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manoj kumar jha"Manu"

हाथों का रंग भी सूख गया,
राह तुम्हारी तकते तकते।
अब आँखे ही बस गीली हैं
राह तुम्हारी तकते तकते।।

दिया भरोसा आओगे वापस तुम ही परसों ।
लेकिन तब से अब तक बीत गए हैं बरसों ।।
शायद अब तो साथ छोड़ दें साँसे भी
राह तुम्हारी तकते तकते।।

हम नहीं भूले मगर गए तुम हमको भूल ।
तुमको पहचानने में हमने कर दी भूल।।
शायद आंखे ही नहीं दिल भी पत्थर बन जायेगा
राह तुम्हारी तकते तकते।।

हो जाती यदि बात तुम्हीं से 
दिख जाती यदि छवि कहीं से
शायद आँखों पर भी बोझ नहीं पड़ता 
राह तुम्हारी तकते तकते।।

नयन प्रतीक्षा में बैठें हैं।
शब्द प्रतीक्षा में बैठें हैं।
शायद आ जाओ तो ये हाथ नहीं बैठेंगे,
राह तुम्हारी तकते तकते।।

तुम आ जाते तो होती होली।
अब बीत रही अँसुअन में होली।।
स्पर्श किसी को करने नहीं देंगे
राह तुम्हारी तकते तकते।।

तुम चले जाओ अब यहाँ से ऊधो।
नहीं तो हम मिलकर कर देंगे सूधो।
बतला देना "मनु" हम प्राण छोड़ देंगे सब ही
राह तुम्हारी तकते तकते।। उद्धव गोपी सम्वाद 
आधुनिक रूप में

लक्ष्यार्थ श्री कृष्ण

उद्धव गोपी सम्वाद आधुनिक रूप में लक्ष्यार्थ श्री कृष्ण

0 Love

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Priya Gour

मशहूर  
ना दौलत के नशे में चूर वो,
हैं सच्चा कोहिनूर वो,
वो खुद पर नाज नहीं करते,
है हम सबका गुरुर वो,
देश की रक्षा करते करते,
बन गए वीर शहीद वो,
देश की हर मां का बेटा बन,
हो गये मशहूर वो हो गये मशहूर वो।

©Priya Gour हमारे सैनिक....हमारी शान...जो होते हैं कुर्बान...भारत माँ के रक्षार्थ...
जय हिंद 🇮🇳
#WForWriters 
#Armylover 
#17Mar 12:31
#NojotoWriter

हमारे सैनिक....हमारी शान...जो होते हैं कुर्बान...भारत माँ के रक्षार्थ... जय हिंद 🇮🇳 #WForWriters #Armylover #17Mar 12:31 Writer #NojotoWriter

203 Love

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Abhinav Chirag


दुनिया के रक्षार्थ जो ज़हर पी ले वो शिव,
सारी कायनात जिसमे समा के एक हो जाए वो शिव,
आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
                                             अभिनव चराग़ दुनिया के रक्षार्थ जो ज़हर पी ले वो शिव,
सारी कायनात जिसमे समा के एक हो जाए वो शिव,
आप सभी को शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
अभिनव चराग़

दुनिया के रक्षार्थ जो ज़हर पी ले वो शिव, सारी कायनात जिसमे समा के एक हो जाए वो शिव, आप सभी को शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं अभिनव चराग़ #Quotes

7 Love

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सिन्टु सनातनी "फक्कड़ "

#nojotonews #nojotoapp #देश रक्षार्थ हेतु शहीद हुए जो उन सभी वीर शहीदों को शहीदी दिवस पर शत् शत् नमण।
 🙏🙏🙏🙏🙏😢😢😢😢😢

#nojotonews #nojotoapp #देश रक्षार्थ हेतु शहीद हुए जो उन सभी वीर शहीदों को शहीदी दिवस पर शत् शत् नमण। 🙏🙏🙏🙏🙏😢😢😢😢😢 #nojotovideo

653 Views

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Sarita Prashant Gokhale

मातृभुमी रक्षणार्थ
प्राण हे तळमळले,
समिधेसारखे सदैव
कणकण ते जळले..

महासूर्य लखलख
हिंदूसभा स्थापिली,
हाती मशाल क्रांतीची 
देशभक्ती ग्रासलेली..

दमदार लेखणीत
गीत,नाटके,कविता,
होती थोर शब्दरत्न
सावरकरांची सत्ता..

अंदमानी सेल्यूलरी
काळे पाणी भोगूनही,
मुद्रेवर प्रसन्नता
देहामधे कणातूही..

