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    PopularLatestVideo
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Riyu_aishu

बहत पाक रिस्ते  होते है नफरत के, 
कपड़े तो अकसर मोहबत मे ही उतरते है।।।। #हवस #बासना #मोहब्बत #नफ़रत 
#nojotoerotica #nojotoenglishquotes 
#nojotodesire
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Prince Raज

मत पड़ इन जंजालों में,
सारे रंग गुलालों में
आ फिर से हम लौट चलें,
मस्ती की चौपालों में।
ये पल भी जुड़ जाएगा
पिछले बीते सालों में।
जन्नत सी लगती धरती,
बासन्ती दुशालों में।
दहरो -हरम पड़े खाली,
रब भूखे -कंगालों में।
फँसकर कैसे निकल सकें
इन मकड़ी के जालों में।
खुशियों वाले वो मंजर,
बन्द हो गए तालों में।
@:-प्रिंस राज*** #NojotoQuote मत पड़ इन जंजालों में,
सारे रंग गुलालों में
आ फिर से हम लौट चलें,
मस्ती की चौपालों में।
ये पल भी जुड़ जाएगा
पिछले बीते सालों में।
जन्नत सी लगत

मत पड़ इन जंजालों में, सारे रंग गुलालों में आ फिर से हम लौट चलें, मस्ती की चौपालों में। ये पल भी जुड़ जाएगा पिछले बीते सालों में। जन्नत सी लगत

5 Love

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Ankit singh

बेसन की सौंधी रोटी पर,
खट्टी चटनी जैसी माँ|
याद आती है! चौका बासन,
चिमटा फुकनी जैसी माँ |
बाँस की खर्री खाट के ऊपर, 
हर आहट पर कान धरे |
आधी सोई आधी जागी थकी,
दो-पहरी जैसी माँ|
चिड़ियों की चहकार में गूँजे,
राधा मोहन अली अली|
मुर्ग़े की आवाज़ से बजती,
 घर की कुंडी जैसी माँ|
बीवी बेटी बहन पड़ोसन,
 थोड़ी थोड़ी सी सब में 
फटे पुराने इक एल्बम में 
चंचल लड़की जैसी माँ| #mother #love
kuch alfaaz maa ke naam

बेसन की सौंधी रोटी पर,
खट्टी चटनी जैसी माँ|
याद आती है! चौका बासन,
चिमटा फुकनी जैसी माँ |
बाँस की खर्

#Mother #Love kuch alfaaz maa ke naam बेसन की सौंधी रोटी पर, खट्टी चटनी जैसी माँ| याद आती है! चौका बासन, चिमटा फुकनी जैसी माँ | बाँस की खर्

5 Love

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Divyanshu Pathak

पतझड़ में भी फूल खिलाए
बेमौसम बरसात कराए।
मरु-धरा के तपते रेत में
सुंदर उपवन को महकाए।

सूनी आँखों में ख़्वाब सजाए
मन भँवरा सा यार बनाए।
हो जाता है प्यार अग़र तो
तन बासन्ती सा हो जाए।

मेरे मन की मलिका बनके
तुमने तो बेचैन कर दिया!
पंछी को चाहत में जकड़ा
दिल में ऐसा क़ैद कर लिया। पतझड़ में भी फूल खिलाए
बेमौसम बरसात कराए।
मरु-धरा के तपते रेत में
सुंदर उपवन को महकाए।

सूनी आँखों में ख़्वाब सजाए
मन भँवरा सा यार बनाए।
हो

पतझड़ में भी फूल खिलाए बेमौसम बरसात कराए। मरु-धरा के तपते रेत में सुंदर उपवन को महकाए। सूनी आँखों में ख़्वाब सजाए मन भँवरा सा यार बनाए। हो #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #होजाताहैप्यार #KKC705 #पाठकपुराण

