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Vandana

प्रिय दोस्त आपको टेस्टी लिखने की हमेशा से ही इच्छा रही है कभी वक्त नहीं मिला और ऐप का नया वर्जन मुझे आया नहीं,,, मैं आपसे इंस्पायर इसलिए नह #testimonial

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राम चरित्र चित्रण उनके व्यक्तित्व में समाहित,,,
अयोध्या नगरी के सुकुमार भगवाधारी है कहलाये,,,
मौन रूप में जल में मिश्री की तरह
सद्गुणों से हैं सुसज्जित,,,
हिंदुत्व के गौरव,,सुसंस्कृति है रग रग में
प्राण जाए पर वचन ना जाई,,,
शांति दूत अयोध्या नगरी के हैं ताज,,,
समाज को नई दिशा देने के लिए हैं,,,
हर वक्त तत्पर,,,
रघु कुल की परंपरा से हैं ओतप्रोत 
हनुमान सखा लक्ष्मण जैसे वीर,,,
संस्कारों से भरी उनकी ज्योति है
जैसे माटी में दिय की भांति उनकी प्रीति है,
हिंदू राष्ट्र की पहचान है ऐसे देश प्रेमी युवा सबके लिए मार्गदर्शक हैं,,,, प्रिय दोस्त आपको टेस्टी लिखने की हमेशा से ही इच्छा रही है कभी वक्त नहीं मिला और
ऐप का नया वर्जन मुझे आया नहीं,,,

मैं आपसे इंस्पायर इसलिए नह

Vishw Shanti Sanatan Seva Trust

#MereKhayaal ।। सत्य वचन।। हिन्दू संयुक्त परिवार जिसमें एक साथ एक ही घर में कई पीढ़ियों के लोग रहते हैं जिस परिबार मे तीन या अधिक पीढ़ियों क #ज़िन्दगी

