Find the Latest Status about हिंदी फिल्म ताशकंद फाइल्स from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हिंदी फिल्म ताशकंद फाइल्स.
Ek villain
बिहार के मुंगेर जमलापुर भागलपुर क्षेत्र में एक पौधा होता है जिसे और खुशी कहते हैं उस पौधे का पता अगर शरीर के किसी भी हिस्से को छू जाए तो काफी देर तक खुजली होती है उस चंचल में कई बार अंकुर मसीह के पत्ते का उपयोग बारात में आए नखरेबाज अतिथियों को ठीक करने में क्या जाता जब बराती लौट रही होती है तो चुपके से कन्या पक्ष का कोई व्यक्ति चुपके से नजरबंद व्यक्ति के शरीर के कुछ हिस्से और खुशी का पता छुआ देता है उसके बाद शरीर की ओर से होने वाली खुजली से वह कदर परेशान हो जाता है कि सारे नखरे भूल जाता है और काफी देर तक रहता है देश के अलग-अलग क्षेत्रों में आ जाता है तो विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को रिलीज के बाद और खुशी की पौधे और उसके पत्ते की याद आ रही है इस फिल्म के रिलीज होने के बाद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गति झाड़ बंदर हो या फिर सामाजिक समरसता की पहल भरने वालों के प्रति देखकर लगाकर किसी उसे कुर्सी को बता दिया है खुद को जमा करने वाले यह होने वाली परेशानी और बढ़ गई फिल्म का कश्मीर 22 को लेकर विधायक खड़ा करने वालों में एकदम स्वीट बट रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दा कश्मीर पाए सॉरी कुरुक्षेत्र बिच्छू का पति को कॉस्मेटिक को हुआ चूहा दिया है ©Ek villain #इकोसिस्टम पर प्रहार करती फिल्म द कश्मीर फाइल्स #Holi
omprakash
तुम बदले से बदले बदल गये हों। साथ निभाने की जो कसमें खाई। वो तुम भूल गये हों वो....... तुम...... बड़ी चोट सी लगी है,मेरे दिल में। साथ निभाने से पहले तुम साथ छोड़ गये हों। साथ छोड़....... तुम....... मेरी मोहब्बत का क्या कसूर था । जो मेरी मोहब्बत को ढुकारा। गये हों तुम....... सपने जो देखे थे । वो अधूरे हो गये हैं। वो अधूरे....... तुम....... लेखक। ओमप्रकाश जाडन ©omprakash हिंदी फिल्म सॉन
pramod malakar
कल तक हम अनजान थे दरिंदों से , आज खुली आंखों से सच देख रहा हूं । इज्जत लूटा और अंग - अंग काटा , खून से लथपथ मैं तस्वीर देख रहा हूं । दुश्मन पल रहा हिन्दुओं का हिंदुस्तान में , आज तड़पता मैं कश्मीर देख रहा हूं । मन में घृणा जगा रहा है अब खूदा से , समय का घूमता चक्र मैं देख रहा हूं । जाग रहा है आज सेकुलर अंधभक्त भी, आंखों में आंसुओं का धार मैं देख रहा हूं । आंसू थमते नहीं इतिहास देखकर , कड़वा शब्द भरा जवाब मैं लिख रहा हूं । कल तक अनजान थे हम दरिंदों से , आज खुली आंखों से मैं सच देख रहा हूं । अधर्म का नाश , धर्म की जय , दुनिया का बदलता तस्वीर मैं देख रहा हूं । जो अभी भी ना समझे वह अज्ञानी है , घर - घर भगवा लहराता मैं देख रहा हूं । द कश्मीर फाइल्स देखकर , हैवानों को मैं परखना सीख रहा हूं । अभी भी नहीं सुधरा भारत अगर देख कर , धर्म सनातन का अंत मैं देख रहा हूं । बरसों पहले भी लिखा था दर्द भरा सच हमने , आज भी सच मैं प्रमोद लीख रहा हूं । कल तक अनजान थे हम दरिंदों से , आज खुली आंखों से मैं सच देख रहा हूं ।। """"""""""""""""""""""""""""""""""""""" प्रमोद मालाकार की कलम से """""""""""""""""""""""""""""" ©pramod malakar # कश्मीर फाइल्स
pramod malakar
कल तक हम अनजान थे दरिंदों से , आज खुली आंखों से सच देख रहा हूं । इज्जत लूटा और अंग - अंग काटा , खून से लथपथ मैं तस्वीर देख रहा हूं । दुश्मन पल रहा हिन्दुओं का हिंदुस्तान में , आज तड़पता मैं कश्मीर देख रहा हूं । मन में घृणा जगा रहा है अब खूदा से , समय का घूमता चक्र मैं देख रहा हूं । जाग रहा है आज सेकुलर अंधभक्त भी, आंखों में आंसुओं का धार मैं देख रहा हूं । आंसू थमते नहीं इतिहास देखकर , कड़वा शब्द भरा जवाब मैं लिख रहा हूं । कल तक अनजान थे हम दरिंदों से , आज खुली आंखों से मैं सच देख रहा हूं । अधर्म का नाश , धर्म की जय , दुनिया का बदलता तस्वीर मैं देख रहा हूं । जो अभी भी ना समझे वह अज्ञानी है , घर - घर भगवा लहराता मैं देख रहा हूं । द कश्मीर फाइल्स देखकर , हैवानों को मैं परखना सीख रहा हूं । अभी भी नहीं सुधरा भारत अगर देख कर , धर्म सनातन का अंत मैं देख रहा हूं । बरसों पहले भी लिखा था दर्द भरा सच हमने , आज भी सच मैं प्रमोद लीख रहा हूं । कल तक अनजान थे हम दरिंदों से , आज खुली आंखों से मैं सच देख रहा हूं ।। """"""""""""""""""""""""""""""""""""""" प्रमोद मालाकार की कलम से """""""""""""""""""""""""""""" ©pramod malakar # कश्मीर फाइल्स
Rajkumar
Slumdog Entertainment