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शशांक गौतम
मेरे इश्क़ पर अपना हक़ जताती है एक लड़की, मैं जब रूठ जाता हूँ तो मनाती है एक लड़की, मुझे हर मुसीबत में संभालती है एक लड़की, मुझे ज़िन्दगी के भंवर में थामती है एक लड़की, मेरे हिस्से के सब गम खुद सह जाती है एक लड़की, "मैं सही हूँ" हर बात पर ये कह जाती है एक लड़की, घर से बाहर जायूँ तो फिक्र में हो जाती है एक लड़की, जिद में मुझसे बच्चों सा लिपट जाती है एक लड़की, मेरी मुस्कुराहट के लिए सब कर जाती है एक लड़की, मुझे जीताने के लिए खुद हार जाती है एक लड़की, मेरे दिल की तमाम चाहतों का आसमाँ है एक लड़की, मैं ईमान से कहता हूँ कि मेरी जान है एक लड़की मेरी जान है एक लड़की ......!! एक लड़की यानी तुम(मेरी अर्द्धांगिनी)❤️✍️ #yourquote #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqaestheticthoughts #yqhindi #yqrestzone #yqlove
Vivek Gangwal
आज उन्हें छत पर देख कर हम भी बौरा गए सोचने लगे ये दो दो चांद कहां से आ गए 😍 हमारी होने वाली अर्द्धांगिनी को करवा चौथ की अग्रिम शुभकामनाएं 😂😂 #vivek_ki_anubhuti #twoliner #करवाचौथ #अर्धांगिनी #love
Yogita Harne
अर्द्धांगिनी अपना संपूर्ण देकर भी जो "कुछ भी न कहलाई उसके समर्पण, प्रेम को कभी विवशता, कभी करुणा , कभी उलाहना की उपमा दे दी गई अर्ध, अंग क
Sarita Shreyasi
मेरी गृहस्थी,तुम्हारा आजीवन कारावास नहीं संगिनी संग संतान है, अनचाहा प्रेमपाश नहीं। तुम्हारे प्रति कुछ कर्तव्य हैं मेरे, तुम्हारी संवेदना पर मेरा अधिकार नहीं, अर्द्धांगिनी हूँ, सहचरी हूँ, तुम्हारी कामनाओं की सख्त पहरेदार नहीं। मेरी गृहस्थी, तुम्हारा आजीवन कारावास नहीं संगिनी संग संतान है, अनचाहा प्रेमपाश नहीं। तुम्हारे प्रति कुछ कर्तव्य हैं मेरे, तुम्हारी संवेदना
CHIRAG4MUSIC
Sarita Shreyasi
विवाह-संस्कार के समय,कुछ वचन उच्चारण किये थे तुमने, हाँ,उच्चारण ही,मनन नहीं कह सकती, क्यूंकि मुझे तो आत्मसात थे,उस दिन नहीं,बहुत छुटपन से, जब सही अर्थों में ब्याह का अर्थ नहीं जानती थी, तब से गौरी को शिव की और स्वयं को किसीकी अर्द्धांगिनी ही मानती थी। Read in caption विवाह की वेदी पर संस्कार के नाम पर, कुछ वचन उच्चारण किये थे तुमने, हाँ, उच्चारण ही, मनन नहीं कह सकती, क्यूंकि मुझे तो आत्मसात थे, उस दिन नही
drsharmaofficial
माँ दुर्गा तू ही जगधारणी तू ही भवतारिणी तू ही सर्वमंगल कारिणी तू ही विध्वंस रूप धारणी (अनुशीर्षक में पढ़े) तू ही अमृत रस दायनी तू ही जन्म दायिनी तू ही शक्ति शालिनी तू ही सिंह वाहिनी तू ही शस्त्र धारिणी तू ही शिव की अर्द्धांगिनी तू ही सती तू ही पा
AB
... ... .. .. स्त्री का अस्तित्व उसकी स्वतन्त्रता, उसका स्वाभिमान वह पुरुष जो उसके पीछे खड़ा रहता हमेशा ही, जैसे मेरे पीछे खड़े रहते तुम, मेरी रीढ़ की हड्डी
भाग्य श्री बैरागी
मैं नौ रात जागी तब उत्सव की रात आई, अम्बे भवानी जय शंकर अर्द्धांगिनी ओ माई। शेष अनुशीर्षक में पढ़ें। #kkउत्सवकीरात #14/15 मैं नौ रात जागी, तब उत्सव की रात आई, अम्बे भवानी, जय शंकर अर्धांगिनी ओ माई। जय महागौरी,महाकाली,शिवा माॅं अभिनन्दन है,
Sunil itawadiya
मेरी yourquot बहनों के सम्मान में कुछ लाइन लक्ष्मीबाई जैसा साहस इसमें मीराबाई जैसा प्रेम है पद्मावती जैसा जौहर इसमें दुर्गावती जैसा पराक्रम है नारी शक्ति.................. कदम से कदम