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जिला सचिव जौनपुर सूरज पटेल मछली शहर जौनपुर
प्यार करो तो ऐसी करो आपके साथ रहे ©जिला सचिव जौनपुर सूरज पटेल मछली शहर जौनपुर कुंडा प्रतापगढ़ मनगढ़
सुसि ग़ाफ़िल
मुझे पढ़ाई गई किताबों में मनगढ़ंत कहानियां , जब मुझे प्रेम का एहसास हुआ मैं दु:ख के सागर में था ! मुझे पढ़ाई गई किताबों में मनगढ़ंत कहानियां , जब मुझे प्रेम हुआ
Vandana
मिट्टी में गिरते ही बूंद की प्यास मिट जाती है,,,,, तड़पती रुह की तलाश मुकम्मल हो जाती है,,,,, संभल संभल कर चलते हैं पथरीले रास्तों में,,,,,, गरम पत्थरों की तपिश जिस्म को झुलसा जाती है,,,,, कांटो की चुभन नाजुक पैरों में अहसास दिला जाती है,,,,,,, अजीबो-गरीब कशमकश जद्दोजहद कतरा कतरा लम्हा लम्हा गुजरा बेइंतहा,,,,,,, यूं ही मनगढ़ंत,,,,, #lifestyle #lifesurprise #lifejourney #lifeisn
सुसि ग़ाफ़िल
वास्तविकता धूमिल हो गई है इस संसार में ! हर जगह मनगढ़ंत क़िस्से कहानियां और भाषण! वास्तविकता धूमिल हो गई है इस संसार में ! हर जगह मनगढ़ंत क़िस्से कहानियां और भाषण! ~ सुशील कुमार 🌻
सुसि ग़ाफ़िल
मनगढ़ंत कहानियों में कई कहानियां पाप की है ..... पाप सार्वभौमिक नहीं है वह सबकी दृष्टि में अलग-अलग है | २३/०९/२०२१ मनगढ़ंत कहानियों में कई कहानियां पाप की है और ..... पाप सार्वभौमिक नहीं है वह सबकी दृष्टि में अलग-अलग है |
Vandana
"मैं पहाड़ों की सर्दी, "तुम मरुस्थल की रेत, "मैं बहती हुई अविरल धारा, "तुम ठहरा हुआ दरिया, "मैं महकती हुई श्याम, "तुम शुष्क मैदान, "मैं कोई राग बसंती, "तुम हो सुर से अनजान, "मैं कोई मीठा सा गीत, "तुम बेसुरा संगीत, "मैं कई रंगों में रंगी हुई, "तुम सफेदी लिए हुए, "मैं बरसात की बूंदे, "तुम सागर का नमकीन जल, "मैं सरल कोमल मिठास प्रेम से भरी, "तुम करकस कड़वाहट से भरे, "फिर भी एक स्त्री ही पुरुष, 'को संपूर्ण करती। "उसको मिठास से भरती। दोस्तों कुछ सूझ नहीं रहा था बस बैठे बैठे ऐसे ही मनगढ़ंत कुछ भी लिख दिया है। पसंद आए तो बताना नहीं तो पढ़ कर चले जाना। #yqdidi #yqquotes
सुसि ग़ाफ़िल
मैं पास रहूंगा सिर्फ जिस्मों के मुझे काले लिबास पसंद है! झूठी कहानी मनगढ़ंत किस्से मुझे बस यही बताना पसंद है! अंदर से हूं घणा ज्यादा काला मुझे चेहरे पर मुखौटा पसंद है! सुनो फरेबी हूं मैं ग़ाफ़िल नहीं मुझे शक्ल दर्द बताना पसंद है! मेरे अंदर चले कुछ और बातें बाहर कुछ और बताना पसंद है! 'सुशील' डरे बस फरेबी लोगों से उसको सिर्फ सच बताना पसंद है! सिगरेट के धुएं की तरह 'सुशील' को खुद की रूह जलाना पसंद है! मैं पास रहूंगा सिर्फ जिस्मों के मुझे काले लिबास पसंद है! झूठी कहानी मनगढ़ंत किस्से मुझे बस यही बताना पसंद है! अंदर से हूं घणा ज्यादा