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Mr.perfect
भक्ति से भव पार हुऐ हैं तो कुछ सन्त पीरशिद्ध आपार हुए हैं रस ये ऐसा मानो अमरीत पिए तो जानो कितने जीवन सुखमय बारम्बार हुए हैं ©Mr Perfect भक्ति रस
Neel Lokesh Mishra (Insta-Neel3.Mishra)
भक्ति में शक्ति समाए रखो, प्रभु का नाम मन में बसाए रखो, दिखावे से दूर,प्रभु नाम की ज्योति जलाए रखो, श्रद्धा के फूल चढ़ाए रखो,होंगे काम सब पूरे, आलस्य को छोड़,मेहनत से खुद को सजाए रखो ©✓ ©Neel Lokesh Mishra #Nightlight #भक्ति क्ति में #शक्ति #समाए रखो
Sansriti Kapoor
तुम बनो 🙏 मैं जिस पथ पर चलु उस पथ के रही तुम बानो मेरी मंज़िल के साथी तुम बानो मेरी कल्पनाओं में समाकर मेरे मन मन्दिर की मूर्ति तुम बानो मेरी हर श्वास श्वास का सिमरन तुम बानो मेरे जीवन सार तुम बानो मेरे कृपा सिंधु नाथ तुम बानो मेरी शक्ति मेरी भक्ति तुम बानो मैं मैं ना रहूं मैं बस तुम में लीन हो जाओ और मेरी आत्मा तुम बानो मेरी लगन तुम बानो मेरे जीवन के हर लम्हों का साथी तुम बानो मेरे प्राणों के आधार भी तुम बानो। 🕉️🕉️🕉️ 🙏🙏🙏🙏 ©Sansriti Kapoor #महादेव #शक्ति #भक्ति #भावना #कल्पना #कविता #मेरे
Archana pandey
भगवन किरपा कीजिए, मोक्ष ना बिलकुल पाउं। अनुपम कय गुण बाचन, पुनि-पुनि अवनि आउं।। जहां भजनकर सुख नहि,तउन न चाहूं लोक। हरि किरतन की चाह बा,हरि सुमिरन एक लोभ।। 🌷🙏अर्चना'अनुपमक्रान्ति'🙏🌷 ©Archana pandey भक्ति रस..🙏❤️
Pradyumn awsthi
किसी भी व्यंजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें चाहे कितने भी बेहतरीन मसाले डाल दें, लेकिन..बिना नमक के व्यंजन अधूरा ही होता है और पूर्ण स्वादिष्ट नहीं कहलाता हैं क्योंकि नमक हमारे भोजन का बहुत महत्वपूर्ण अंग, घटक होता है और इसी प्रकार मानव जीवन में ईश्वर भक्ति का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण और विशेष है मानव अपने मन की चाहे कितनी भी चला ले और संसार में चाहे कितना भी डूब ले लेकिन वास्तव में सत्य तो यही है कि ईश्वर भक्ति के बिना मानव जीवन हमेशा अधूरा , अपूर्ण और रसहीन ही होता है ईश्वर की भक्ति करने से जो आनंद रस की प्राप्ति होती है उस रस का आनंद शब्दों में नहीं बताया जा सकता है ,ईश्वर भक्ति के रस से मिलने वाले आनंद की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस आनंद के आगे संसार के सभी सुख तुच्छ और फीके पड़ जाते हैं आप ऐसा समझ लीजिए कि जैसे कोई गूंगा व्यक्ति मधुर ,मीठे फल को खाकर उससे मिलने वाले आनंद को दूसरे व्यक्ति को नहीं बता सकता इसी प्रकार भक्ति का आनंद रस होता है ईश्वर भक्ति से ही मानव जीवन पूर्ण , सार्थक, साकार और सफल बनता है यदि विश्वास ना हो तो स्वयं आजमा कर ,करके देख लीजिए आप सब कुछ समझ जाएंगे ©"pradyuman awasthi" #भक्ति आनंद रस, सर्वोपरि
Veena Choubey
वेद शास्त्रों में पढ़ लो मेरी अजर अमर गाथा। सुन्दर सृष्टि संसार की रचना यही नारी की परिभाषा । कोमल हृदय मन अविरल आँखों में अश्रु समाए हूँ । प्रेमवास हृदय में चंचल मुक्त कण्ठ आजमाये हूँ । मौन हुँ कमजोर नहीं मैं बस आँखों में सपने हैं और कुछ आशा। वेद शास्त्रों में पढ़ लो मेरी अजर अमर गाथा। नारी रूपअम्बिका दुर्गवासिनी वर्दायिनी शक्ति का कोई पार न पावें बन जाए चंडालनी प्रेम प्यार की मूरत है और ममता सी अभिलाषा । सुन्दर सृष्टि संसार की रचना नारी की परिभाषा माँ बेटी,बहन,पत्नी हर रूप में बसती नारी छवि निराली देख हृदय विशाल सा इसका देवों ने नारी की रचना कर डाली। तीन लोकों के नर नारायण ने चरणों में इनके टेका माथा। वेद शास्त्रों में पढ़ लो अजर अमर मेरी गाथा। नारी शक्ति पर कविता