खरे क्रांतिकारक ते
कणखर,धैर्य तुम्ही ,
आत्मबळ मनातले
चरणास नत आम्ही..

स्मिता राजू ढोनसळे

©Smita Raju Dhonsale मातृभुमी रक्षणार्थ
प्राण हे तळमळले,
समिधेसारखे सदैव
कणकण ते जळले..

महासूर्य लखलख
हिंदूसभा स्थापिली,
हाती मशाल क्रांतीची

मातृभुमी रक्षणार्थ प्राण हे तळमळले, समिधेसारखे सदैव कणकण ते जळले.. महासूर्य लखलख हिंदूसभा स्थापिली, हाती मशाल क्रांतीची #मराठीकविता

7 Love

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के_मीनू_तोष

  आज के दिवस ही फिरंगियों के विरुद्ध झाँसी की रक्षार्थ वीरांगना मणिकर्णिका (लक्ष्मीबाई , रानी , झाँसी ) ने युद्ध में अपने प्राण न्यौछावर किये

आज के दिवस ही फिरंगियों के विरुद्ध झाँसी की रक्षार्थ वीरांगना मणिकर्णिका (लक्ष्मीबाई , रानी , झाँसी ) ने युद्ध में अपने प्राण न्यौछावर किये #Poetry #Hindi #nojotohindi

9 Love

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vijay sindhwal

पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर भारत माता की सेवा में अपने रक्त की अंतिम बूंद तक समर्पित कर देने वाले देश के सभी वीर जवानों को भावपूर्ण

पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर भारत माता की सेवा में अपने रक्त की अंतिम बूंद तक समर्पित कर देने वाले देश के सभी वीर जवानों को भावपूर्ण #विचार

136 Views

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दामिनी नारायण सिंह Quotes

आओ भारत! शक्ति बने सामार्थ्य की
आह्वान करें प्रकृति का
और
कृतज्ञ हों
हर उस सेवा के प्रति
दिनरात डटे हैं जो
खुद को खतरे में डालकर
मानवता के रक्षार्थ
त्याग सीमा लांघकर
पूर्ण हो संकल्प सबका
जीत जाए मानवता
आओ भारत 🇮🇳
शक्ति बने सामार्थ्य की हाँ सामार्थ्य की....🌄

#daminiquote ✍️                  #9Pm9minute 
  🌠 आओ भारत! शक्ति बने सामार्थ्य की
आह्वान करें प्रकृति का
और
कृतज्ञ हों
हर उस सेवा के प्रति
दिनरात डटे हैं जो
खुद को खतरे में डालकर
मानवता के र

आओ भारत! शक्ति बने सामार्थ्य की आह्वान करें प्रकृति का और कृतज्ञ हों हर उस सेवा के प्रति दिनरात डटे हैं जो खुद को खतरे में डालकर मानवता के र #Sunday #daminiquote #stayhome #9pm9minute #14ः02 #लॉकडॉउन_डायरी

9 Love

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बी.सोनवणे

(सुधाकरी अभंग रचना)

निर्भया पथक

"निर्भया पथका" । द्या एकच हाक ।
पडेलं तो धाक । नराधमा...॥१॥

कोण हो पाहीलं । दृष्टं नजरेनं । 
रक्षणा राहेनं । खाकी वर्दी...॥२॥

मनी हा विश्वास । नकोच हो डर ।
जगूया निडर । समाजात...॥३॥ 
 
पुरे झाले असे । षंड दृष्ट कृत्यं ।
निचं हे प्रवृत्त्यं । नालायका...॥४॥

"निर्भया पथक" । सदा रक्षणार्थं ।
आमच्या सेवार्थं । आहे आता...॥५॥ 

लचके तोडालं । जर तुम्ही पुन्हां । 
माफ नाही गुन्हां । समजलं...॥६॥

तिथेचं मिळेलं । जो केला अन्याय ।
लगेचं तो न्याय । नराधमा...॥७॥

✒बी.सोनवणे
             मुंबई (सुधाकरी अभंग रचना)

 निर्भया पथक

"निर्भया पथका" । द्या एकच हाक ।
पडेलं तो धाक । नराधमा...॥१॥

कोण हो पाहीलं । दृष्टं नजरेनं ।

(सुधाकरी अभंग रचना) निर्भया पथक "निर्भया पथका" । द्या एकच हाक । पडेलं तो धाक । नराधमा...॥१॥ कोण हो पाहीलं । दृष्टं नजरेनं ।

0 Love

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Priya Gour

संकट कभी जो मुझे हुआ
मैं अपनी क्यों फ्रिक करु,
वो ‘देवो के देव' हरे कष्ट मेरे,
 मैं किसी बात से क्यों डरु।