0 Love

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Nisheeth pandey

हाय रे पानी
पानी रे पानी
आकाश में भी तू , 
धरती पे भी तू ,
पाताल में भी तू 
जाने कितनों को सजीव किये 
जाने कितनों को डुबो खाये 
पानी रे पानी
कहीं घर उजाड़े कहीं खेत उजाड़े
आसमान से बरसे पानी
कहीं कपड़ा वपडा,बर्तन बासन 
गरीब के मोल डुबाये
कैसा है ये पानी 
है बाढ़ पर अड़े
मोल-भाव बाढ़ न करें
हाय रे पानी
पानी रे पानी
कभी कंठ सूखने का महिना आए
तब एक गिलास पानी का भी  
है दाम लगाए
बिकने लगे बोतल में पानी साला पानी में भी 
मिलावट को है पाया
भोली जनता कहाँ कहाँ न  ठगाए
हाय रे पानी
पानी रे पानी
कभी  सूखाती प्यास
 कभी बुझाती स्वास 
हम सबकी शामत आयी
चहुँ ओर धरती पर छायी
 पानी रे पानी
जिधर निकले उधर पानी 
न नैया न पतवार 
प्रकृति ने दी कैसा भ्रम जाल 
कहीं मृगतृष्णा 
कहीं पानी का अथाह सागर 
दोनों बुझा न पाए 
कण्ठ प्यास 
पानी रे पानी 
पानी रे पानी ..
तू रक्षक भी तू भक्षक भी
तेरे बगैर शरीर नहीं 
तू हरती पल में साँस भी 
पानी रे पानी 
पानी पानी .......

#निशीथ

©Nisheeth pandey
  हाय रे पानी
पानी रे पानी
आकाश में भी तू , 
धरती पे भी तू ,
पाताल में भी तू 
जाने कितनों को सजीव किये 
जाने कितनों को डुबो खाये 
पानी रे पानी

हाय रे पानी पानी रे पानी आकाश में भी तू , धरती पे भी तू , पाताल में भी तू जाने कितनों को सजीव किये जाने कितनों को डुबो खाये पानी रे पानी #BahuBali #boat #Remember #कविता #sadquotes #streak #dhundh #bekhudi #निशीथ #humaurtum #NojotoStreak

622 Views

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रजनीश "स्वच्छंद"

विरोधाभास।।

मैं मर्त्यलोक का वासी हूँ, जीवन की बात सुनाता हूँ।
क्षणभंगुर, अनन्त नहीं, बस मन की बात सुनाता हूँ।

क्षुधा निवाला मेरी कहानी, हर भूखा एक नायक है।
शब्दबाण लेखन में भर, जन जन की बात सुनाता हूँ।

धरा जो उसकी जननी है, एक हिस्सा उसका भी हो,
एक टुकड़े की नहीं, मैं कण कण की बात सुनाता हूँ।

जिन हाथों ये महल बने, भौतिकता का आधार रहे।
उनके कष्ट-आंसू और उनके क्रंदन की बात सुनाता हूँ।

इस भोग-विलासी दुनिया के आधार रहे जो रक्त-कण,
सूखी उनकी जमीं और उनके गगन की बात सुनाता हूँ।

रौंदे गए जो कुसुम-कली, पतझड़ का सालों मौसम है,
बंजर धरा में पसरे-पले उस उपवन की बात सुनाता हूँ।

भोग लगाया ईश्वर को, मज़ारों को चादर से पाटा है,
पीठ से चिपके पेट और निर्वस्त्र तन की बात सुनाता हूँ।

कुछ बासन्ती अंधे ऐसे जिनको पतझड़ का भास नहीं,
उनको उनकी ही बस्ती की रुदन की बात सुनाता हूँ।

आर्त्तनाद से गूंजी धरती, कानो में तेल डाल जो सोये थे,
ले लेखनी भर स्याही, हक-गर्जन की बात सुनाता हूँ।

©रजनीश "स्वछंद" विरोधाभास।।

मैं मर्त्यलोक का वासी हूँ, जीवन की बात सुनाता हूँ।
क्षणभंगुर, अनन्त नहीं, बस मन की बात सुनाता हूँ।

