Find the Latest Status about केतु महादशा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, केतु महादशा.
Rajesh rajak
खड़ी थी छत पर ताक रही थी उन्मुक्त आकाश सोच रही थी इस अनंत आकाश में एक ही चांद है,पर उसमें भी दाग है,, घिरा रहता है अनगिनत सितारों की फौज से, जब जी चाहा घट गया,जब जी चाहा बढ़ गया, विचरण करता है मौज से,, में भी पापा का चांद है भैया का नाज हूं,पापा मेरे लिए हैं अनंत आकाश भैया सितारों की फौज मम्मी की लाज हूं,, तभी उसके मन से निकलती है आह,एक दर्द की कराह,अनंत आकाश में अनगिनत सितारों की फौज में,चांद फिर भी नहीं सलामत, पड़ गई राहु केतु की महादशा,लग गया ग्रहण, क्या इस अखंड धरा पर नहीं होना था मुझे अवतरित,,क्या ये धरती का चांद भी नहीं सुरक्षित,यहां तो लाखों राहु केतु हैं चांद की सुरक्षा के बहुत कमजोर सेतु है,, #Rok_nahi_paye राहु केतु को, मजबूत करो चांद की सुरक्षा के सेतु को,।👧
Sangam Ki Sargam
ज़िंदगी को अगर राहु,केतु और शनि का पर्याय कहूँ तो गलत तो नहीं होगा?? #citysunset #ज़िंदगी#राहु#केतु#शनि
Astro Shashwat sharma
# राहु केतु और शनि से कुंडली में क्या समस्या हो सकती है और राहु केतु और शनि जड़ित समस्याओं का एक साथ निवारण कैसे करें ज्योतिष शास्त्र में राहु, केतु और शनि को पापी ग्रह कहा जाता है, क्योंकि ये हमारी बुद्धि, तर्कशक्ति, ज्ञान और भाग्य को प्रभावित करते हैं। इन ग्रहों के प्रकोप से हमें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे घटना-दुर्घटनाएं, दुश्मन, बीमारियां, भय, कुविचार, बेईमानी, धोखा, अत्याचार, मद्यपान, संभोग, पेशाब की बीमारी, जोड़ों का दर्द, सन्तान उत्पति में रुकावट, गृहकलह, नींद न आना, रात के समय डरना, भूत-प्रेत से संबंधित बातें, अजीब-अजीब सपने देखना, अनाजाने लोगों से लड़ना, धर्म से दूर होना, कर्म, धन, व्यापार, नौकरी, पद, प्रतिष्ठा, शिक्षा, विवाह, संतान, स्वास्थ्य, उम्र, बाल, दांत, हड्डी, कनपटी, भवें आदि की समस्याएं। इन समस्याओं से बचने और इन ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए हमें कुछ उपायों का पालन करना चाहिए, जो हमारे जीवन को सुखी और शांत बनाने में मदद करेंगे। इन उपायों में शामिल हैं: शनि, राहु और केतु ग्रह जातक को अलग-अलग प्रकार से पीड़ित करते हैं। इन ग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय सुझाए जाते हैं। इनमें से एक उपाय है कि आप अपने आस-पास एक ऐसी जगह देखें जहां पानी में मछलियां हों। अब आप मंगलवार की रात को एक काले कपड़े में 150 ग्राम काले तिल और 150 ग्राम काले उड़द की साबुत दाल को मिलाकर बांधकर रख लें। अब इस काले कपड़े को रात को सोते समय अपने सिरहाने रख कर सोयें। सुबह-सुबह उठकर उस स्थान पर जाएँ जहां आपने मछलियों को देखा है। अब इस कपड़े में से काले तिल और उड़द की दाल को थोड़ा-थोड़ा करके पानी में डाल दें। जैसे ही मछलियों इस सामग्री को खाने लगेंगी समझो आपके दोष निवारण होने लग गया है। इस प्रयोग को आप तीन मंगलवार को करें।¹ इसके अलावा आप इन ग्रहों के मंत्रों का जप भी कर सकते हैं। राहु मंत्र का जप 8 बार किया जाता है।² राहु मंत्र- ।। ह्रीं अर्धकायं महावीर्य चंद्रादित्य विमर्दनम्। सिंहिका गर्भ संभूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम्।। ।। ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:। ।।ॐ शिरोरूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहु प्रचोदयात्।। केतु मंत्र का जप 8 बार किया जाता है।² केतु मंत्र- केतु मंत्र का जप 8 बार किया जाता है। ।।ॐ पलाशपुष्पसंकाशं तारकाग्रह मस्तकम्।। रौद्रं रौद्रात्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम।। ।। ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:। ।।ॐ पद्मपुत्राय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो केतु: प्रचोदयात्। आशा करता हूँ कि ये उपाय आपको लाभ पहुंचाएंगे। अगर आपको और कुछ पूछना हो तो मुझसे बात कर सकते हैं। ©Astro Shashwat sharma #शनिवार #राहु #केतु #वैदिक #ज्योतिष
Shiv Narayan Saxena
