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Naveen Pandey
तारो को छूने की चाहत किसे नही होती और जमी छोडने की साहस किसी को नही होती #तारो
Brandavan Bairagi "krishna"
#DearZindagi काले काले बादल बरसते है देखने तुझको मेरे नैना तरसते है । बिजली की गड़गड़ाहट सुनाई देती है आहट कही ये तुम्हारे आने की तो नही। काले काले बादल।
dr.rohit sarswati
शीर्षक काले काले बादल दुल्हा बनकर बादल आये बैण्ड बाजा साथ है लाये ! झुमने लगे सारे पक्षी जब बादल ने ढोल बजाये । चिल्लाने लगे मेंढक टर टर जल्दी से चलो अपने घर , कहीं बादल राजा कि शादी मेंं हमको सर्दी न लग जाये ! दुल्हा बनकर बादल आये , दुल्हा बनकर बादल आये । ©rohit sarswati #काले काले बादल
Tarun tilwaliya
हम तुम्हें इतना प्यार करेगें के लोग हमे तारो रखेगो।।।।।। ©Tarun tilwaliya तारो #friends
Champa Rautela
ख़ामोश सी हूं शायाद मै यहां, अब भी अहसास है दिल कहीं, अफ़सोस नहीं की साथ अधूरा रहा, बस सुकून है की एक साथ जिया, रातों को तारो का नहीं, खूबसूरत यादो का जिक्र रहता है, भीगी सी शामो में , एक गहरी बारिश का असर बरसता हैं, ©Champa Rautela #Music # तारो
Raj Mani Chaurasia
काले काले बदरा, तू कहा से आता है। बिन बरसे मन की त्रीसना और बढ़ाता है बहुत गरजता तड़पता है , पर बूंद भी ना बरसाता है। पूछ ले पता उस भूरे बदरे से, जो कम गरजता है और पानी खूब बरसाता है , आखिर वो पानी कहा से लाता है, जो हर किसी की प्यास बुझता है।।। ©Raj Mani Chaurasia काले काले बदरा #OneSeason
Sonu Rajvanshi
रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है, चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है, रोज़ पत्थर की हिमायत में ग़ज़ल लिखते हैं, रोज़ शीशों से कोई काम निकल पड़ता है। ©Sonu Rajvanshi तारो की नुमाइश
imran pathan
अक्सर टूटते तारों से दुआ करते है लोग ... पर तारो से बिछड़ने से अंबर तो रो ही पड़ता होगा ना ..! किनारे से तो बहता पानी खूबसूरत दिखता है .. पर नदी से किनारा अक्सर छूट जाता होगा ना ...!! हमसफ़र साथ चलते है तो जिंदगी खूबसूरत लगती है ... पर अक्सर साथ छूट जाने से रास्ता बदल जाता होगा ना .... तेरी तलाश मे निकलते है अल्फाज़ मेरे दिल से और तू गुनगुनाये तो ही गीत बनता होगा ना ... रुलाने मे सब को मजा कहा आता होगा, पर रोने से अश्क़ का आँखों से बिछड़ना होता होगा ना...! जिस्म से रूह का बिछड़ जाना लाश होता होगा ना... सब को जल्दी है कि दफ़्नावो इसे *ए- अमन* जल्द हटावो इसे , ऐसा मतलब सबका होता होगा ना ..!! #इमरान पठाण *अमन* # टूटते तारो से ..
Mahendrasinh(Mahi)
तारो की महेफिल लगी थी उस रात को, अरसा हो गया इस बात को, टूटे थे वो मेरे लिए तुजे मांगने के लिए, तूने मुझे ठुकरा कर उसकी कुर्बानी जाया करदी। ©Mahendrasinh(Mahi) तारो की महफिल....