Find the Latest Status about सप्तमेश द्वितीय भाव में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सप्तमेश द्वितीय भाव में.
motivation
2 उसने मैला ढोया बालकों का जब पति बीमार हुआ तब उसका लेकिन वह गंदगी मैं ही चल बसी मिट्टी के तेल में जलते-जलते। उसने अपना सब मोह त्याग परिवार को आगे बढ़ाया लेकिन खूब पीटी गयी और कहलायी रंडी,तवायफ,बेशर्म । वह माँ हुई बेटी हुई,सास हुई और उम्र के पड़ाव पर स्वंय के द्वारा ही ठगी गई। जब वह घर से निकली उसके पीछे दरिंदों की गैंग निकली किसी ने सीटी बजायी किसी ने रास्ता रोका किसी ने उसको पकड़ा किसी ने रेप किया। -सुनील चौधरी #नारी द्वितीय भाग
Hasanand Chhatwani
कहने को शब्द नही लिखने को भाव नही,,,,,,,,,,, दर्द तो हो रहा है पर, दिखाने को घाव नही...... ##शब्द ##भाव##घाव ##
Mohan Sardarshahari
मिठास मिठाई से ज्यादा देने वाले के भाव में होता है आनंद दीवाली मनाने से ज्यादा इसके चाव में आता है।। ©Mohan Sardarshahari भाव और चाव
@raw__writer
शब्दों का बस भाव चाहिए, अपनी हो या दूसरों की घाव चाहिए । बह सकूं पानी में, बस एक नाव चाहिए।। #कविता #भाव #नाव
भारद्वाज
कोई भी व्यक्ति आपके पास *तीन* कारणों से आता है, *भाव * *अभाव* और *प्रभाव* *भाव* से आया हो , तो स्वागत कीजिए । *अभाव* से आया हो, तो *मदद* कीजिए। * प्रभाव *से आया हो, तो *प्रभु* का "धन्यवाद" कीजिए। कि *आपको* "प्रभु" ने इतनी "क्षमता" दी है।। BharDwajSharma... #भाव #अभाव #प्रभाव
Raju Bajrangi
💦पाणी दी कहानी💦 ठंडा तत्ता हो जो वी सब कुज सेह जांदा। राह बाणोंण लई पहाड़ा नाल खह जांदा।। कदे बणंके मिह कदे बन ओले बरस जांदा। बणाके आपे अपनी राह आपे बह जांदा।। करके अड़ी आपे आप दा मुहाणी होणा। "बजरंगी" सौखा नही हुँदा पाणी होणा।। ✍️क़लम हजे ज़ारी... ©Raju Bajrangi पाणी दी कहाणी भाग-द्वितीय
Yogesh Kumar Mishra"yogi
ज्ञान कहाँ है ध्यान कहाँ? अब धर्म कहाँ है राहों में, शर्म कहाँ है हया कहाँ? लिखकर भूले सब पोथों में।। रिश्ते भी क्या नाते है, सम्बन्धों के भी तो ताते है। बहन कहाँ किसकी बेटी, भूल गए सब गृह गुहाओं में।। योगेश कुमार मिश्र"योगी" वर्तमान में भाव......
अभि जी
तेरा रास्ता निहारू श्याम बताओ तुम कब आओगे क्यों छोड़ गए हमे इस अंधेरो में बीना तेरे मन अब रुकता भी नहीं है कहा गए अब बता दो हमे कब याद करोगे तेरा रास्ता निहारू श्याम बताओ तुम अब कब आओगे तेरी ये सुंदर सुरतिया ,भूले न कभी ये तेरी मुरलिया तूझसे शुरू है ,तुझमें ये जीवन अब मिटेगा तेरा नाम लेकर ही सब कुछ छूटेगा मेरे प्यारे श्याम दुलारे, क्यों अब हमे न मिल पाओगे तेरा रास्ता निहारू बोलो श्याम अब कब आओगे हमे इस जीवन में बस तेरा ही ध्यान रहे जहा भी रहे तू ही बस साथ रहे बंशी बताओ कहा अब तो बजाओगे तेरा रास्ता निहारू श्याम बोलो अब कब आओगे ©छोटे अभियंता @Abhi tप्रभू चरणो में समर्पित भाव