क्षुधा निवाला मेरी कहानी, ह

विरोधाभास।। मैं मर्त्यलोक का वासी हूँ, जीवन की बात सुनाता हूँ। क्षणभंगुर, अनन्त नहीं, बस मन की बात सुनाता हूँ। क्षुधा निवाला मेरी कहानी, ह

6 Love

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Md Kamaal-uddin


तिम्रो संसार ठोस छ ।
मेरो बाफ !
तिम्रो बाक्लो, मेरो पातलो !
तिमी ढुङ्गालाई वस्तु ठान्दछौ,
ठोस कठोरता तिम्रो यथार्थ छ ।
म सपनालाई समात्न खोज्दछु,
जस्तो तिमी, त्यो चिसो, मीठो अक्षर काटेको
पान्ढीकीको बाटुलो सत्यलाई !
मेरो छ वेग काँडाको साथी !
तिम्रो सुनको र हीराको !
तिमी पहाडलाई लाटा भन्दछौ,
म भन्छु वाचाल ।
जरुर साथी ।
मेरो एक नशा ढिलो छ ।
यस्तै छ मेरो हाल ! 

-LAXMI PRASAD DEVKOTA Few lines from Laxmi Prasad Devkota's #pagal #kawita  👇👇👇👇👇👇👇👇


जरुर साथी म पागल !
यस्तै छ मेरो हाल ।
म शब्दलाई देख्दछु !
दृश्यलाई सुन्दछु

Few lines from Laxmi Prasad Devkota's #Pagal #kawita 👇👇👇👇👇👇👇👇 जरुर साथी म पागल ! यस्तै छ मेरो हाल । म शब्दलाई देख्दछु ! दृश्यलाई सुन्दछु

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Md Kamaal-uddin


तिम्रो संसार ठोस छ ।
मेरो बाफ !
तिम्रो बाक्लो, मेरो पातलो !
तिमी ढुङ्गालाई वस्तु ठान्दछौ,
ठोस कठोरता तिम्रो यथार्थ छ ।
म सपनालाई समात्न खोज्दछु,
जस्तो तिमी, त्यो चिसो, मीठो अक्षर काटेको
पान्ढीकीको बाटुलो सत्यलाई !
मेरो छ वेग काँडाको साथी !
तिम्रो सुनको र हीराको !
तिमी पहाडलाई लाटा भन्दछौ,
म भन्छु वाचाल ।
जरुर साथी ।
मेरो एक नशा ढिलो छ ।
यस्तै छ मेरो हाल ! 

-LAXMI PRASAD DEVKOTA Few lines from Laxmi Prasad Devkota's #pagal #kawita  👇👇👇👇👇👇👇👇


जरुर साथी म पागल !
यस्तै छ मेरो हाल ।
म शब्दलाई देख्दछु !
दृश्यलाई सुन्दछु

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0 Love

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Md Kamaal-uddin


तिम्रो संसार ठोस छ ।
मेरो बाफ !
तिम्रो बाक्लो, मेरो पातलो !
तिमी ढुङ्गालाई वस्तु ठान्दछौ,
ठोस कठोरता तिम्रो यथार्थ छ ।
म सपनालाई समात्न खोज्दछु,
जस्तो तिमी, त्यो चिसो, मीठो अक्षर काटेको
पान्ढीकीको बाटुलो सत्यलाई !
मेरो छ वेग काँडाको साथी !
तिम्रो सुनको र हीराको !
तिमी पहाडलाई लाटा भन्दछौ,
म भन्छु वाचाल ।
जरुर साथी ।
मेरो एक नशा ढिलो छ ।
यस्तै छ मेरो हाल ! 

