Nojoto: Largest Storytelling Platform

New ना पूछ मेरी पहचान Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about ना पूछ मेरी पहचान from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ना पूछ मेरी पहचान.

    PopularLatestVideo

amit gupta

मत पूछ मेरी पहचान

read more
mt puchh meri pahchan मत पूछ मेरी पहचान

Dharminder Dhiman

लोगों से ना पूछ.... मेरी तबाही की वजह..

read more
लोगों से ना पूछ....
मेरी तबाही की वजह..
सिर्फ तुम हो..!  लोगों से ना पूछ....
मेरी तबाही की वजह..

meena mallavarapu

मेरी पहचान... #कविता

read more
मेरे रंग रूप से
   क्यों जोड़ दी ,
ऐ दुनिया 
तूूने मेरी पहचान!
अपने वजूद का
  इतना बड़ा अपमान -
कैसे कर लूं बर्दाश्त मेरी पहचान...

Divya Shrotriya

मेरी पहचान #बात

read more
तू क्या सिखाएगा मुझे जिंदगी जीने का तरीका
जिसे तू सोना समझता है उसे मैं राख कहता हूं। मेरी पहचान

Om Dabhade

मेरी पहचान

read more
mute video

Kumar Vishnu

मेरी पहचान #Shayari

read more
दर्द है यह जताने की जरूरत नहीं
 मोहब्बत है यह सबको बताने की जरूरत नहीं है
 हम कौन हैं यह तो हमारी आदतें भी बयां करती हैं हमें जमाने को बताने की जरूरत नहीं है
  जमाने को बताने की जरूरत नहीं है मेरी पहचान

Hello Hashmat Raja

मेरी पहचान

read more
मेरा वशुल है

जब जैसा- तब तैसा न किया तो मर्द कैसा मेरी पहचान

Pintu Sharma

पहचान मेरी

read more
कौन जानता है इस जहान में मुझे
आ ही गया तो पहचान बनाकर
ही जाऊँगा।। पहचान मेरी

manisha

#मेरी पहचान #कहानी

read more
कस्तूरी मृग सी एक खुशबू में पागल हो रही हूँ 
जो खुशबू है मेरी खुद की उसे मैं दूसरों में ढूंढ रही हू 
अपने लक्ष्य को पाने का हर रास्ता जानती हू 
फिर भी न जाने क्यों सारे जग से पूछती फिरती हू 
जो छुपा है हुनर मुझमें उसे दूसरों में तलाश रही हू 
अपने सवालों के जवाब क्यों जमाने से मांग रही हू 
कस्तूरी मृग सी अपनी ही खुशबू में पागल घूम रही हू 
जो खुशबू  है मेरी खुद की उसे में दूसरों में ढूंढ रही हूं #मेरी पहचान

Santosh Verma

मेरी पहचान

read more
चुप रहूं या बोल दूं,

या कुछ ऐसे डोल दूं,,

मैं निष्ठुर अनजान कोई,

क्या राज जुबां से खोल दूं।।

मैं निर्झर निर्मल सा,

आक्रोश मेरा दुर्बल सा,,

सादगी ही पहचान मेरी,

क्या मैं कल_कल करना छोड़ दूं!।।

दूध सा उज्ज्वल चरित्र मेरा,

कर जाऊं हर कर्म पवित्र तेरा,,

शांति ही है प्रतीक मेरा,

ऐसे कैसे जहर घोल दूं।।

भुजाओं में बची अभी ताकत है,

क्या कमजोर समझ आंकत है!।।

इन्हीं हाथों से उठे हैं खड्ग_भाल मेरे,

क्या गुमान अब पत्थर का तोड़ दूं।।

मैं हरदम चिंतन करता हूं,

बस चाह किंचन करता हूं,,

क्या उठ रहे मन में तेरे सवाल,

कहो तो सत्य तराजू में खुद को तोल दूं।।।


WRITTEN BY(संतोष वर्मा)आजमगढ़ वाले
खुद की ज़ुबानी मेरी पहचान
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile