Find the Latest Status about झाँसी की रानी कविता की व्याख्या from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, झाँसी की रानी कविता की व्याख्या.
ऋ shi
तेरे माँ अनेको नाम भये कोई रानी कोई मनु कोई मणिकर्णिका बोला, चमक रही थी जो तलबारें उससे ब्रिटिश का सिंघासन डोला खून बहा जब रण खेतों मे आग लगी हर जन के मन मे क्रांति कि लौ बिराट भई ज्वाला सी बनी हर उस तन मे कर गई अपना बलिदान बेदिका मे देकर झाँसी का नाम सुनहरे पन्नो मे आपका छोटा सा गुणगान किया माँ समर्पित करते आपके चरणों मे 🙏✍️ऋ shi झाँसी की रानी
Anju Dubey
हर शहर शैंतान है इंसान कहाँ गये इंसानियत का प्रसाद लिए फिरते थे जो फरिश्ते , वो फरिश्ते कहाँ गये , हर रात सिशकती हैं बेटियाँ कल किसकी चितां जलेगी, बन कांली निकल जाये शैता़नो का संहार करने को ये तो बताओ न्याय की तलवार कहाँ गयी शर्म के गहने उतार कर फेंक दिये तुमनें ये मत कहना आँखों की हया़ कहा गयी anju ©Anju Dubey झाँसी की रानी #Darknight
víckч...☔
खूब लड़ी मर्दानी वो तो देश से है प्रेम तो हर दम ये कहना चाहिए मै रहूँ या ना रहूँ भारत ये रहना चाहिए। #मै_अपनी_झाँसी नहीं दूंगी ये शब्द थे । झाँसी की रानी बलिदान दिवस।
writer shashi dwivedi
वीरांगना एक थी वीरांगना नारी वो थी झाँसी वाली रानी झाँसी की थी वह शान। वह थी बड़ी महान गोरो को मार भगाई देश को आजाद कराई ।। एक थी वीरांगना नारी वो थी झाँसी वाली रानी मनु था उसका नाम । बरछी ,ढाल ,कटार से खेलना था उसका काम गोरो से न झुकी कभी न झाँसी को झुकने दिया देश के खातिर खुद को कर दिया कुर्बान ।। एक थी वीरांगना नारी वो थी झाँसी वाली रानी -Shashi Dwivedi झाँसी वाली रानी
neha chaturvedi
झाँसी की रानी थी अकेली वो फिर भी शुरू हुई कहानी थी।न किसी का सहारा था न ही किसी ने जानी थी। सबला बन कर रची नयी कहानी थी। वो तो झाँसी वाली रानी थी #NojotoQuote झाँसी वाली रानी
Nojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)
झाँसी की रानी पर शायरी/कोट/कविता लिखें #NojotoHindi #JhansiKiRani #Manikarnika #NojotoTopicalHindiQuoteStatic
Namrata Singh
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी, आँखों में ज्वाला जिसके, मधुर जिसकी वाणी थी दुश्मनों को स्वप्न में भी भयाभीत कर दे जो वो वैसी कहानी थी, अकेले ही मर्दों को धुल चटा दे जो वो इतनी सयानी थी अपने बच्चे को बांध पीठ पर विरोधियों को पराजित करने की उसने ठानी थी, औरतों के समान के लिए जिसने रची कहानी थी हां खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी... #झाँसी वाली रानी थी..
Bhamu Ji official
रानी लक्ष्मीबाई मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी और 1857 की राज्यक्रान्ति की द्वितीय शहीद वीरांगना थीं। उन्होंने सिर्फ 29 वर्ष की उम्र में अंग्रेज साम्राज्य की सेना से युद्ध किया और रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हुईं। बताया जाता है कि सिर पर तलवार के वार से शहीद हुई थी लक्ष्मीबाई। जन्म की तारीख और जगह: 19 नवंबर 1828, वाराणसी मृत्यु की जगह और तारीख: 18 जून 1858, ग्वालियर पूरा नाम: मणिकर्णिका पति: राजा गंगाधर राव नेवलकर (विवा. 1842–1853) बच्चे: दामोदर राव, आनंद राव माता-पिता: मोरोपन्त तांबे, भागीरथी सपरे ©Bhamu Ji official झाँसी की निर्भीक रानी लक्ष्मीबाई को नमन #letter
स्मृति.... Monika
शीर्षक -वह कलिका नहीं कटारी थी खुद के प्राणों से भी ज्यादा झाँसी जिसको प्यारी थी अदम्य साहस से भरी हुई वह कलिका नहीं कटारी थी | अंग्रेजो को धूल चटाने की उसने मन में ठानी थी सच्ची वीरांगना थी वह तो वीरों में वह मर्दानी थी || बचपन से ही निडर,सिंहनी वह अपने मन की रानी थी मातृभूमि के प्रति प्रेम था सच्चा वह सबसे बड़ी बलिदानी थी || झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में समर्पित मेरी यह कविता ©स्मृति...✍️(18-6-21) ©स्मृति.... Monika #झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर
Nojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)
रानी लक्ष्मी बाई पर कविता लिखें झाँसी की रानी के जन्मदिन पर उन्हें सम्पर्पित करें अपनी कविता #NojotoHindi #RaniLaxmiBai #JhansiKiRani #झाँ