Find the Latest Status about विभिन्न पहलुओं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विभिन्न पहलुओं.
prashant kumar Ravi
Asha Giri
"पराजय" पूर्ण कविता अनुशीर्षक में..... मुझे वह बहुत खलती थी। मेरे सम्मान को चोट पहुँचाती थी। मेरी जिंदगी के मायने उसने छीने थे। मुझे मेरी असमर्थता याद दिलाती थी। हाँ मेरी "पराजय",
Satya Prakash Upadhyay
हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते? कोई भी जीव अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के हितों के रक्षार्थ एक आवरण या यों कहें एक सुरक्षा कवच तैयार करता जाता है इस कवच के सारे अवयव तब तक उसके अपने होते हैं जब तक उनसे किसी प्रकार का भय न हो,जब उसे किसी भी अंग से डर का अनुभव होता है ,उसे वो तुरत "अपने" से पराये बना देता है,चाहे सांसारिक बंधनों के अनुसार वो उसका सबसे क़रीबी हीं क्यों ना हो। अब जब अपने के बारे में जानकारी हो चुकी तो यह भी स्पष्ट हो जाता है कि हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते। हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते? कोई भी जीव अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के हितों के रक्षार्थ एक आवरण या यों कहें एक सुरक्षा कवच तैयार कर