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Ajinath Ashok Shirgire

निव्वळ भंगरी #मराठीविचार

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Braman Kadti

"नवम्बर का नम्बर" #Winter2020 #कविता

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"नवम्बर का नम्बर"
ये नैसर्गिक उपहार नवम्बर का नम्बर है।
प्रकृति की अनूठी छठा ये नवम्बर में दिखती है।
कोहरो का बादल मैदानों में इसी में दिखती है।
ये प्रकृति का उपहार नवम्बर का नम्बर है।

बगुलो  का अनुशासन इसी में दिखता है।
कटी फसल की खेतों में ग्वालो का दृश्य इसी में दिखती है।
अग्नि की ताप की ललक इसी में होती है।
कोहरे से  ढंके मैदान नैनीताल रूप लिए है।
ये अनुपम सौंदर्य का संगम नवम्बर में दिखती है।
ये प्रकृति का उपहार नवम्बर का नम्बर है।

पक्षियों का प्रवास इसी में दिखता है ।
दर्जन भर महीनों की खुशबू इसी में दिखती है।
ये प्रकृति का उपहार नवम्बर का नम्बर है ।

रविकिरणों की पीली धार अग्र पश्च से इसी में पड़ती है।
दोपहर की धूप से ज्वर का अहसास इसी में होती है।
ग्रामजनों के पैरों में मैल का ढेर इसी में दिखता है।
ये नैसर्गिक उपहार है ये नवम्बर का नम्बर है।

©Braman Kadti
  "नवम्बर का नम्बर"

#Winter2020

S. Chaudhary. ✍️

तार पर टंगी #शायरी

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दिलों  के तार तार पर टंगी आखिरी बूंद से पूछना क्या होता है अकेलापन
@s.a तार पर टंगी

Sakshi Charu Srivastava

एक अम्बर पे दो तारे हैं #specialone #अनुभव

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ompal singh vikat

नम्बर, अम्बर, विकट, रूप की रानी #JulyCreators #शायरी

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Rishi

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Rashmi sharma

#तारीक पे तारीक तारीक पे तारीक

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जब हम मर जायेगे तब खत्म होगी ये तारीख।





मैं परेशान हो गया हूँ इन तारीखो से बन्द करों ये तारीखे देना। #तारीक पे तारीक तारीक पे तारीक

Ashoka The Shayar

गैरों पे करम अपनों पे सितम ---- #लव

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Badnaam Shayar

कही पे निंगाहे, कही पे निशाना #OneSeason #शायरी

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वो चलते यो हमारे साथ थे, मगर.......



किसी ओर की तलाश में...

©Badnaam Shayar कही पे निंगाहे, कही पे निशाना

#OneSeason

anurag saxena

मंजिलों पे ---

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मंजिलों पे डालों पर्दे ,सफ़र पे निकल चलो

टूटी फूटी पगडंडियों पे, गिरो पडो उठे चलो

क्या छूटा,क्या मिला , इसकी परवाह न करो

दुःख मिला या सुख मिला,इसकी चर्चा न करो

समय को व्यर्थ करके, जिंदगी जीते चलों

या जिंदगी को व्यर्थ करके, समय गिनते चलों

ग़लती माफी भूल सब , छोड़ दो अतीत पे

गेरबंदिशो में जीयो, सब लूटा दो प्रीत पे

आख़िर में मृत्यु ,एक प्रश्न बनकर आएगी

जिंदगी तुम्हें ,ज़बाब देकर चली जाएंगी 

                                       ---------अनुराग सक्सेना





 मंजिलों पे ---
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