Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पूजन Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पूजन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पूजन.

    PopularLatestVideo

जनार्दनाचार्य वन्दे मातरम्

ज्ञानपंचमी पूजनम्

read more
mute video

Imran Shekhani (Yours Buddy)

mute video

Anit kumar kavi

पूजने योग्य

read more
पूजा पूजने को तो यहां पत्थर भी पूजे जाते हैं मगर पूजना उन्हीं को चाहिए जो धर्म पथ का सारथी हो । पूजने योग्य

Rahul

पूजना बन्द कर देंगे। #Shayari

read more
तु दगा दे तो सही, तुझसे तेरा हाल पूछना बन्द कर देंगे,
और अगर गुरुर हो तुझे अपने हुस्न इबादत में,
 तो जा तू खुदा बन जा,
हम पूजना बन्द कर देंगे।
                                                @रK पूजना बन्द कर देंगे।

Author Harsh Ranjan

पूजनीय पुस्तकें

read more
किताबें वरदान हैं,
ये मानता हूँ मैं।
फिर किसी ने मुझे टोका,
कहा, किताबें भगवान हैं।
मैं थम गया।
किताबें इंसानों को नाप चुकी।
किताबें सब कुछ भांप चुकी।
मैंने हामी भरी,
किताबों की पूजा होनी चाहिए!
नहीं। उसने मेरे गले पर
चाकू लगाया, सिर्फ मेरी किताब।
इसलिए कि वो ज्यादा मोटी है?
तेरी चमड़ी मोटी है!
उसने मुझे दो टुकड़े किया
और मजहबी नारा लगाता चला गया।
मैं सोच रहा हूँ कि
किताब में कुछ व्याकरणीय, 
कुछ शाब्दिक, कुछ सैद्धांतिक
अशुद्धियां अक्सर मिलती हैं।
क्योंकि किताबों की स्याही मिटती नहीं,
प्रकाशक नए संस्करण लाते हैं।
कई पुस्तकें जिल्द में पूरी नहीं पड़ती,
लेखक अगली कहानी को
अगली जिल्द में पिरो डालते हैं।
दुनिया की कोई भी किताब,
मैंने समझा है, अकेली नहीं होती,
उसके पहले अनगिनत जिल्दों
का इतिहास और बाद नए जिल्दों के 
स्वरूप की पहेली होती है। पूजनीय पुस्तकें

Author Harsh Ranjan

पूजनीय पुस्तकें

read more
किताबें वरदान हैं,
ये मानता हूँ मैं।
फिर किसी ने मुझे टोका,
कहा, किताबें भगवान हैं।
मैं थम गया।
किताबें इंसानों को नाप चुकी।
किताबें सब कुछ भांप चुकी।
मैंने हामी भरी,
किताबों की पूजा होनी चाहिए!
नहीं। उसने मेरे गले पर
चाकू लगाया, सिर्फ मेरी किताब।
इसलिए कि वो ज्यादा मोटी है?
तेरी चमड़ी मोटी है!
उसने मुझे दो टुकड़े किया
और मजहबी नारा लगाता चला गया।
मैं सोच रहा हूँ कि
किताब में कुछ व्याकरणीय, 
कुछ शाब्दिक, कुछ सैद्धांतिक
अशुद्धियां अक्सर मिलती हैं।
क्योंकि किताबों की स्याही मिटती नहीं,
प्रकाशक नए संस्करण लाते हैं।
कई पुस्तकें जिल्द में पूरी नहीं पड़ती,
लेखक अगली कहानी को
अगली जिल्द में पिरो डालते हैं।
दुनिया की कोई भी किताब,
मैंने समझा है, अकेली नहीं होती,
उसके पहले अनगिनत जिल्दों
का इतिहास और बाद नए जिल्दों के 
स्वरूप की पहेली होती है। पूजनीय पुस्तकें
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile