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संजय श्रीवास्तव
गुंगे बहरों की भीड़ देख देख कर! शायद मै भी गूंगा बहरा होने लगा हुँ कितने अत्याचार सहा है देखा है बस दर्द समेट कर जीने लगा हुँ रिश्तों को बचाने की चाहत संबधो की गरमाहट रोक लेती थी हर उस प्रतिकार को जिसे करना था पर क्या था जो मेरे अंदर ही कुलबुलाता रहा हर अत्याचार को क्युँ मै झुठलाता रहा! हाँ मै दोषी हुँ हर उस अत्याचार का जो मैने देख कर भी अनदेखा किया है घुट घुट कर जिया ह़ुँ पर कब तक गूँगा बहरा रहुंगा ! कब तक अत्याचार सहुंगा नहीं नहीं अब और नही अब गूंगा बहरा नहीं हुँ संजय श्रीवास्तव गूंगा
Hilal Hathravi
सच लिखना, कहना और दिखाना गुनाह है इस दौर में, झूठ ने सच को दबा दिया है इस दौर में। डर ने तुम्हें कायर अंधा गूंगा बहरा बना दिया है इस दौर में। मिलोगे आंखें कैसे तुम अपनी नस्लों से, तुम्हें नपुंसक बना दिया गया है इस दौर में। सच लिखना, कहना और दिखाना गुनाह है इस दौर में। ~हिलाल हथ'रवी . ©Hilal Hathravi #कायर #गूंगा #बहरा #नपुंसक
vishal painuly
🙏गूंगा युवा🙏 छोड़ दो इनकी जुल्फों के साए में रहना बंद करो इनकी भाषाओं को बोलना 🖊️🖊️ यह राजनीति के गिद्ध हैं उनकी राह पर मत चलना भोली सी सूरत दिखा कर उस पर लालच मत करना छोड़ दो इनकी जुल्फों के साए में रहना 🖊️🖊️ युवा मैं तुम्हें जगा रहा हूं राजनीति से भगा रहा हूं छोड़ दो सब राजनीति दलों को समाज में उतरने के लिए बोल रहा हूं 🖊️🖊️ राजनीति के गिद्धों की बेटियां चैन से सो रही है और हमारी बेटियां घर से बाहर निकलने के लिए रो रही है बंद करो यह ड्रामा पार्टियों के झंडे उठाने का वक्त आ चला है लाठी और डंडे उठाने का सीख जाओ युवा तुम राजनीतिक गिद्धों के कंधे से बंदूक चलाना बंद करवाओ बेटियों की लाशों पर राजनीति करवाना छोड़ दो इनकी जुल्फों के साए में रहना 🖊️कविता रचियता🖊️ एक्टिव विशाल पैन्यूली ऋषिकेश देहरादून समाज का गूंगा युवा #ShiningInDark
knhaiyalal Sain
समय गूंगा नहीं मौन रहता है सही वक्त पर ही बताता है वो बोलना भी जानता है ©knhaiyalal Sain समय गूंगा नहीं मौन रहता है #Travel
Ps Chandel
मुश्किल घड़ी और दोस्त खामोश हूँ मैं कोई गूंगा नहीं। तु मांग कर तो देख मेरे दोस्त, भले ही मेरे पास कुछ भी नही। पर ऐसा नही की मैं तुम्हें कुछ दूँगा नहीं। ©Ps Chandel खामोश हूँ मैं कोई गूंगा नहीं। #december
satish bharatwasi
तु नसशील तर जगण्याला काय अर्थ आहे? तु असेल तर जीवन माझे सार्थ आहे अर्थ