#NojotoRamleela रावण सहित सबको हतप्रभ और दिलों में दहशत भरकर श्रीराम को हनुमानजी ने माता सीता का हाल और संदेश सुनाया. सबकी सलाह पर श्रीराम दल-बल सहित समुद्र तट पर पहुंचे. इन घटनाओं के दूरगामी परिणामों को देख मंदोदरी और विभीषण ने सीती को लौटाकर समझौते का सुझाव दिया. रावण न माना और विभीषण को लंका से निकाल दिया. विभीषण ने श्रीराम की शरण ले ली. अब सबने समुद्र पार करने की बात कही. श्रीराम ने मर्यादा को महत्व देकर समुद्र से मार्ग देने का अनुरोध किया. रावण के डर से तीन दिन बीतने पर भी समुद्र ने मार्ग न छोड़ा तो श्रीराम ने क्रोध का प्रदर्शन कर अग्निबाण का संधान किया. इसपर समुद्र अपने जीव-जंतुओं का हवाला देकर क्षमा मांगने लगा. कोई मार्ग न देखकर समुद्र ने बताया कि आपके दल में नल-नील नामक वानरों के फेंके जानेवाले पत्थर डूबेंगे नहीं. इस प्रकार पुल बनाकर आप सेना सहित समुद्र पार कर सकते हैं. अब श्रीराम के निर्देश पर पुल निर्माण शुरू हुआ. किन्तु, नई समस्या यह आ गई कि नल-नील द्वारा छोड़े पत्थर डूब तो नहीं रहे थे लेकिन इकट्ठे बंधकर पुल नहीं बना पा रहे थे. इस समस्या के समाधान के लिये हनुमानजी ने अपूर्व योजना की. उन्होंने नल-नील से कहा कि तुम केवल वे पत्थर ही समुद्र में छोड़ोगे जिनपर मैं श्रीराम लिख दूँगा. अब वानर पत्थर लाते, हनुमानजी एक पर ' 'राम' का *रा* और दूसरे पर राम का *म* अक्षर लिखते. इस प्रकार *रा+म* के संयोग से तैरते हुये पत्थर अब परस्पर जुड़ते जाते थे. श्रीराम के नाम का गौरव बढ़ानेवाली हनुमानजी की इस लीला केबाद बड़े उत्साह से पुल बनने लगा. इसी अवस्था में भक्त श्रद्धा से कह उठता है कि- *दुनिया चले न श्रीराम के बिना,* *रामजी चलें न हनुमान के बिना.* 🙏🙋♀️ जै श्रीराम! 🙏🙋♂️ 🙏🙋♀️ जै हनुमान!🙏🙋♂️ ©Shiv Narayan Saxena श्रीराम सेतु निर्माण. श्रीराम सेतु निर्माण. #NojotoRamleela
Rajeev namdeo "Rana lidhori"
#पुरस्कार हेतु #सम्मान हेतु #पुस्तकें निशुल्क आमंत्रित है
Zakir Qadri
मेहसुस कर रहे कुछ एैसा हम आजकल, की कुछ एैसा होगा जो हमे सोचने तक का मौका नही देगा 🖋Jमेरीकलम सेD✒️ हादशा
Prakhar Pandey
#31_अगस्त_2020_रात्रि_8_बजे_ राष्ट्रीय साहित्य चेतना मंच के फेसबुक पेज पर आज रात 8 बजे लाइव सेशन में आपसे मुलाकात होगी, आप सभी की उपस्थिति सादर प्रार्थनीय है 🙏 कार्यक्रम हेतु आमंत्रण
स्मिता तिवारी 'बलिया'
सुनो न! मैं तो अब तक मिली भी नहीं हूँ तुमसे, लेकिन हर रात जब अकेले होती हूँ, तो तुम्हारी यादें; चुपके से चली आती हैं मुझे गुदगुदाने... बेशक! तुमको यकीं न होगा, पर यही सच है कुछ तो है; जो मुझे तुमसे बाँध रक्खा है यूँ तो मैं हजारों से जुड़ी हूँ, पर किसी का ख़्याल इस कदर नहीं आता जैसा कि तुम्हारे ख़्याल मुझे ले जाते हैं किसी मौन दुनिया में आख़िर क्यूँ? बस तुम्हारे ही ख़्याल मुझे मुझसे ज़ुदा करते हैं यह तो मुझे भी न पता लेकिन पूछती हूँ ख़ुद से मैं हर रोज यही प्रश्न... कोई उत्तर तो नहीं मिला अभी तक, इस तरह न जाने कब चुपके से नींद अपने आगोश में ले लेती है मुझको और फिर चले आते हो तुम हसीं ख़्वाब बनकर स्मिता तिवारी बलिया #यूनिक#मित्र#हेतु