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।। सत्य वचन।।
हिन्दू संयुक्त परिवार जिसमें एक साथ एक ही घर में कई पीढ़ियों के लोग रहते हैं जिस परिबार मे तीन या अधिक पीढ़ियों के सदस्य साथ साथ निबास करते है जिनकी रसोई , पूजा पाठ एबं संपत्ति सामूहिक होती है उसे ही सयुंक्त परिबार कहते है
संयुक्त परिवार के लाभ	
मनुष्य को अपने विकास के लिए समाज की आवश्यकता हुयी , इसी आवश्यकता की पूर्ती के लिए समाज की प्रथम इकाई के रूप में परिवार का उदय हुआ .क्योंकि बिना परिवार के समाज की रचना के बारे में सोच पाना असंभव था .समुचित विकास के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आर्थिक ,शारीरिक ,मानसिक सुरक्षा का वातावरण का होना नितांत आवश्यक है .परिवार में रहते हुए परिजनों के कार्यों का वितरण आसान हो जाता है .साथ ही भावी पीढ़ी को सुरक्षित वातावरण एवं स्वास्थ्य पालन पोषण द्वारा मानव का भविष्य भी सुरक्षित होता है उसके विकास का मार्ग प्रशस्त होता है .परिवार में रहते हुए ही भावी पीढ़ी को उचित मार्ग निर्देशन देकर जीवन स्नाग्राम के लिए तैयार किया जा सकता है।
सुरक्षा और स्वास्थ्य	
परिवार के प्रत्येक सदस्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी परिजन मिलजुल कर निभते हैं .अतः किसी भी सदस्य की स्वास्थ्य समस्या ,सुरक्षा अमास्या ,आर्थिक समस्या पूरे परिवार की होती है .कोई भी अनापेक्षित रूप से आयी परेशानी सहजता से सुलझा ली जाती है .जैसे यदि कोई गंभीर बीमारी से जूझता है तो भी परिवार के सब सदस्य अपने सहयोग से उसको बीमारी से निजात दिलाने में मदद करते है उसे कोई आर्थिक समस्य या रोजगार की संसय अड़े नहीं आती .ऐसे ही गाँव में या मोहल्ले में किसी को उनसे पंगा लेने की हिम्मत नहीं होती संगठित होने के कारण पूर्ताया सुरक्षा मिलती है .व्यक्ति हर प्रकार के तनाव से मुक्त रहता है।
विभिन्न कार्यों का विभाजन
परिवार में सदस्यों की संख्या अधिक होने के कारण कार्यों का विभाजन आसान हो जाता है .प्रत्येक सदस्य के हिस्से में आने वाले कार्य को वह अधिक क्षमता से कर पता है .और विभिन्न अन्य जिम्मेदारियों से भी मुक्त रहता है .अतः तनाव मुक्त हो कर कार्य करने में अधिक ख़ुशी मिलती है .उसकी कार्य क्षमता अधिक होने से कारोबार अधिक उन्नत होता है .परिवार के सभी सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ती अपेक्षाकृत अधिक हो सकती है और जीवन उल्लास पूर्ण व्यतीत होता है।
भावी पीढ़ी का समुचित विकास	
संयुक्त परिवार में बच्चों के लिए सर्वाधिक सुरक्षित और उचित शारीरिक एवं चारित्रिक विकास का अवसर प्राप्त होता है .बच्चे की इच्छाओं और आवश्यकताओं का अधिक ध्यान रखा जा सकता है .उसे अन्य बच्चों के साथ खेलने का मौका मिलता है .माता पिता के साथ साथ अन्य परिजनों विशेष तौर पर दादा ,दादी का प्यार भी मिलता है .जबकि एकाकी परिवार में कभी कभी तो माता पिता का प्यार भी कम ही मिल पता है यदि दोनों ही कामकाजी हैं .दादा ,दादी से प्यार के साथ ज्ञान ,अनुभव बहर्पूर मिलता है .उनके साथ खेलने , समय बिताने से मनोरंजन भी होता है उन्हें संस्कारवान बनाना ,चरित्रवान बनाना ,एवं हिर्ष्ट पुष्ट बनाने में अनेक परिजनों का सहयोग प्राप्त होता है .एकाकी परिवार में संभव नहीं हो पाता।
संयुक्त परिवार में रहकर कुल व्यय कम	
बाजार का नियम है की यदि कोई वस्तु अधिक परिमाण में खरीदी जाती है तो उसके लिए कम कीमत चुकानी पड़ती है .अर्थात संयुक्त रहने के कारण कोई भी वस्तु अपेक्षाकृत अधिक मात्र में खरीदनी होती है अतः बड़ी मात्र में वस्तुओं को खरीदना सस्ता पड़ता है .दूसरी बात अलग अलग रहने से अनेक वस्तुएं अलग अलग खरीदनी पड़ती है जबकि संयुक्त रहने पर कम वस्तु लेकर काम चल जाता है .उदाहरण के तौर पर एक परिवार तीन एकल परिवारों के रूप में रहता है उन्हें तीन मकान ,तीन कार या तीन स्कूटर ,तीन टेलीविजन ,और तीन फ्रिज ,इत्यादि प्रत्येक वस्तु अलग अलग खरीदनी होगी .परन्तु वे यदि एक साथ रहते हैं उन्हें कम मात्र में वस्तुएं खरीद कर धन की बचत की जा सकती है .जैसे तीन स्कूटर के स्थान पर एक कार ,एक स्कूटर से काम चल सकता है ,तीन फ्रिज के स्थान पर एक बड़ा फ्रिज और एक A.C लिया जा सकता है इसी प्रकार तीन मकानों के साथ पर एक पूर्णतया सुसज्जित बड़ा सा बंग्ला लिया जा सकता है .तेलीफोन,बिजली ,काबले के अलग अलग खर्च के स्थान पर बचे धन से कार व A.C. मेंटेनेंस का खर्च निकल सकता है। इस प्रकार से उतने ही बजट में अधिक उच्च जीवन शैली के साथ जीवन यापन किया जा सकता है।
भावनात्मक सहयोग	
किसी विपत्ति के समय ,परिवार के किसी सदस्य के गंभीर रूप से बीमार होने पर ,पूरे परिवार के सहयोग से आसानी से पार पाया जा सकता है .जीवन के सभी कष्ट सब के सहयोग से बिना किसी को विचलित किये दूर हो जाते हैं .कभी भी आर्थिक समस्या या रोजगार चले जाने की समस्या उत्पन्न नहीं होती क्योंकि एक सदस्य की अनुपस्थिति में अन्य परिजन कारोबार को देख लेते हैं।
चरित्र निर्माण में सहयोग	
संयुक्त परिवार में सभी सदस्य एक दूसरे के आचार व्यव्हार पर निरंतर निगरानी बनाय रखते हैं ,किसी की अवांछनीय गतिविधि पर अंकुश लगा रहता है .अर्थात प्रत्येक सदस्य चरित्रवान बना रहता है .किसी समस्या के समय सभी परिजन उसका साथ देते हैं और सामूहिक दबाव भी पड़ता है कोई भी सदस्य असामाजिक कार्य नहीं कर पता ,बुजुर्गों के भय के कारण शराब जुआ या अन्य कोई नशा जैसी बुराइयों से बचा रहता है और आपको यह भी बतादूँ की कुछ भी हो हर बड़े ओर छोटे का पूरा प्यार और दुलार मिलता हैं।
डॉ कृष्ण मोहन जी

©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust #MereKhayaal ।। सत्य वचन।।
हिन्दू संयुक्त परिवार जिसमें एक साथ एक ही घर में कई पीढ़ियों के लोग रहते हैं जिस परिबार मे तीन या अधिक पीढ़ियों क

