Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शुरुआती रुझान Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शुरुआती रुझान from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शुरुआती रुझान.

    PopularLatestVideo

दीपेश

mute video

Er.Mahesh

सांसे थम सी रही हैं एग्जिट पोल का रुझान देखकर
पता नही क्या हल चल है दिल में ये चुनाव देखकर
उम्मीद थी फिर से पुरानी पेंशन लौट आयेगी
परिवार में खुशियां   ही खुशियां वापिस  आयेंगी

©Er.Mahesh #चुनावी रुझान

#standout

Karunesh Kashyap

भोजपुरी के प्रति रुझान #कॉमेडी

read more
mute video

S C Tiwari

शुरुआती दौर😊💕C #throwback2020

read more
mute video

Ankit Upadhyay....

mute video

pt.विकास kumar शर्मा

जनता कर्फ्यू का रुझान बच्चों के बीच आनंद लेते हुए ll #Music

read more
mute video

Adv.Sanjay singh Bhadouria

होली के रुझान 😂😂😂😂😂🤦🤦🤦 #कॉमेडी

read more
mute video

indra patel

शुरुआती प्रेम चाय से हुई! #yqbaba #yqdidi #yqquotes love #chai #girl

read more


 मिलने कि ख्वाहिश ,तन्हा रह मेरी राह ताकना
तुम थाम लेती हाथ मेरा, मै थाम लेता  हाथ तेरा..!
तुम देख लेती मुझको, मै देख लेता तुझको..!
तुम प्रेमी कॉफ़ी की,मै प्रेमी चाय का..!
पसन्द ना पसन्द अलग हो तो मुंह फेरना तेरा..!
चाय प्रेमी हूं आधी कप चाय ख़तम करना मेरा..!
नाराज होना तेरा, चाय की लालच दे कर इतराना मेरा..!
मेरी जूठी चाय छीन कर पीना तेरा, आश्चर्य चकित होना मेरा..!
मेरी जूठी चाय चख  शरमाना तेरा,खामोश वाली मुस्कुराहट का होना मेरा..!
तेरे मेरे  बीच खामोशी की सफर का शुरू होना..!
 सासों की तेज गति महसूस करना तेरा, खामोशी से तुझको पढ़ना मेरा..!
चेहरे पर मुस्कान और धीमी आवाज़ में कहना  तुम्हारी जूठी चाय पसंद है..!
मन में बसी ना-ना प्रकार के प्रेम भाव उत्पन हो मुस्कुराना मेरा..!
चल  तेरा - मेरा एक बार फिर खामोशी का सफर तय कर एक - दूसरे  को समझना हमारा...!
     शुरुआती प्रेम चाय से हुई!
#yqbaba #yqdidi #yqquotes #love #chai #girl

Sanchit Joshi

मेरे जानिब से, शुरुआती शेर... . . . . . . . #Love #Hindi #Self #poem #शायरी #urdu #First #LOVEGUITAR

read more
mute video

AB

यह कविता शुरुआती कविताओं में से लिखी एक है,!💚 #alpanas,,💚"

read more
मैं जान गयी हूँ
मैं तुम्हारी कल्पना से भी परे हूँ 
तुम हमेशा ही मयस्सर तो रहे पर कभी
मुझसे वाबस्ता नहीं हुए.. 

माना के मेरी आँखें मंहंगे काले पेन्सिल से नहीं सजती 
पर इनमें वह ख़्वाबीदा है जिनमें वस्ल है तुम्हें पाने की,

कभी कुर्बत से देखा तो होता...

देखो मुकर सी गयी हैं अब यह झल्ली सी आंखें मेरी 
पर्दानशीं बेपर्दा जो हो चुकी हैं फिर भी नादान
तुम्हारा ही तरसाना दिल से करती हैं 

काश ! के बिखर जाएं गुल तेरी चाहत के मेरी ज़िन्दगी में
और सुकूँ सा मिल जाए मेरे जज़्बातों को मेरी कल्पना
 तुम्हारी हो जाए और सिफार हो जाए
ये सफर जज़्बातों का 

 काश ! के इकरार की अहमियत समझो तुम 
और यह फ़िराक,  विसाल बन जाए

         और हाँ यह फ़िराक,  विसाल बन जाए, !  यह कविता शुरुआती कविताओं में से लिखी एक है,!💚

#alpanas,,💚"
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile