Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पिता जी का जन्मदिन Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पिता जी का जन्मदिन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पिता जी का जन्मदिन.

    PopularLatestVideo

manojsingar

कान्हा जी का जन्मदिन गिफ्ट दीजिए

read more
mute video

Yuva kavi Vimal kumar prajapati

पिता जी का आशीष #cominghome #अनुभव

read more
mute video

चैतन्य गुँजाल

माता जी का जन्मदिवस #संगीत

read more
उसके लिए क्या लिखोगे जिसकी, स्वयं आप अभिव्यक्ति हों।
जीवन जिससे प्रकाशित आपका, जीवन जिससे शक्ति हों।
जिसके बिना नीरस हों जीवन, होने से जिसके भक्ति हों।
हों जाएँ गर उसकी सब इच्छा पूरी, फिर मुझे क्या कुछ आसक्ति हों।
त्याग प्रेम वात्सल्य स्वरूप माँ, अभाव से जिसके अशक्ति हों।।
जन्मदिवस शुभ हों उनका, जो मेरे मन की तेजमूर्ति हों।
माँ, जन्मदिवस की अनेकानेक शुभकामनाएँ, आप सदैव स्वस्थ्य एवं प्रसन्न रहे.. माता जी का जन्मदिवस

Er. Shailendra Kumar

माता और पिता जी का शिक्षा...

read more
माता पिता भले ही अनपढ़ क्यो न हो, लेकिन शिक्षा और संस्कार देने में जो, क्षमता देने में उनमें है वो, दुनिया के किसी स्कूलों में नहीं ..
      " वो ही माता पिता हैं.. " माता और पिता जी का शिक्षा...

Ajay Kumar

डॉक्टर अब्दुल कलाम जी के पिता जी का प्रोग्राम। #Pehlealfaaz

read more
#Pehlealfaaz अब्दुल कलाम जी के पिताजी का फोटोग्राफ। डॉक्टर अब्दुल कलाम जी के पिता जी का प्रोग्राम।

Govind Jaiswal

पिता जी

read more
 पिता जी

Àñkït Õjhâ

पिता जी #विचार

read more
मैंने कभी कहा नहीं, लेकिन यूँ आप हमे अकेले छोड़ गए एक पल भी नहीं सोचा किसकी उंगलियाँ थामेंगी ये नन्ही सी जान।। पिता जी

Raone

पिता जी #कविता

read more
पिता (भगवान)

यूँ तो भाग्य विधाता जग का, है कहलाता उपरवाला।

थाल सजाकर हम भी पूजते, पाथर के उस मूरत को।।

बिन स्वारथ सब दिया पिता ने, फिर भी ना हम इनको  पहचाने।

नहीं पिता है चाहे कुछ भी, अपनी इन औलादों से।।

फिर क्यूं मुकर जाते हैं बेटे, पिता से किये वादों से।

होता इनका बस इक सपना, हो खुशहाल कुटुम्ब एक अपना।।

घर में मन्दिर एक बन जाये, जिसमें चारों धाम समाये।

जिसकी रचना से हम जनम हैं पाये, हर क्षण उसको हैं रुलाये।।

बचपन में नन्हे पैरों से हमने जिनको मारा था।

जिसने कन्धों पर अपने हमारा भार उठाया था।।

जिनके पीठ पर चढ़कर हमने घोड़ा दौड़ाया था।

एक समय था तब का वो, जब हम बच्चे कहलाते थे।।

एक समय अब आज है आया, जब बूढ़े बाप बच्चे कहलाते हैं।

बचपन से जिनकी छाया में, हम हैं पले बढ़े हुए।।

अब है अपने पिता की बारी, पर हम नासमझ हैं बने हुए।

चार दिनों की खुशियाँ लेकर, बेटों को सब दे जायेंगे।।

पाकर अपने बच्चों का प्यार, स्वर्ग को प्राप्त कर जायेंगे।

आओ कर लें प्यार पिता से, बूढ़े तन के इस ढाँचे को।।

चन्द रोज के इस माया से, इक दिन पिता मुक्त हो जायेंगे।

जिस दिन पापा छोड़ के जायेंगे, आँखों में असंख्य आँसू दे जायेंगे ।।

@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी पिता जी

Vikash Sharma

# पिता जी #कविता

read more
mute video

Neeraj Pawar

पिता जी #Motivational

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile