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Simant Sharma
तुम हो ना, तो ये जहाँ खुशियों का समन्दर सा लगता हैं लगते हैं हसीं नज़ारे और दिलकश ये मंजर सा लगता हैं तुम हो ना, तो अजब सी महक उठती है फिज़ाएँ सारी हर इक उड़ता हुआ परिंदा यहाँ मुझे अंजर सा लगता हैं तुम हो ना, तो सामने देखकर तुमको मैं खो ही जाता हूँ मेरा इक अक्स मुझको तुझमें किसी संजर सा लगता हैं तुम हो ना, तभी लहलहाती है हरियाली चारों ओर यहाँ तुम ना हो, तो हर ज़र्रा ज़र्रा मुझको बंजर सा लगता हैं तुम हो ना, तो मैं मद्धम लहरों सा किनारे पर ही रहता हूँ तुम ना हो गर तो एक सैलाब फिर मेरे अंदर सा लगता हैं तुम हो ना !! 💕 #अनकहेअल्फ़ाज़ #अंजर #मंजर #संजर #बंजर #yqdidi #yqbaba
Eklakh Ansari
Poonam Ritu Sen
बंजर थी ज़िंदगी मेरी, बारिश की फुहारें तुमने छिड़की, खंजर मारा था किसी ने, मलहम लगा कर तुझसे लिपटी, यादों वादों मुलाकातों का किस्सा ही खत्म कर दिया जहर घोला था किसी ने, और मर कर तुझमें ही आ सिमटी.. #yqdidi #बंजर #फुहार #खंजर #ज़हर #याद #वादा
Himanshu Prajapati
चलो देखता हूं एक नया मंजर, मोहब्बतें धसा हुआ निकालकर खंजर..! ©Himanshu Prajapati #lovetaj चलो देखता हूं एक नया मंजर, मोहब्बतें धसा हुआ निकालकर खंजर..!
pawan ranjitsing thakur
Diwan G
आज के दिन का वो हमला इंसानियत से उसका,कुछ भी वास्ता नहीं था, वो जन्नत जाने का,कोई सीधा रास्ता नहीं था। बेगुनाहों को मारा,न जाने कैसी वो सनक थी, इंसानियत पे कलंक था,वो इंसानियत नहीं थी। इंसान होकर भी,वह जालिम इंसान नहीं था, था शैतानियत का नमूना,वो फरिश्ता नहीं था। दिल आज भी रोता है,उस मंजर को याद करके, बेशक मरने वालों से,मेरा कोई रिश्ता नहीं था। धुँआ सा उठा था, जिंदगी धुँआ हुई थी, इमारत को छोड़ो,वहाँ इंसानियत ध्वस्त हुई थी।। Diwan G खौफनाक मंजर #मंजर #आतंक
Diwan G
इश्क़ का मंज़र चढ़ा ऐसे मैंने देखे हैं इश्क के मंजर जमाने में, किसी का इश्क मुकम्मल ना हुआ, किसी ने पाया किसी को अंजाने में। कोई बेताब था पास आने के लिए, किसी को यकीं था मोहब्बत पे यहाँ, खुश था कोई किसी को भूल जाने में। मंजर #Love #मंजर #मोती #दृश्य
Meenakshi Raje
इस जहाँ का अजीब मंजर हो गया, ज़बान मीठी हाथ में खंजर हो गया, नफरत और फरेब, इसके नुमाइंदे हो गए, मुहब्बत का शहर अब बंजर हो गया!! ©Meenakshi Raje इस जहाँ का अजीब मंजर हो गया, ज़बान मीठी हाथ में खंजर हो गया, नफरत और फरेब, इसके नुमाइंदे हो गए, मुहब्बत का शहर अब बंजर हो गया!! Meenakshi R