Find the Latest Status about शन्नो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शन्नो.
Shashi Aswal
निकाह... (Read in caption) निकाह... अरे नफीसा अगर शन्नो का वहाँ निकाह मुकम्मल हो गया ना तो वहाँ राज करेगी राज। दरवाजे की आवाज़ से वो अतीत के ख्यालों से निकली। एक सा
Vikas Sharma Shivaaya'
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:. मनोजवं मारुतुल्यवेगं जितेंद्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्. वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये.. रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ सुंदर विग्रह मेघश्याम गंगा तुलसी शालग्राम ॥ भद्रगिरीश्वर सीताराम भगत-जनप्रिय सीताराम ॥ जानकीरमणा सीताराम जयजय राघव सीताराम ॥ रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम ॥ रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम सीता राम सीता राम भज प्यारे तू सीता राम सीता राम सीता राम भज प्यारे तू सीता राम रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम रात को निंदिया दिन तो काम कभी भजोगे प्रभु का नाम करते रहिये अपने काम लेते रहिये हरि का नाम रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:. मनोजवं मारुतुल्यवेगं जितेंद्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्. वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्
AK__Alfaaz..
परबतिया ओ ! परबतिया, अरे ! कहाँ जाके मर गयी है तू, बेहया कहीं की, बेशऊर..बेशर्म..करमजली, सारी लाज-हया, घोल के पी गयी क्या..? मुनिया के बापू ! आयी.... अम्मा! बेहया कौन है..? बाबा रोज किसे बुलाते हैं, इस नाम से, और..जब भी बुलाते हैं, तुम आती हो दौड़ के, पर..अम्मा, तुम्हारा नाम तो परबतिया है ना, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #बेहया परबतिया ओ ! परबतिया, अरे ! कहाँ जाके मर गयी है तू, बेहया कहीं की, बेशऊर..बेशर्म..करमजली,
AK__Alfaaz..
बाबा ! ओ बाबा, सुनो न बाबा, सुनते क्यों नही हो बाबा, बाबा बोले-क्या है मेरी मुनिया, क्यों है इतनी तू मुझसे ख़फा, बाबा...! अम्मा कहाँ है..? कहते हो आप तो, अम्मा भगवान के घर है, और..शन्नो काकी कहती है, अम्मा तारा बन गयी है, अच्छा चलो मेरी चोटी गूँथ दो, नही तो आज फिर हो जायेगी, स्कूल को देरी, और..डाँट पड़ेगी मुझे अकेली, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #मोल_की_अम्मा.. बाबा ! ओ बाबा, सुनो न बाबा, सुनते क्यों नही हो बाबा, बाबा बोले-क्या है मेरी मुनिया,
Shilpi Signodia
Kammo Part VIII उसकी आँखो में आँसू देख, इंदर ने ब्रेक लगा दिया । इ: ओए की होया! तू रो रही है । कम्मो कोई जबरदस्ती नहीं है, तू नहीं चाहती तो हम नहीं करेंगे
Vikas Sharma Shivaaya'