©Priya Gour मेरे महादेव 💕
आज लोक देवता वीर तेजाजी(कृषि कार्यों के उपकारक देवता) महाराज एवं रामदेवजी(जिनका मेला साम्प्रदायिक एकता का प्रतीक) की दशमी(पुण्

मेरे महादेव 💕 आज लोक देवता वीर तेजाजी(कृषि कार्यों के उपकारक देवता) महाराज एवं रामदेवजी(जिनका मेला साम्प्रदायिक एकता का प्रतीक) की दशमी(पुण् #Bholenath #कोट्स #16September

148 Love

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Satya Prakash Upadhyay

जिगर का टुकड़ा 
 खुद के अंश बिंदु से निर्मित कितना सलोना मुखड़ा है।
तुझे हृदय से लगाते माँ के पयोधरों में अमृत उमड़ा है॥

माँ के भाव वो हीं जाने हम बस अनुमान लगा सकते।
जैसी भी हो संतान उसकी मुस्काती हर पीड़ा सहके॥

जननी के उर में स्थान बराबर चाहे लाली हो या लल्ला।
होते बड़े कुछ जिगर के टुकड़े झाड़ लेते उनसे पल्ला॥

एक क्षण की दूरी जैसे स्वयं के अंग कहीं रख भूल गए।
 माता माता में भेद किए बिन कुछ फाँसी पर भी झूल गए॥



satyprabha💕 संतान जिगर का टुकड़ा है तो उसकी सत्ता जिगर के होने से ही है,अर्थात उसकी पहचान जिगर जो कि माता है उसके बिना असंभव है,और उस जिगर के रक्षार्थ सम

संतान जिगर का टुकड़ा है तो उसकी सत्ता जिगर के होने से ही है,अर्थात उसकी पहचान जिगर जो कि माता है उसके बिना असंभव है,और उस जिगर के रक्षार्थ सम #कविता #december

76 Love

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Satya Prakash Upadhyay

हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते?

कोई भी जीव अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के हितों के रक्षार्थ एक आवरण या यों कहें एक सुरक्षा कवच तैयार करता जाता है इस कवच के सारे अवयव तब तक उसके अपने होते हैं जब तक उनसे किसी प्रकार का भय न हो,जब उसे किसी भी अंग से डर का अनुभव होता है ,उसे वो तुरत "अपने" से पराये बना देता है,चाहे सांसारिक बंधनों के अनुसार वो उसका सबसे क़रीबी हीं क्यों ना हो।

अब जब अपने के बारे में जानकारी हो चुकी तो यह भी स्पष्ट हो जाता है कि हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते। हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते?

कोई भी जीव अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के हितों के रक्षार्थ एक आवरण या यों कहें एक सुरक्षा कवच तैयार कर

हम अपनों से दूर क्यों नहीं रह पाते? कोई भी जीव अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के हितों के रक्षार्थ एक आवरण या यों कहें एक सुरक्षा कवच तैयार कर #विचार

