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Anuradha Vishwakarma
यूनाइटेड किंगडम एक संवैधानिक राजशाही और एकात्मक राज्य है जिसमें चार देश शामिल हैं: -इंग्लैंड, -उत्तरी आयरलैंड, -स्कॉटलैंड -वेल्स. jhankiom vishwakarma. यूनाइटेड किंगडम एक संवैधानिक राजशाही और एकात्मक राज्य है जिसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स.
OMG INDIA WORLD
"एक अनपढ़ आदमी देश पर बोझ है. न तो वो संवैधानिक अधिकारों को जानता है और न दायित्वों को वो कैसे अच्छा नागरिक बन सकता है ?” ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD "एक अनपढ़ आदमी देश पर बोझ है. न तो वो संवैधानिक अधिकारों को जानता है और न दायित्वों को. वो कैसे अच्छा नागरिक बन सकता है ?”
Nojoto News
"इंटरनेट एक्सेस का अधिकार अनुच्छेद 19 के तहत बुनियादी हक" - सुप्रीम कोर्ट | क्या सच में हमारे संवैधानिक हक़ का हनन किया जा रहा है? कमेंट करके
Gauravgupta3g
किसी धर्म निरपेक्ष देश में, मीडिया का किसी से ये पूछ्ना कि क्या भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा? ये कितना संवैधानिक है? आप ही बताएं? #Caa #NRC by
ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
आडावल एक अभियान-----राजस्थानी भाषा कैसे बने संवैधानिक भाषा-----पर महापहल राजस्थान के अहम टीम के अहम पुरोधा,,,,,,,,,,,,,,, हर बालक की शिक्षा
Ravi Shankar Kumar Akela
किस्मत या भाग्य उन घटनाओं को शामिल करता है जो वास्तव घटनाएँ हैं, उदाहरण के लिए एक व्यक्ति का जन्म स्थान, लेकिन जहां कोई अनिश्चितता शामिल नहीं है, या जहां अनिश्चितता अप्रासंगिक है। संवैधानिक भाग्य, अर्थात्, उन कारकों के साथ भाग्य, जिन्हें बदला नहीं जा सकता है। जन्म स्थान और आनुवंशिक संविधान विशिष्ट उदाहरण हैं। ©Ravi Shankar Kumar Akela #MainAurMaa किस्मत या भाग्य उन घटनाओं को शामिल करता है जो वास्तव घटनाएँ हैं, उदाहरण के लिए एक व्यक्ति का जन्म स्थान, लेकिन जहां कोई अनिश्चित
अदनासा-
Atul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*🇮🇳 📘*“26/1/2022”*👮🏻♀️ 🇮🇳*“बुधवार”* 👮🏻♂️ “सूर्य”...किसी के लिए “ऊर्जादाता ईश्वर” तो किसी “उल्लू” के लिए आंख बंद कर देने वाली “प्रकाशपथ”, “नदी” ...किसी के लिए “प्यास बुझाने का स्त्रोत” तो किसी के लिए “बाढ़” बनकर “विनाश” कर देने वाली “विपदा”, “सागर”...किसी के लिए “खारे पानी का भंडार” तो किसी के लिए “अनंत जीवों का साथ”, प्रश्न ये है कि “हर व्यक्ति” के लिए किसी भी “भाव” या “वस्तु” की “परिभाषा भिन्न” क्यों होती है ? उत्तर है- हम “वस्तुओं” को या “भावों” को वैसे देखते है जैसी हमारी “मानसिकता” होती है, अब इसका “निवारण” क्या है ? “स्वयं की मानसिकता” और “दृष्टिकोण” को शुभ करें, सबकुछ “सही” और “शुभ” लगेगा... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*🇮🇳 📘 *“26/1/2022”*👮🏻♀️ 🇮🇳 *“बुधवार”* 👮🏻♂️ *#“सूर्य”* *#“ऊर्जादाता ईश्वर”*
manoj solanki boddhy
जरूरी सूचना:- सभी साथी ध्यान दे, ओर यह पोस्ट विशेष आपके लिए ही है, ज्यादातर हमारे लोगो को संविधान के आर्टिकल ओर IPC धाराओं की जानकारी नही होती, इसी जानकारी के अभाव में हमारे लोग गुमराह होते है। हमने आपकी सुविधा और जानकारी के लिए यूट्यूब चैनल बनाया है जिसपर आपको कानून और संवैधानिक जानकारी दी जाती है। कृपया आप भी जुड़े ओर अन्य सब्जी लोगो को भी जोड़कर कानूनी जानकारी से अवगत करवाये। 👇 https://youtu.be/VvU_h5hz9f8 अपने वकील खुद बने और सटीक जानकारी रक्खे। #सत्यशोधक_भारत जरूरी सूचना:- सभी साथी ध्यान दे, ओर यह पोस्ट विशेष आपके लिए ही है, ज्यादातर हमारे लोगो को संविधान के आर्टिकल ओर IPC धाराओं की जानकारी नही ह