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Monu Kumar
आज मैं कोई शायरी नहीं सुनाऊंगा। एक बहन है उसकी कीमत बताऊंगा। वह पागल ना हो तो nojoto बड़ा तनहा सा लगता है। कुछ बिखरा–बिखरा कुछ खोया सा लगता है। उसका होना भी यहां किसी खुशियों से कम नहीं होता। लाख लड़ाइयां कर ले उसको मनाने में कोई गम नहीं होता। नाराज हो जाए 2 दिन के लिए भी तो वक्त मुस्किल सा लगता है ऐसी मुश्किल वक्त में भी तन्हा रहना पड़ता है। ©Monu Kumar siya pandey लड़की नहीं गुड़िया है। रूठ जाए तो जहर की पुड़िया है।
Arora PR
चल चल रे मुसाफिर चल तू उस दुनिया मे चल जहा न हो कोई फ़िक् जहा न हो मौत का कोई डर ©Arora PR चल चल रे मुसाफिर चल
आर्य सुमित
चल चला चल , बंदे तू चल चला चल ।। रुकना तेरे लिए पाप है, शॉर्टकट एक अभिशाप है ।। मंज़िल जरूर मिलेगी आज नही तो कल , चल चला चल तू बंदे चल चला चल ।। लक्ष्य एक हो तेरा, इरादा नेक हो तेरा ।। पत्थर में मत खोजना, तेरे अंदर ही है हर समस्या का हल, चल चला चल बंदे तू चल चला चल ।। चल चला चल
Sapan Kumar
कितना खूबसूरत था वो पल, जो बीत गया कितना खूबसूरत था वो कल। वक्त का यही तकाजा है, जो बीत चुका उसी में मजा आता है। वक्त की कीमत को समझ, बीते हुए वक्त में ना ढल। दूर बहुत जाना है तुझे, चल मुसाफिर चल , चल मुसाफिर चल।। ©Sapan Kumar चल मुसाफिर चल।
जगदीश निराला
चलना ही जिन्दगी हे. रुकना नही हे तुझको. अचल तो मरने का नाम है. दुनिया देखती है तो चलना मचलना ठहरना फुदकना गुनगुनाना ही जिन्दगी हे चल चला चल चंचल ही नटखट. नटखट ही चैतन्य जो चला सकता है इस जहान को नचा सकता हैअपने इशारे पर। थकना नही जानता समय. हमेशा चलते हुए बीते करोडों साल जिनको गिनना हे मुश्किल काम जो चलता हे.वो बनाता है इतिहास। जगदीश निरालाःमांगरोल चल चला चल
HARSH369
#5LinePoetry चल माझी कही दूर चलते है जहां, तसल्ली मिले इस बेचारे दिल को मंञिल मिल जाये इस राही को बेखोफ रहु मै हर दिन रात जहां पेट भरने कि न हो बात..! चल माझी कही दूर चलते है जीवन का असली आनन्द हो ना कोइ फिक्र हो ना ही किसि दुसरे का जिक्र हो, बैठ कर सोचेंगे कुछ नया काम करे एकदम तन्हाई के साथ, सारी कमजोरियां यही छोड़कर चल मांझी चल कही दूर् चलते है..!! ©Shreehari Adhikari369 चल मांझी चल..!! #5LinePoetry
Nancy Rai
तू अपना काम करता चल, {चल मुसाफिर चलता चल , कहने दे जिसको कहना है, तू अपना काम करता चल। मुसाफिर है तू एक बड़ी मंज़िल का, सामहना कर इन तूफानों का, रुकना नही मंज़िल को पाने से पहले , तेरी उड़ान ऊँची है , थकना नहीं उड़ान पूरी करने से पहले । गुमराह ना होना रास्तो के जंजाल में , याद रखना मंज़िल का पता, और फिर चल मुसाफिर चलता चल तू अपना काम करता चल}।।👍 चल मुसाफिर बढ़ता चल