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jitendra sharma
जनता का जनता के द्वारा जनता के लिए शासन लोकतंत्र कहलाता है। "अब्राहम लिंकन" ©jitendra sharma लोकतंत्र क्या है।
Rohit Chauhan
क्या राहुल गांधी को मिली सजा सही है क्या यह लोकतंत्र है हमारे देश में ©Rohit Chauhan क्या यही लोकतंत्र है
BANDHETIYA OFFICIAL
ताज लेकर तू बेताज रह, राज लेकर तू नाराज रह, तू राजा है, प्रजा हैं सब, तुमको झेलें,रजा हैं सब, तुमको सह लें,मजा हैं सब, तू क्या,न पता,सजा हैं सब। ©BANDHETIYA OFFICIAL #प्रजातंत्र #जनतंत्र #लोकतंत्र क्या ? #tanha
नेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
ऐ मेरे सत्ता के शासक मेरे रखवाले, तुम ख़ामोश यहां पर क्यों हो, जनता मांग रही है अब अपना हक, तुम ख़ामोश यहां पर क्यों हो। हे न्यायमूर्ति, हे न्याय प्रिय, आज लोकतंत्र यहां पर हुआ विलुप्त, संकट में है सबके प्राण यहां, तुम अब तक ख़ामोश यहां पर क्यों हो।। मंदिर मस्ज़िद का खेल खेलकर, तुम आपस में लोगों को बांट रहे हो, जाति वाद, धर्म का नारा देकर, लोगों को तुम आपस में छांट रहे हो। नव चेतना,नव जागृति नही, और ना ही हो रहा है नव निर्माण यहां, अपनी विषैली, कटु, विषाक्त शब्दों से हर उम्मीदों को तुम कांट रहे हो।। मूक बने है यहां पर सब दर्शक, बन गई है ये तो अन्धों की नगरी, पोथी में दबकर रह गया संविधान, चल रहे सब अपनी अपनी डगरी। नही है कोई महफूज यहां पर, अपने ही अपनों कर करते चीरहरण, चीत्कार की है बस आवाज़ यहां, विलुप्त हुआ अब गीत और कजरी।। #लोकतंत्र #लोकतंत्रभारत #लोकतंत्र_ख़तरे_में_है #विलुप्त होता लोकतंत्र @लोकतंत्र
नेहा उदय भान गुप्ता
ऐ मेरे सत्ता के शासक मेरे रखवाले, तुम ख़ामोश यहां पर क्यों हो, जनता मांग रही है अब अपना हक, तुम ख़ामोश यहां पर क्यों हो। हे न्यायमूर्ति, हे न्याय प्रिय, आज लोकतंत्र यहां पर हुआ विलुप्त, संकट में है सबके प्राण यहां, तुम अब तक ख़ामोश यहां पर क्यों हो।। मंदिर मस्ज़िद का खेल खेलकर, तुम आपस में लोगों को बांट रहे हो, जाति वाद, धर्म का नारा देकर, लोगों को तुम आपस में छांट रहे हो। नव चेतना,नव जागृति नही, और ना ही हो रहा है नव निर्माण यहां, अपनी विषैली, कटु, विषाक्त शब्दों से हर उम्मीदों को तुम कांट रहे हो।। मूक बने है यहां पर सब दर्शक, बन गई है ये तो अन्धों की नगरी, पोथी में दबकर रह गया संविधान, चल रहे सब अपनी अपनी डगरी। नही है कोई महफूज यहां पर, अपने ही अपनों कर करते चीरहरण, चीत्कार की है बस आवाज़ यहां, विलुप्त हुआ अब गीत और कजरी।। #लोकतंत्र #लोकतंत्रभारत #लोकतंत्र_ख़तरे_में_है #विलुप्त होता लोकतंत्र @लोकतंत्र
Indeevar Joshi
विचारशील व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है। - सोफोक्लेस विचारशील व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है। - सोफोक्लेस
Mukesh Kumar
विचारशील व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है। - सोफोक्लेस विचारशील व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है। - सोफोक्लेस