-LAXMI PRASAD DEVKOTA Few lines from Laxmi Prasad Devkota's #pagal #kawita  👇👇👇👇👇👇👇👇


जरुर साथी म पागल !
यस्तै छ मेरो हाल ।
म शब्दलाई देख्दछु !
दृश्यलाई सुन्दछु

Few lines from Laxmi Prasad Devkota's #Pagal #kawita 👇👇👇👇👇👇👇👇 जरुर साथी म पागल ! यस्तै छ मेरो हाल । म शब्दलाई देख्दछु ! दृश्यलाई सुन्दछु

0 Love

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HP

राजशासन और सामाजिक संस्थानों द्वारा यह प्रयत्न किसी न किसी रूप में रहता ही है कि जनता का शरीर, मन और सामाजिक स्तर सुस्थिर रहे। शासन

शासन

6 Love

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jaahir Sayyed

बासी फूल

बासी फूल

40 Views

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thoughtS by maheshjirekar

🙏🏻
सुर्य नारायण जर उगवले नसते तर..
आकाशाचा रंगचं समजला नसता..
जर छञपती शिवाजी राजे जन्मले नसते तर..
खरचं हिंदु धर्माचा अर्थच समजला नसता..
जय हिंदु प्रभो शिवाजी राजा!
🚩🔥🔥🔥🚩 छत्रपती शासन!

छत्रपती शासन!

15 Love

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Ambrish Shukla

लोग 'शासन' पे ही

 उठा रहे हो सवाल जब

'सुशासन' कहके इसे

आप शर्मिंदा न करें #शासन #सुशासन
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Rajesh Singh Rajput

सोचा था बताएँगे हर दर्द तुमको...!!
और 
तुमने ये भी ना पूछा खामोश क्यों हो..!!
kizie basu💔💔

©Rajesh Singh Rajput kizie बासु

kizie बासु

12 Love

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बासी.मोहब्बत

अभी अभी हवा का झोंका गुजरा कुछ ऐसे 
बालों को खोल आजाद किया हो जैसे बासी मोहब्बत

बासी मोहब्बत

4 Love

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Snehi Uks

#राष्ट्रपति #शासन
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Rajesh Singh Rajput

सच बताऊ तो मैं आपके प्रेम में एक पीपल का वृक्ष हो गया हूं
और तुम बसंत की मधुर पवन की लहरें केवल तुम्हारे आभाष मात्र से ही मेरी हृदय की पत्तियां झूम उठती है..
और आपके आने पर ये अठखेलिया करती हुई आपके लहरो की झोंको के संग टूटकर चल भी पड़ते है..!!

kizie basu❤️❤️

©Rajesh Singh Rajput kizie बासु

#EarthDay2021

kizie बासु #EarthDay2021

11 Love

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Rajesh Singh Rajput

सुनो kizie बासु...

ये शहर छोड़ के जाने का जी नहीं करता ..
आप मेरे पास नही तो आसपास तो हो..!!

kizie Basu( Miss You)

©Rajesh Singh Rajput kizie बासु

#touchthesky

kizie बासु #touchthesky

11 Love

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Rajesh Singh Rajput

देखा मैंने 
सोचा मैंने 
समझा मैने करीब से भी अहसासों से भी
आँखों को पढ़ा उसके
चेहरे की खामोशी को भी देखा उसके
और बहुत कुछ सीखा मैंने ....

वो बेवफा नहीं थी 
बेटी होने का फ़र्ज़ भी निभाना था उसे...!!

 गर्व है मुझे की सबको आप जैसी बेटी दे...!!

kizie बासु🤰

©Rajesh Singh Rajput kizie बासु

#Pencil

kizie बासु #Pencil

9 Love

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BANDHETIYA OFFICIAL

बासी होली ताजा रंग,
कोई अनंग कोई अंग,
रुत कितनी फिर उनमें बसंत -
राजा,कथा अनंता,हरि अनंत,
कृष्ण शाश्वत, लीला जीवंत,
होली सनातन, न इसका अंत।

©BANDHETIYA OFFICIAL #बासी होली।

#holihai

14 Love

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जिंदगी का सफर

बसन

बसन

56 Views

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Rajesh Singh Rajput

लग जा गले अच्छा सुनो...!!