68 Love

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पण्डित राहुल पाण्डेय

*रक्षाबन्धन*
● रक्षाबन्धन 11 अगस्त को रात 8.51 के बाद रात में ही मनाएँ
 *12 अगस्त को नहीं*  (शास्त्र सम्मत निर्णय)
●         इस वर्ष 11 अगस्त 2022 गुरुवार को भद्रा होने से रात्रि 08.51 भद्राशुद्धि बाद रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा । 
रक्षाबंधन में रात्रि दोष नहीं होता है-
 *भद्रान्ते प्रदोषे रात्रौ वा कार्यम्।* 
● पूर्णिमा 12 अगस्त को पूरे भारत में पूर्णिमा उदयकाल में त्रिमहूर्त से कम है 
अतः 12 को रक्षाबंधन एवं श्रावणी नहीं करना चाहिए। 
*उदये त्रिमुहूर्त्तन्यूनत्वे पूर्वेद्यु: प्रदोषादिकाले कर्तव्यम्।*
 ●    याजुषादियों को उपाकर्म (श्रावणी) भी 11 अगस्त को ही कर्तव्य है । 
उपाकर्म में भद्रा दोष नहीं होता है । रक्षाबंधन में होता है-
*भद्रायां द्वे न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा।*
*भद्रा में दो कार्य नहीं करने चाहियें श्रावणी अर्थात् रक्षाबंधन और होलिका दहन* । 
भद्रा में श्रावणी करने से राजा की मृत्यु होती है और होली जलाने से नगर में आग संबंधित उपद्रव होते हैं । *अतः रक्षाबंधन पर्व में भद्रा पूर्णतः त्याज्य है । उसका कोई भी परिहार ग्राह्य नहीं है*।
         रक्षाबंधन की पूर्णिमा में भद्रा मुख पुच्छ आदि ग्रहण करना शास्त्र मर्यादा के विरुद्ध है ।
 *रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिमा के दिन ही कर्तव्य है । इस दिन ग्रहण या संक्रांति हो तो भी इसी दिन भद्रा रहित काल में रक्षार्थ रक्षापोटलिका युक्त रक्षासूत्र बांधना और बंधवाना  चाहिए ।*  
       *यदि पूरे दिन भद्रा हो तो रात्रि में प्रदोष काल में या भद्रा समाप्ति पर सभी रक्षाबंधन करें । रक्षाबंधन कर्म होलिका के समान सभी वर्णों के लिए कर्तव्य है* ।
 *सूर्यास्त के साथ निशामुख से तीन मुहुर्त अर्थात् स्थूल रुप से छः घटी पर्यन्त अर्थात् सूर्यास्त से अढ़ाई घंटे तक "प्रदोष काल" रहता है ।* 
अतः अपने अपने क्षेत्र के पंचांगों के अनुसार भद्रा समाप्ति पर ही 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन करें ।
 *पण्डित राहुल पाण्डेय* काशीप्रयाग-मध्य
ज्योतिष/वास्तु/ग्रहशांति/हस्तरेखा/समस्त जाप/शांति
8932080374

©पण्डित राहुल  पाण्डेय *रक्षाबन्धन*
● रक्षाबन्धन 11 अगस्त को रात 8.51 के बाद रात में ही मनाएँ
 *12 अगस्त को नहीं*  (शास्त्र सम्मत निर्णय)
●         इस वर्ष 11 अगस्

*रक्षाबन्धन* ● रक्षाबन्धन 11 अगस्त को रात 8.51 के बाद रात में ही मनाएँ *12 अगस्त को नहीं* (शास्त्र सम्मत निर्णय) ● इस वर्ष 11 अगस् #Hill #पौराणिककथा

0 Love

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Pravesh Kumar

कब खौलेगा ख़ून तुम्हारा?

फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी।
नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी।

पूरी कविता कैप्शन में।🙏 फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी,
नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी।

सामूहिक यों नोचा गया है करके उसका शील-भंग,
क

फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी, नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी। सामूहिक यों नोचा गया है करके उसका शील-भंग, क #Rape #आपबीती #कबतक #बलात्कार #gangrape #रेप #दुष्कर्म

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Satya Prakash Upadhyay

मुझे गाँधीजी के इतने सारे विचार पसंद आते हैं कि मैं उन सारी बातों को एक पोस्ट में समेट हीं नही सकता ,कृपया caption कैप्शन में देख लें  कुछ झलकियां प्रस्तुत कीं हैं मैने। मोहनदास करमचंद गाँधी को महात्मा गांधी बनने में किन चीज़ों की आवश्यकता पड़ी उसी पर आज दो शब्द:
.आज  देश में नई पीढ़ी के इक्का दुक्का लोग हीं हों

मोहनदास करमचंद गाँधी को महात्मा गांधी बनने में किन चीज़ों की आवश्यकता पड़ी उसी पर आज दो शब्द: .आज देश में नई पीढ़ी के इक्का दुक्का लोग हीं हों #GandhiJi #विचार

66 Love

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 5 – जीवन का चौराहा 'आप कुछ व्यस्त दीखते हैं!' देवर्षि ने चित्रगुप्त की ओर देखा। 'भग

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 5 – जीवन का चौराहा 'आप कुछ व्यस्त दीखते हैं!' देवर्षि ने चित्रगुप्त की ओर देखा। 'भग

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 4 - महान कौन तीनों अधीश्वरों में महान कौन है? यह प्रश्न उठ खड़ा हुआ था ऋषियों के सम

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 8 - जागे हानि न लाभ कछु राजकुमार श्वेत के आनन्द का पार नहीं है। आज उनका अभीष्ट पूर्ण

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 8 - जागे हानि न लाभ कछु राजकुमार श्वेत के आनन्द का पार नहीं है। आज उनका अभीष्ट पूर्ण

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 1 - भक्ति पंचम पुरुषार्थ योगिनामपि सुर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना। श्रद्धावान् भजते य

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 1 - भक्ति पंचम पुरुषार्थ योगिनामपि सुर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना। श्रद्धावान् भजते य

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