Find the Latest Status about पारीक जाति from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पारीक जाति.
jisu saif
Religion जिस दिन टूट जाएगी , जाति की झंजीर। भेद भाव ख़तम कौन अमीर कौन फकीर।। उस दिन गरीब भी खा सकेगा, चैन से निवाला । जिस दिन ख़तम होगा, जाति जाति कहने वाला।।। ... jisu जाति जाति जाति
Rahul pareek(RP)
मेरे शब्द बेबसी उनकी ( Rahul paReek) किसकी सुनु और किसकी मानु,, बीच मझधार में पड़े है,, जब तक होगा तब तक सहूँगी, यही विचार मन में पड़े है,, मेरी किसी को फ़िक्र नहीं, मर जाऊ जल्दी ही इसी इंतजार में खड़े है,,, किसकी सुनु किसकी मानु, बीच मझधार में पड़े है,, pareek मेरा प्यार है, जिसको सिर्फ मेरा इंतजार है उठते बैठते, सोते जागते, मेरे लिए ही बेकरार है,, ना हो बात तो बढ़ जाए उसका b.P, इसलिए बेबस होकर पुछु हाल, बस उसे यही इंतजार है,, किसकी सुनु किसकी मानु, बीच मझधार में पड़े है जब तक होगा तब तक सहूँगी, यही विचार दिल में पड़े है अब यकीन दिलाऊ कैसे, प्यार मेरे लाडू से जताऊ कैसे,, सादी होगी मेरी अब उसे smjhau कैसे, और मेरी जान हक़ तुम पर जताऊ कैसे,,, किसकी सुनु किसकी मानु, बीच मझदार में पड़े है,, जब तक होगा तब तक सहूंगी, यही विचार दिल में पड़े है मै भी प्यार करती हु और करती रहूगी, तेरे लिए खुद की किस्मत से लड़ती रहूगी,,, दर्द तो मुझे भी है पर जताऊ कैसे और लाडू तेरे दर्द देखकर अपने बताऊ कैसे बस मान ले मेरी कुछ बात, भूल जा मेरे लिए सब के सब जज्बात,, किसकी सुनु किसकी मानु, बीच मझधार में पड़े है प्यार करुँगी आत्मा से तेरी, भरोसा रख मेरे jerry अब डर भी लगता है तुझे अकेला छोड़कर,,, कभी नहीं जाऊगी मेरे लाडू तुझे dil se छोड़कर | बस समज जाओ बेबसी मेरी,,, बता भी नहीं सकती ऐसी स्तिथि है मेरी,,, मेरी जान तुझको बताऊ, तुझे ही समझाऊ,, बीच मझदार में पड़े है,, जब तक होगा सहूंगी यही विचार मेरे दिल में पड़े है............. #मेरे_शब्द_उनकी_बेबसी राहुल पारीक की कलम से
Dharmendra singh
कोई जाति नीच नही होती है किंतु नीच आदमी हर जाति में होती है। ©Dharmendra singh जाति
SG
बाहर किसी को क्या ही बोलना ? जब अपने ही लोग जाति की जंजीरो मे जकडे है एक बच्चे की ख्वाइश को मरते देखा मैने खुद को घुटते देखा मैने ©❤SG❤ जाति
RajeshKumar
जाति है कि अब जाती नहीं! पता नहीं कैसी ये जाति है!! जन्म के साथ यह आती है! मरने पर भी ये नहीं जाती है! पढ़ा इतिहास जब मैंने महापुरषों का, जातियों का जिक्र हर जगह आती है!! जाति----------------------------!! जाति ही छूत है,जाति ही अछूत है! जाति ही कुपूत है,जाति ही सुपूत है! कुछ जातियों का माथा देखा मैंने, लगा तिलक, चन्दन और भभूत है!! उन्हें देख और जाति खुद शरमाती है!! जाति -------------------------------------!! जाति नहीं तो कुछ भी नही! जाति नहीं तो पूछ भी नहीं! जाति जब खत्म हो जाये, होगा किसी की अब लूट नहीं!! जाति ही सबको खूब लड़वाती है!! जाति----------------------------!! जाति ही तो सबको है जन्माती! जाति ही तो खुद पर है इठलाती! जाति ही तो सारी दुनिया में, नफरत की ज्वाला है भड़काती!! जाति ही सबकी सरकार बनवाती है!! जाति----------------------------!! जाति ही