🙏सुन्दरकांड🙏 दोहा – 6 हनुमानजी विभीषण को श्री राम कथा सुनाते है:- तब हनुमंत कही सब राम कथा निज नाम। सुनत जुगल तन पुलक मन मगन सुमिरि गुन ग्राम ॥6॥ विभिषणके ये वचन सुनकर हनुमानजी ने रामचन्द्रजी की सब कथा विभीषण से कही और अपना नाम बताया। प्रभु राम के नाम स्मरण से, दोनों के मन आनंदित हो जाते है:- परस्पर की बाते सुनते ही दोनों के शरीर रोमांचित हो गएऔर श्री रामचन्द्रजी का स्मरण आ जाने से दोनों आनंदमग्न हो गए ॥6॥ श्री राम, जय राम, जय जय राम विभीषण हनुमानजी को अपनी स्थिति बताते है:- सुनहु पवनसुत रहनि हमारी। जिमि दसनन्हि महुँ जीभ बिचारी॥ तात कबहुँ मोहि जानि अनाथा। करिहहिं कृपा भानुकुल नाथा॥ विभीषण कहते है की – हे हनुमानजी! हमारी रहनी हम कहते है सो सुनो। जैसे दांतों के बिचमें बिचारी जीभ रहती है,ऐसे हम इन राक्षसोंके बिच में रहते है॥ हे तात! वे सूर्यकुल के नाथ (रघुनाथ), मुझको अनाथ जानकर कभी कृपा करेंगे? बिना भगवान् की कृपा के सत्पुरुषों का संग नहीं मिलता:- तामस तनु कछु साधन नाहीं। प्रीत न पद सरोज मन माहीं॥ अब मोहि भा भरोस हनुमंता। बिनु हरिकृपा मिलहिं नहिं संता॥ जिससे प्रभु कृपा करे ऐसा साधन तो मेरे है नहीं।क्योंकि मेरा शरीर तो तमोगुणी राक्षस है,और न कोई प्रभुके चरण कमलों में मेरे मन की प्रीति है॥ परन्तु हे हनुमानजी, अब मुझको इस बात का पक्का भरोसा हो गया है कि, भगवान मुझ पर अवश्य कृपा करेंगे।क्योंकि भगवान की कृपा बिना सत्पुरुषों का मिलाप नहीं होता॥ हनुमानजी द्वारा प्रभु श्री राम के गुणों का वर्णन:- प्रभु श्री राम भक्तों पर सदा दया करते है जौं रघुबीर अनुग्रह कीन्हा। तौ तुम्ह मोहि दरसु हठि दीन्हा॥ सुनहु बिभीषन प्रभु कै रीती। करहिं सदा सेवक पर प्रीति॥ रामचन्द्रजी ने मुझ पर कृपा की है इसी से आपने आकर मुझको दर्शन दिए है॥ विभीषणके यह वचन सुनकर हनुमानजीने कहा कि, हे विभीषण! सुनो,प्रभु की यह रीती ही है की वे सेवक पर सदा परमप्रीति किया करते है॥ हनुमानजी कहते है, श्री राम ने वानरों पर भी कृपा की है:- कहहु कवन मैं परम कुलीना। कपि चंचल सबहीं बिधि हीना॥ प्रात लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा॥ हनुमानजी कहते है की कहो मै कौन सा कुलीन पुरुष हूँ।हमारी जाति देखो (चंचल वानर की),जो महाचंचल और सब प्रकार से हीन गिनी जाती है॥ जो कोई पुरुष प्रातःकाल हमारा (बंदरों का) नाम ले लेवे,तो उसे उस दिन खाने को भोजन नहीं मिलता॥ शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र- ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः। शनि देव महाराज के वैदिक मंत्र- ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये। शनि देव का एकाक्षरी मंत्र- ऊँ शं शनैश्चाराय नमः। शनि देव जी का गायत्री मंत्र- ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्। विष्णु सहस्रनाम (एक हजार नाम) आज 255 से 265 नाम 255 सिद्धिसाधनः सिद्धि के साधक 256 वृषाही जिनमे वृष(धर्म) जोकि अहः (दिन) है वो स्थित है 257 वृषभः जो भक्तों के लिए इच्छित वस्तुओं की वर्षा करते हैं 258 विष्णुः सब और व्याप्त रहने वाले 259 वृषपर्वा धर्म की तरफ जाने वाली सीढ़ी 260 वृषोदरः जिनका उदर मानो प्रजा की वर्षा करता है 261 वर्धनः बढ़ाने और पालना करने वाले 262 वर्धमानः जो प्रपंचरूप से बढ़ते हैं 263 विविक्तः बढ़ते हुए भी पृथक ही रहते हैं 264 श्रुतिसागरः जिनमे समुद्र के सामान श्रुतियाँ रखी हुई हैं 265 सुभुजः जिनकी जगत की रक्षा करने वाली भुजाएं अति सुन्दर हैं 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' 🙏सुन्दरकांड🙏 दोहा – 6 हनुमानजी विभीषण को श्री राम कथा सुनाते है:- तब हनुमंत कही सब राम कथा निज नाम। सुनत जुगल तन पुलक मन मगन सुमिरि गुन ग्रा