Vandana

हर एक व्यक्ति सोचता है सूरज सिर्फ मेरे लिए ही निकला है जब वह अपनी आंखों से देखता और सूर्य को जल अर्पण करता तो यही मन में भाव लाता है कि यह स #प्रेम_की_परिभाषा #सादा_जीवन_उच्च_विचार

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.... हर एक व्यक्ति सोचता है सूरज सिर्फ मेरे लिए ही निकला है जब वह अपनी आंखों से देखता और सूर्य को जल अर्पण करता तो यही मन में भाव लाता है कि यह स

Divyanshu Pathak

🌼🌸पंछी💠🌹🕉🤓पाठक🤓🤓🌸💠बेटी🌹🐦🐦💠🌸स्त्री🍁🍁😂नारी😁😁☕🍁💠मेरी पुरानी fb पोस्ट से🌹🌹🌸💠🌸🍁🍁🍁🍁🍁🌸 बदलते समय ने समाज में महिलाओं की भागीदारी और उनकी भूमिक

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💠🌸🍁🌼🤓
बेटी दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएं
आपको
🤓🌼💠🍁🌺🐦🌹 
आपने कैप्शन पढा क्या ?
😊☺😁🤓🍫🐦🍧
नहीं तो शक्लों को देखने से
अक़्ल बिगड़ जाती है।
🤓😁🍫🐦🍧😁🙄 🌼🌸#पंछी💠🌹🕉🤓#पाठक🤓🤓🌸💠#बेटी🌹🐦🐦💠🌸#स्त्री🍁🍁😂#नारी😁😁☕🍁💠मेरी पुरानी fb पोस्ट से🌹🌹🌸💠🌸🍁🍁🍁🍁🍁🌸
बदलते समय ने समाज में महिलाओं की भागीदारी और उनकी भूमिक

kesaravinash

पीढ़ियां

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कुछ वर्षों पूर्व
तुम चली गई
तो सूना पड़ गया संसार।
गया था कल 
तेरे द्वार!
उग आए हैं कब्र पर तेरे
कुछ भटकते बीजों के भविष्य,
कुछ झार- झंखार!
पूछा मेरे बेटे ने -
कहां हैं दादी?
यहां तो झार है, झंखार हैं,
सब जगह खार ही खार है।
मैंने कहा - 
बेटे,
असुंदर से ही सुन्दर जन्म लेता है।
ये जो पेड़ हैं 
तेरी दादी हैं,
हम डार हैं,
तुम पात हो,
तेरे बच्चे फूल होंगे,
और उनके बच्चे फल!
और
ऐसे ही चलता रहेगा यह संसार।
ये झार, 
ये झंखार, 
ये पेड़,
ये डार!
सब,
हां, सब! 
हमारे ही तो हैं परिवार!! पीढ़ियां

लेखक ओझा

सीढ़ियों से #Shayari

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Sanjeev Suman

#StandProud #मेहनत सीढ़ियों #ज़िन्दगी

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Jitendra KumarYadav ( jitu)

यादगार पीढियों तक #nojotophoto

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 यादगार पीढियों तक

Jagdish Bhai

हज़ारों पीढ़ियों तक निरन्तर करुणा करनेवाला #शायरी

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पने विषय में बताता है …
यहोवा उसके सामने होकर यों प्रचार करता हुआ चला, “ यहोवा, यहोवा, ईश्‍वर दयालु और अनुग्रहकारी, कोप करने में धीरजवन्त, और अति करुणामय और सत्य, हज़ारों पीढ़ियों तक निरन्तर करुणा करनेवाला, अधर्म और अपराध और पाप का क्षमा करनेवाला है

©Jagdish Bhai हज़ारों पीढ़ियों तक निरन्तर करुणा करनेवाला

ranjit Kumar rathour

पीढियों का दर्द #COVIDVaccine #कविता

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असह्य पीड़ा
**********
कितना डरा हुआ हूं मैं, वो ,हम....
स...ब।   सारे के सारे
जानते हो क्यों यहाँ,वहाँ ,जहां
 में जा रहे लोग मारे
हर कोई आक्रांत है,भय,डर,पीड़ा 
से निर्बल घरों में... हारे
बदहवास हर कोई सड़क,दवाखाना,अस्पताल
में बेसुध खड़ा पड़ा सा रे
सांसों का थमना बारी बारी,जारी
 न हो कोई अपना भी रे
खत्म नही हो रही,चाहत हो नही,कही
पारी मेरा भी न रे
सोचा नही था कभीवक्त,सख्त इतना होगा
कि हर दरख़्त से उनका शाख
मिले कटा सा रे
हर दरख़्त से शाख उनका कटा सा रे।
दर्द ये पीढ़ियों तक सालेगा
आयी थी एक हवा
गिरा था पेड़ मेरा और मेरे
पास ,पड़ोस और मुहल्ले का रे

©ranjit Kumar rathour पीढियों का दर्द

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