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somnath gawade
बोलणे तुझे प्रिये, जसे मंजुळ संगीत ऐकत रहावे असे शोधूनी एकांत... सुप्रभात माझ्या मित्र आणि मैत्रिणीनों आजच्या दिवसाची सुरुवात अलंकारानी करुयात. अलंकाराचा पहिला प्रकार उपमा याबद्दल मी तुम्हाला सांगणार आहे.
yogesh atmaram ambawale
स्मरितो कायम तुला, सतत तुझीच आठवण काढतो. जेव्हा जेव्हा डोळे बंद करतो, नजरेसमोर आई तुझाच चेहरा पाहतो. सुप्रभात माझ्या मित्र आणि मैत्रिणीनों आजच्या दिवसाची सुरुवात अलंकारानी करुयात. अलंकाराचा पहिला प्रकार उपमा याबद्दल मी तुम्हाला सांगणार आहे.
Divya Joshi
भोर और सुकून सुबह के साढ़े चार का वक़्त है। चिड़ियों की चहचहाहट साफ सुन पा रही हूँ। ऐसा लगता है ये सारी वही चिड़ियाएँ हैं जो घर पर रोज सुबह मेरे दाना डालने के बाद झुंड में आकर आँगन में बैठ जाती हैं। लगता है यहाँ आकर कह रही हैं घर पर भोजन नहीं दिया आज, इसलिए हम यहाँ चले आए। इनको दाने चुगते फुरसत से बैठकर देख पाना मेरे लिए सुखद अनुभूति है। सूरज के उगने के इंतज़ार के साथ, कुछ प्रार्थनाएं, कुछ मंत्र और अपने घर के मंदिर की छवि आँखों मे है। घर से दूर, अपनों से दूर, अकेले, इस दुष्कर खाली वक्त में मानसिक पूजा सबसे बड़ा संबल है। इतनी विषम परिस्थितियों में भी चित्त बेहद शांत सा है। ऐसा कैसे? ये बात मुझे हर रोज़ चमत्कृत करती है। शायद यहाँ की हवाओं में ही एक सुकून है। सकारात्मकता है। आँखें बंद करने पर मुझे शिव परिवार दिख रहा है। कान्हा जी दिख रहे हैं। मातेश्वरी सिर पर हाथ रखती प्रतीत हो रही हैँ। मैं सबके चरणों मे शीश झुका कर उन्हें तिलक और पुष्प अर्पण कर रही हूँ। जल्द ही सूर्य देवता अपनी रश्मियाँ फैलाएंगे और ये धुंधलका छँट जाएगा। रोज रोशनी की एक किरण उनसे ऊर्जा के रूप में लेकर मैं खुद में संचित करूंगी। और फिर एक दिन ऐसा भी आएगा जब यही पंछी इसी जगह हमारी जीत का बिगुल बजाएँगे। इसी आस में... शुभकामनाएं मन के मोती 20 अप्रैल 202 ©Divya Joshi भोर और सुकून सुबह के साढ़े चार का वक़्त है। चिड़ियों की चहचहाहट साफ सुन पा रही हूँ। ऐसा लगता है ये सारी वही चिड़ियाएँ हैं जो घर पर रोज सुबह मे
Anil Siwach
Anil Siwach
Alok Vishwakarma "आर्ष"
जन्मदिन के शुभ अवसर पर भेंट स्वरूप 108 पंक्तियों की यह अनिर्वचनीय व अनुपम कविता "Happy Birthday Dear Vanila" प्रखर जगती के हित अवकाश में, तिमिर अज के निमित आकाश में । पहर प्रगति के ऋत्य प्रकाश में, उदय रश्मि सवित निशि न