ज्यादा नहीं बस कुछ चाहते है मेरी हा थोड़े अजब या बेतुकी सी है..!!
पर रूह अहसास और मेरे दिल के पास है
तेरी वो बेख़ौफ़ सा बचकानी तेरा जिद हो कर पाने की
तेरी बहो में लिपटकर तुझमे में ही मर जाने की..!!

Kizie Basu❤️❤️

©Rajesh Singh Rajput kizie बासु

#dilkibaat

kizie बासु #dilkibaat

17 Love

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Rajesh Singh Rajput

एक शोर है मुझमें..
जो खामोश बहुत है..!!

kizie Basu🚶

©Rajesh Singh Rajput kizie बासु

#directions

kizie बासु #directions

12 Love

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Mahesh Kumar

सत्ताधारी खुदगर्ज बन गए ,पाकर जनता के शासन को । भूल गए अपने वादों को ,पाकर मंत्री पद के आसन को । गरीब जनता मजबूर बनी , खुदगर्जो के प्रशासन से । अधिकार नहीं मिलते हैं अब उनकों , अपने ही खुद के शासन में । अब सुधार जरूरी है , भारत के हर प्रशासन में । अब सुधार जरूरी है,भारत देश के शासन में । भारत की शासन व्यवस्था ।

भारत की शासन व्यवस्था । #विचार

11 Love

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Santosh Kumar Shraddha

#_ये जो बासी फूल

#_ये जो बासी फूल #शायरी

165 Views

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Kausar Khan

बासी रोटी के फायदे

बासी रोटी के फायदे #ज़िन्दगी

27 Views

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NG India

जाके आशा स्वामी की।और क्यों चित समाय।। 
                                          पर पुरूषों की आश से।वैश्या बांझ रहाय।। 1
मुँह से स्वामी को चहे।मन माया की आश।।
                                          ऐसे ओछे जीव का। कौन करे विश्वास।।2।।
स्वामी का दर्शन चहे।संग चाहे सामान।।    
                                          कैसे स्वामी दर्श दे।क्या वे हैं अनजान।।3।।
झूँठी जग आशा धरे।तन ना थिर रह पाय।।     
                                          इस जग का यह नियम है।जो आवे सो जाय।।4।।
संग लाता दीखे नहीं।ना कोई संग ले जाय।।।    
                                          परारब्ध संग में रहे।वो लावे ले जाय।।5।।
नश्वर जग आशा तजे।स्वामी आशा लाय।।।   
                                          निश्चित स्वामी मिलेगा।को रोकेगा ताय।।6।।
अन्तर आशा दबी रहे।ऊपर परदा डार।।   
                                          नहीं काल से बच सके।गर्दन देगा मार।।7।।
बचा जो चाहे काल से।करे स्वामी आधार।।।    
                                          बाहर सतगुरू संग दे।अंतर शब्द की धार।।8।।
लगे आश सतदेश की।मर मण्डल क्यों आय।।    
                                          सतगुरु दया स्वामी मेहर।सत्तदेश को जाय।।9।।
वहां जाय विश्राम करे।अपने प्रीतम महल।।    
                                          सुरत जाय स्वामी वरे।करे रैन दिन टहल।।10।।
एक आश विश्वास रख।राधास्वामी द्याल को पाय।    
                                          जब दूजा कोई ना दिखे।उस ही माँय समाय।।11।।
राधास्वामी जी
राधास्वामी छन्द-बन्द जहां आशा वहाँ बासा ।

जहां आशा वहाँ बासा ।

4 Love

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शब्दिता

अनुशासन वही है जब आपका विवेक आप पर शासन करे।
किंतु किसी अन्य की बुद्धि के अनुसार आप अनुसरण करेंगे तो आप के ऊपर अनुशासन तो आरंभ में कुछ क्षण तक ही होगा उसके पश्चात वह व्यक्ति आप पर शासन करेगा।
तो आपका विवेक आप पर शासन करे वही अनुशासन है‌। #शासन 
#अनुशासन
#स्वतंत्र
#स्वछंद
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