Find the Latest Status about गैरेज का दरवाजा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गैरेज का दरवाजा.
अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
कोई शहर था जिसकी एक लड़की मेरी दिल की आह़ट पहचानती थी मेरे दिल में पथ्थर का दरवाजा था जिसे बखूबी खटखटाना जानती थी ©Anushi Ka Pitara #पथ्थर #का #दरवाजा
Dilshad Dil sikandar puri
तेरे दिल में अपने लिए जगह बनाने में जितना आसान समझते हो ये आसान न था बड़ी मुश्किल से मैंने दरवाजा खोला तब कही जा कर तेरे दिल के मैं लायक हुआ ©Dilshad Dil sikandar puri दिल का दरवाजा
Leena dewangan
°°°जिंदगी का दरवाजा°°° ●●●●●●●●●● जिंदगी का दरवाजा, कभी पूरा कभी आधा। थोड़ा उत्साह थोडी़ निराशा चौखट पर बैठे रहते हम बनकर तमाशा। कब जी पाते हैं बेहिसाब,बेखबर। जिंदगी छूटने का डर छीन लेता सब चैन। आओ दरवाजा खोल दे जीने कि शुरूआत करे..।। ©Leena dewangan **जिंदगी का दरवाजा**
Vickram
दरवाजा तकदीर का कयी कोशिशों के बाद भी ना खुला काफी इंतजार किया हमने यहां बैठ कर,, किसी के लिए ये भी खुदबखुद खुल गया,, हम लड़ते रहे जिंदगी से तकदीर मान कर,, कोई पहुंचा यहां भी देर से लौटा दिया गया खो चुका था कोई खुद को रस्तों से हार कर,, भाग दौड़ में जिंदगी की कोई एक ही जीता,, कोई लड़ता रहा अकेला उम्मीदों की राह पर,,, ©Vickram दरवाजा तकदीर का,,,
Vickram
जिंदगी का हर दिन भी उतना बुरा नहीं होता,,, और काफिला मुसीबतों का भी साथ ही रहेगा,,, मालूम कुछ नहीं है पर हौसला साथ में रखना,, कौन जाने किस पल में उजाला होने वाला है,,, ©Vickram दरवाजा तकदीर का,,,###
kanchan Yadav
मन के दरवाजे पर हर रोज एक आहट होती है । कभी मन को झकझोर देती तो काभी सपनों में डुबो देती है कभी कुछ पाने की आहट तो कभी बहुत पीछे छोड़ देती है मन के दरवाजे पर हर रोज एक आहट होती है । कभी सच की चमक तो कभी कभी पूरी जिंदगी झूठी होती है मन के दरवाजे पर हर रोज एक आहट होती है । रोज सवेरे अाके नई आशा पिरोती है तो कभी निराशा ही चारों तरफ होती है मन के दरवाजे पर हर रोज एक आहट होती हैं।। कंचन यादव 🖍️🖍️🖍️🖍️ #alone #मन का दरवाजा
Kamal bhansali
शीर्षक: भय का दरवाजा आज कुछ ऐसा नया नहीं, जिसकी चर्चा की जाये भय का दरवाजा खुला, अच्छा है, चुप ही रहा जाये कहने को स्वतंत्रता है, पर आम आदमी सहमा सा है बाते रोशनी की है, पर जलवा तो अंधकार का सा है क्या करेंगे जानकर, आखिर हमारा अधिकार क्या है सोये है, बस दिखाये सपनों के सच होने का इंतजार है जीवन को विश्वास न दे पाये, तभी मौत से भाग रहे है क्या कहें, कभी कभी लगता खुद को योंही खो रहे है कुछ तो गड़बड़ हो रही है, खून का रंग बदल रहा है अंदर से सब कुछ टूट रहा, घुटन से दम फूल रहा है आज हर आदमी हतास है, यही जीने की तस्वीर है अब किसे क्या कहे, हर आदमी तो यहाँ अब बीमार है कभी आग थी सीनें में, जो आजादी के लिए जलती ठंडी हुई मशाल, अब जलाने वाले हाथों को तरसती ✍️ कमल भंसाली ©Kamal bhansali भय का दरवाजा #togetherforever
DR. LAVKESH GANDHI
दिल जिसके स्वयं का घर उजरा रहता है वही दूसरे के घर को उजाड़ने की भरसक कोशिश करता है | ©DR. LAVKESH GANDHI #tootadil # # दिल का दरवाजा