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Rajesh rajak

#Rok_nahi_paye राहु केतु को, मजबूत करो चांद की सुरक्षा के सेतु को,।👧

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खड़ी थी छत पर ताक रही थी उन्मुक्त आकाश
सोच रही थी इस अनंत आकाश में एक ही चांद है,पर उसमें भी दाग है,,
घिरा रहता है अनगिनत सितारों की फौज से,
जब जी चाहा घट गया,जब जी चाहा बढ़ गया, विचरण करता है मौज से,,
में भी पापा का चांद है भैया का नाज हूं,पापा मेरे लिए हैं अनंत आकाश भैया सितारों की फौज मम्मी की लाज हूं,,
तभी उसके मन से निकलती है आह,एक दर्द की कराह,अनंत आकाश में अनगिनत सितारों की फौज में,चांद फिर भी नहीं सलामत,
पड़ गई राहु केतु की महादशा,लग गया ग्रहण,
क्या इस अखंड धरा पर नहीं होना था मुझे अवतरित,,क्या ये धरती का चांद भी नहीं सुरक्षित,यहां तो लाखों राहु केतु हैं चांद की  सुरक्षा के बहुत कमजोर सेतु है,, #Rok_nahi_paye राहु केतु को,
मजबूत करो चांद की सुरक्षा के सेतु को,।👧

Jack

समुद्र-मंथन, राहु-केतु #सस्पेंस

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Sangam Ki Sargam

ज़िंदगी को अगर राहु,केतु और शनि का पर्याय कहूँ तो गलत तो नहीं होगा?? #citysunset #ज़िंदगी#राहु#केतु#शनि

Astro Shashwat sharma

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Shiv Narayan Saxena

श्रीराम सेतु निर्माण. श्रीराम सेतु निर्माण. Ramleela #NojotoRamleela

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#NojotoRamleela
रावण सहित सबको हतप्रभ और दिलों में दहशत भरकर श्रीराम को हनुमानजी ने माता सीता का हाल और संदेश सुनाया. सबकी सलाह पर श्रीराम दल-बल सहित समुद्र तट पर पहुंचे. इन घटनाओं के दूरगामी परिणामों को देख मंदोदरी और विभीषण ने सीती को लौटाकर समझौते का सुझाव दिया. रावण न माना और विभीषण को लंका से निकाल दिया. विभीषण ने श्रीराम की शरण ले ली. अब सबने समुद्र पार करने की बात कही. श्रीराम ने मर्यादा को महत्व देकर समुद्र से मार्ग देने का अनुरोध किया. रावण के डर से तीन दिन बीतने पर भी समुद्र ने मार्ग न छोड़ा तो श्रीराम ने क्रोध का प्रदर्शन कर अग्निबाण का संधान किया. इसपर समुद्र अपने जीव-जंतुओं का हवाला देकर क्षमा मांगने लगा. कोई मार्ग न देखकर समुद्र ने बताया कि आपके दल में नल-नील नामक वानरों के फेंके जानेवाले पत्थर डूबेंगे नहीं. इस प्रकार पुल बनाकर आप सेना सहित समुद्र पार कर सकते हैं. अब श्रीराम के निर्देश पर पुल निर्माण शुरू हुआ. किन्तु, नई समस्या यह आ गई कि नल-नील द्वारा छोड़े पत्थर डूब तो नहीं रहे थे लेकिन इकट्ठे बंधकर पुल नहीं बना पा रहे थे. इस समस्या के समाधान के लिये हनुमानजी ने अपूर्व योजना की. उन्होंने नल-नील से कहा  कि तुम केवल वे पत्थर ही समुद्र में छोड़ोगे जिनपर मैं श्रीराम लिख दूँगा. अब वानर पत्थर लाते, हनुमानजी एक पर ' 'राम' का *रा* और दूसरे पर राम का *म* अक्षर लिखते. इस प्रकार *रा+म* के संयोग से तैरते हुये पत्थर अब परस्पर जुड़ते जाते थे. श्रीराम के नाम का गौरव बढ़ानेवाली हनुमानजी की इस लीला केबाद बड़े उत्साह से पुल बनने लगा. इसी अवस्था में भक्त श्रद्धा से कह उठता है कि-
*दुनिया चले न श्रीराम के बिना,*
*रामजी चलें न हनुमान के बिना.*
🙏🙋‍♀️  जै श्रीराम! 🙏🙋‍♂️
🙏🙋‍♀️  जै हनुमान!🙏🙋‍♂️

©Shiv Narayan Saxena श्रीराम सेतु निर्माण.

श्रीराम सेतु निर्माण.
#NojotoRamleela

Kamal kumar mahto

गाँधी सेतु #जानकारी

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Rajeev namdeo "Rana lidhori"

#पुरस्कार हेतु #सम्मान हेतु #पुस्तकें निशुल्क आमंत्रित है #कविता #nojotophoto

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 #पुरस्कार हेतु #सम्मान हेतु
#पुस्तकें निशुल्क आमंत्रित है

Zakir Qadri

हादशा

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मेहसुस कर रहे कुछ एैसा हम आजकल,
की कुछ एैसा होगा जो हमे सोचने तक का मौका नही देगा
🖋Jमेरीकलम सेD✒️ हादशा

Prakhar Pandey

कार्यक्रम हेतु आमंत्रण #31_अगस्त_2020_रात्रि_8_बजे_

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#31_अगस्त_2020_रात्रि_8_बजे_
राष्ट्रीय साहित्य चेतना मंच के फेसबुक पेज पर आज रात 8 बजे लाइव सेशन में आपसे मुलाकात होगी, आप सभी की उपस्थिति सादर प्रार्थनीय है 🙏 कार्यक्रम हेतु आमंत्रण

स्मिता तिवारी 'बलिया'

सुनो न!
मैं तो अब तक मिली भी नहीं हूँ तुमसे,
लेकिन हर रात 
जब अकेले होती हूँ,
तो तुम्हारी यादें;
चुपके से चली आती हैं 
मुझे गुदगुदाने... 
बेशक!
तुमको यकीं न होगा,
पर यही सच है
कुछ तो है;
जो मुझे तुमसे बाँध रक्खा है
यूँ तो मैं 
हजारों से जुड़ी हूँ,
पर किसी का ख़्याल
इस कदर नहीं आता
जैसा कि तुम्हारे ख़्याल
मुझे ले जाते हैं किसी मौन दुनिया में
आख़िर क्यूँ?
बस तुम्हारे ही ख़्याल
मुझे मुझसे ज़ुदा करते हैं
यह तो मुझे भी न पता
लेकिन पूछती हूँ ख़ुद से 
मैं हर रोज यही प्रश्न...
कोई उत्तर तो
नहीं मिला अभी तक,
इस तरह न जाने कब
चुपके से नींद
अपने आगोश में ले लेती है मुझको
और फिर चले आते हो
तुम हसीं ख़्वाब बनकर

स्मिता तिवारी बलिया #यूनिक#मित्र#हेतु
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