पुजारी है,जाति ही भिखारी है! जाति ही जात का बना अब शिकारी है! गांव व शहरों के जातियों को देखो तुम, वह बना जन्मजात सफाई कर्मचारी है!! जाति ही जीने का आधार बन जाती है!! जाति-----------------------------!! जाति अब फैलाती उन्माद है! जाति-जाति में फैला विवाद है! फिर भी बडे नेता लोग ढूंढते हैं, दूसरे जातियों में अपना दमाद हैं! फिर भी कभी नहीं शर्म उन्हें आती है! जाति------------------------------!! मिला आरक्षण कुछ जातियों का छूट है! जातियों में जाति का हुआ अब लूट है! जाति-जाति करते यहां के सब नेता लोग, इंशानों में डाला अब बहुत बड़ा फुट है! जाति पर ही तो सरकार बन जाती है!! जाति------------------------------!! जाति रहबर है,जाति ही कहर है! इंशानों में फैला जाति का जहर है! "राजेश"फेंकों तुम जातियों का चश्मा, जातियों में बंट गया गांव औऱ शहर है! जाति ही सबको बहुत तड़पाती है!! जाति है कि अब जाती नहीं!! पता नहीं कैसी ये जाति है!! Tr-राजेश कुमार सेमरी (देव),करगहर,रोहतास ###जाति###
Neophyte
खुद का ही एक कारागार बना रखा है लोगो ने जातियों को व्यापार बना रखा है एक एक जर्रे में मेरे तेरा नाम समाया है सबने उसे मिटाना अपना अधिकार बना रखा है जी तो लेते है सब यहाँ घूट-घूट जहर पीकर पर अपनो ने यहाँ जीना धिक्कार बना रखा है समाज क्या कहेगा ये सुनने की हिम्मत नही आपमे और जाती को रिश्ते काटने का हथियार बना रखा है! जाति!
Rahul pareek(RP)
ना जाने कसूर किसका है,, मेरा है या उसका है,, अब तो वो चले गए है हमसे दूर, उनके पीछे वो बहता लहू किसका है,, कोई तो बताए कसूर किसका है जीना भी पड़ेगा और लड़ना भी पड़ेगा खुद के लिए अब कुछ और करना भी पड़ेगा पर मिल ना सके हम दो सफ़र के साथी किस्मत भी दिखा रही, हमको आजमाती कोई तो बताए कसूर किसका है, उनके पीछे वो बहता लहू किसका है,, जो पहले अक्सर कहा करते थे आज वो कुछ और कहते है अगर चुनना पड़ा किसी इक को तो वो चुनेगे अब जिसके अब पास रहते है,, ,, कोई तो बताए कसूर किसका है,, उनके पीछे वो बहता लहू किसका है,, अगर मै तड़प रहा हु उनके लिए तो क्या उनमें भी वही तड़प होगी,, क्या मिलने की बेचैनी और पास आने की ललक होगी,, शायद भूल जाएं मुझको अब यही सबब होगी कोई तो बताए कसूर किसका है lउनके पीछे वो बहता लहू किसका है,, Rahul pareek(RP) #कसूर राहुल पारीक की कलम से l
Rahul pareek(RP)
मेरा रोना और तेरा पास होना वो तो मुद्द्त की बात है,,, तेरा मेरा मिलना तो अब मुक्क़दर की बात है,,, अब तो आस थी वो भी छोड़ दी,,, क्युकी तू किसी और के पास है,, इंतजार तो है की अब कब मुलाक़ात हो,, कब वो मीठे जज्बात तुझसे मिलकर ख़ास हो,, तेरा मेरा मिलना अब मुक्क़दर की बात है,, मेरा रोना और तेरा पास होना अब वो मुद्द्त की बात है तेरा वो sorry आज भी मेरे पास है,, तुझसे अंतिम बार मिलना आज भी ख़ास है,, उसके बाद मेरा रोना और बेहोश होना मुझे अच्छी तरह याद है,,, सुबह और शाम इक हो जाना, कड़कती बिजली और फिर मेघ हो जाना,,, वही मंजर अब खंजर सा हो दिल पर लग जाना,,, आज भी बहुत याद है अब तो मिलना मुक्क़दर की बात है,, मेंरा रोना तेरा पास होना वो तो मुद्द्त की बात है Rahul Pareek(RP) #मुक्क़दर_की_बात राहुल पारीक की कलम से l