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Divyanshu Pathak

कब ऑफलाइन हुई कब ऑनलाइन आगई !

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कड़ाके की धूप थी अब बारिश आगई
लगता है तू मुझे याद कर मुस्कुरा  गई !
अब तो राहत की हल्की हवा चली
तड़पते आसमान में तू बनके बदली छा गई !
 कब ऑफलाइन हुई कब ऑनलाइन आगई !

Vinay Suryawanshi (Tej Vinay)

#रिश्ते - नाते #ऑनलाइन - ऑफलाइन #अनुभव की कलम से

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"आजकल सभी लोग ऑनलाइन हो गए है,
जिसकी वजह से सभी रिश्ते-नाते ऑफलाइन होते जा रहे हैं"। #रिश्ते - नाते
#ऑनलाइन - ऑफलाइन
#अनुभव की कलम से

#maxicandragon

#World_Sleep_Day भगवान करे तुम 2 से 1 हो जाओ कब तक ऑनलाइन रहोगे? टाईम निकाल के ऑफलाइन हो जाओ, पर रात मे जागो नही, सो जाओ #Sadharanmanushya

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भगवान करे तुम 2 से 1 हो जाओ
कब तक ऑनलाइन रहोगे? 
टाईम निकाल के ऑफलाइन हो जाओ, 
पर रात मे जागो नही, सो जाओ
#SadharanManushya #World_Sleep_Day भगवान करे तुम 2 से 1 हो जाओ
कब तक ऑनलाइन रहोगे? 
टाईम निकाल के ऑफलाइन हो जाओ, 
पर रात मे जागो नही, सो जाओ
#SadharanManushya

Shiv Narayan Saxena

सलाह पर मेर विचार. #SeptemberCreator

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Deepak Kumar

अगर वो ऑनलाइन होकर भी रिप्लाई नहीं
कर रही हो तो
🤷🏻‍♂️समझ जाना आप आउट होने के साथ अपना रिव्यू 
भी गवां चुके हो 😝😂 #ऑनलाइन

DANVEER SINGH DUNIYA

ऑनलाइन #शायरी

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Sad quotes in hindi पागलों बात हो या ना हो मगर
मुझे ऑनलाइन रहना पड़ता है
कब ऑन हो के ऑफ हो जाएं
ये भी बार-बार देखना पड़ता है
स्टेटस लगा के सब कह देते हैं
ऐसे डीपी को छिपाना पड़ता है

©DANVEER SINGH DUNIYA ऑनलाइन

अर्पिता

शब्दों को समझना बहुत ही कठिन हो रहा हैं,आजकल सब ऑनलाइन हो रहा हैं,
लगता हैं, जमाना दो की जगह दस कदम आगे बढ़ रहा हैं,
परिस्थितियां सब वहीं हैं, बस सॉल्यूशन का तरीका बदल रहा हैं,
लम्बी लम्बी दूरियों का चलन चल रहा हैं, इंटरनेट भी अपना कमाल दिखा रहा हैं,
विज्ञान तो दुनिया में कहीं पहुँच गया हैं, धीरे धीरे सब बदल रहा है,
इंसानों के मुँह पर मास्क आ गया हैं, मेडिकल तो पता नही किस ओर ले जा रहा हैं,
धर्म भी सभी एक हो गए हैं, बस सब अपने- अपने लोगो की ज़िंदगी के मुनासिब हो गए हैं,
भावनाएं भी अहम हो गयी हैं, समाज की समझ बेहतरीन हो गयी हैं,
धीरे धीरे सब एक सा हो रहा है,  इंसान भी अच्छी तरह बरताव कर रहा हैं,
मानसिकता में भी फर्क आ रहा हैं, आज का इंसान सभी को अपने समान मान रहा है,

©अर्पिता #ऑनलाइन
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