Find the Latest Status about वृतांत लेखन मराठी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वृतांत लेखन मराठी.
Amardeep Jaiswal
यूं तो जिंदगी में कुछ ख़ास दिक्कतें नहीं थी हमारी, पर इस बार हालात बदलने वाले थे; कोशिश तो थी कि ये बदलाव रोक दिया जाए, पर हकीकत तो ये थी कि हालात बदलने वाले थे; सब बिखरा पड़ा था संजोने की कोशिश जारी थी, हमने भी आखिर तक हार न मानने की कसम खा रखी थी, पर कमबखत किस्मत को भी पता नहीं किसने बता रखा था कि, हालात बदलने वाले थे..... वो चाहते तो इत्तेलाह कर सकते थे हमें, अब ये न कहना कि उन्हे भी नहीं पता था कि हालात बदलने वाले थे। वृतांत.. #अनुभव
VISHAL SONI
यूँ तो में केवल गंतव्य तक पहुंचने का साधन मात्र हूँ, किसी को कहीं आना हो या कहीं जाना हो वो मुझमे सवार हो जाता है और अपनी मंजिल पर मुझे छोड़ जाता है, और मैं फिर अपने सफर पर चल देती हूँ, न जाने कितने लोगों के लिए में रोजमर्रा की जिंदगी हूँ ,न जाने में कितने लोगों की खुशियों में और कितने लोगों के गमो को देखती हूँ, हाँ ,मेरा जीवन दो लोहे की सतत ठहरी हुई पाटों के बीच जो जकड़ी हुई एक दूसरे से एक निश्चित दूरी पर के ऊपर निरंतर अबाध गति से चलते हुए आगे बढ़ता रहता है, मैं हर क्षण तटस्थ हूँ , हर क्षण साक्षी हूँ । हाँ , मैं लोहपथ गामिनी हूँ। मैं ना पथ से भटकती हूँ , न मैं अपनी मंजिल से पहले ठहरती हूँ, निरन्तर चलना ही कर्म है मेरा सब को साथ लेकर चलना धर्म हैं मेरा , मैं ना किसी के सवार होने पर खुश होती हूँ ,ना मैं किसी के उतर जाने पर दुखी होती हूँ सब अपने हिस्से का जीवन मुझमें जीतें है , मैं अकेली ही थी तो अकेली ही हूँ । हाँ , मैं लोहपथ गामिनी हूँ। कितने किस्से कितनी कहानियाँ जन्म लेती है प्रतिदिन मुझमे, हर कहानी को जीती हूँ मैं फिर भी किसी से कुछ न कहती हूँ मैं। अमीर ,गरीब,गौरा ,काला, हिंदू ,मुस्लिम ,किसी से भेद नही करती हूँ ,सब मेरे यात्री हैं, मैं सब की सहयात्री हूँ। हाँ, मैं लोहपथ गामिनी हूँ। किसी को माँ बनने का सुख मिला मुझमे, किसी को मृत्यु ने गले लगा लिया मुझमें सब को जीती गई में स्वयं में , किसी बच्चे की खुशी हूँ उसके पहले सफर की ,किसी बुजुर्ग के बचपन के किस्सों को भी सुना है मैने , किसी प्रेमी युगल के प्रेम की शुरुआत भी हुई मुझमे, और किसी का दिल भी टूटा मुझमें, पर न में विचलित हुई न खुश हुई मेरा काम था चलना मैं चलती गई ,मैं किसी का अनकहा विश्वास था मैंने उसे न कभी टूटने दिया , मैं किसी की बारात में सारथी हूँ, किसी के मातम में भी सरीख हूँ, हाँ, मैं लोहपथ गामिनी हूँ। मैं लोगो को तीर्थ भी ले जाती हूँ ,मैं हज पर भी ले जाती हूँ,पर मेरा धर्म न बदलता है, सब को साथ लेकर चलना धर्म है मेरा निरंतर चलना कर्म है मेरा , कितने लोगों ने पुण्य कमाये कितने लोगों ने पाप किया किसी का नही हिसाब मेरे पास मेरा काम है चलना में निस्वार्थ चलती ही जाती हूँ । हाँ, मैं लोहपथ गामिनी हूँ। #वृतांत #किस्सा #रेलकीकहानी #यात्रा
Kapil Tomer
एक वृतांत: महादेव-सती विरह ----–------------------------------ घनघोर हुई, चहुँओर हुई, अति शोर हुई तम की बदली, बदली से अचंभित शोर हुआ, बदली से दशा मन की बदली। यूँ क्रोध ने बंधन तोड़ दिए, भय से यूँ दशा यम की बदली, महादेव के क्रोध से कांप गया, आकाश हुआ बदली बदली। ✍️कपिल वीरसिंह 9259242665 ©Kapil Tomer एक वृतांत: महादेव-सती विरह
अमोल पाटील
मी माझ्याच मुलखात नांदतो ऐश्वर्याचा राजा , इथे फुलवल्या ऐश्वर्याच्या बागा इथले रानोमाळ सगणगंन पसरत हिरवी द्वाही आणि "मी" पण म्हणत कितीक बुडाले इथल्याच जमिनीत ही #मराठी कविता #मराठी साहित्य #वाचन #मराठी संस्कृती #मराठी कवी #मी मराठी #कविता #पल्लवी
pandurang kokare
मराठी राजभाषा दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा... बोलतो मराठी ऐकतो मराठी...
rohit v. khade
#आठवता तू.., क्षणो क्षणी मन सांगते .. लक्ष्य देईना तर .. हळूच हृदयाला टोकते.. जगाच्या रीती जाणून बुजून आसवांना पापण्यात रोखले.. अन मग नकळत डोळे मिटून घेतले .. मिटता रुपड तुझ नजरी उमटलं.. काळ भोर डोळ तुझ हृदयावर कोरल... जणू मन माझं तुझ्या smile ने गारठल .. तुझ्या आवाजान त्यास गोठ्ण्यापासून तारल.. भुरभुर नाऱ्या केसांवर तुझ्या काही वेळ थांबलं.. घटक भराच आभासी भेटणं त्याच्या धडधडीला तोवर इंधन ते उरलं.. पुढच्या तुझ्या दिसण्या पर्यंत फक्त झुरण आता ठरल.. श्र्वासच्या अखेरी पर्यंत चित्र तुझ रंगल.. ©rohit v. khade #मराठी कविता#मराठी प्रेम #Dark