुलामी की ओर धकेलने लगी है #LostInCrowd

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पल्लव की डायरी
रोटियां राजनीतिक अब बनने लगी है
पेट पर लात मारने की साजिशें होने लगी है
आम जनो के चूल्हे बन्द  सियासतें करने लगी है
गरीबी बाटने में सरकार आगे बढ़ने लगी है
खुदकुशी आत्महत्या अब आम लगने लगी है
सुलगती सब सौगाते 
मुल्क तबाह करने की ओर सरकारे बढ़ने लगी है
सुभाष भगतसिंह की आजादी को
गुलामी की ओर धकेलने लगी है
                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  सुभाष भगतसिंह की आजादी गुलामी की ओर धकेलने लगी है

#LostInCrowd

Praveen Jain "पल्लव"

सुभाष भगतसिंह की आजादी गुलामी की ओर धकेलने लगी है #LostInCrowd

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पल्लव की डायरी
रोटियां राजनीतिक अब बनने लगी है
पेट पर लात मारने की साजिशें होने लगी है
आम जनो के चूल्हे बन्द  सियासतें करने लगी है
गरीबी बाटने में सरकार आगे बढ़ने लगी है
खुदकुशी आत्महत्या अब आम लगने लगी है
सुलगती सब सौगाते 
मुल्क तबाह करने की ओर सरकारे बढ़ने लगी है
सुभाष भगतसिंह की आजादी को
गुलामी की ओर धकेलने लगी है
                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" सुभाष भगतसिंह की आजादी गुलामी की ओर धकेलने लगी है

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