Find the Latest Status about रंगभूमी देसाईगंज वडसा नाटक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रंगभूमी देसाईगंज वडसा नाटक.
Swarup Sawant
*_मराठी रंगभूमी दिन_* आम्हा कलाकारांच्या हक्काचा एकच तर दिवस असतो, म्हणूनच तर हा सुवर्णदिवस आमच्या नेहमी स्मरणात राहतो. नाट्यसृष्टिच्या इतिहासाची पाने नव्यारुपात लिहीली जातात, मनाच्या एका कप्प्यात या गोड आठवणी जपुन ठेवल्या जातात. पुन्हा एकदा सजतो रंगमंच एका नव्या रूपात एका नव्या रंगात, नवरसांनी बहरतो श्रृंगार पुन्हा एकदा त्याच आपल्या ढंगात. जस आई मुलाच नात तशीच नाळ जोडली आमची रंगभूमीशी, सदैव राहू प्रामाणिक आम्ही आमच्या या कर्मभूमीशी. मराठी रंगभूमी दिन उन्नत उज्ज्वल प्रगतशील होवो, प्रत्येक कलाकार हा सर्वांच्या नेहमी स्मरणात राहो. - स्वरुप सावंत भांडुप कलाकार कट्टा रंगभूमी दिनाच्या तुम्हा सर्व कलाकारांना मनःपूर्वक शुभेच्छा
Vrishali G
जीवनाच्या नाटकात सहभाग सगळ्यांचा असतो पण आपली भुमिका नाही वठली तर सारा तमाशा होऊन जातो नाटक
Arora PR
स्वप्नलोको के प्रलोबन मुझे कभी सममोहित नहीं कर सकते क्योकि मैं हर स्वप्न कोबन्द आँखों का नाटक ही समझता हूँ ©Arora PR नाटक
अज़नबी किताब
नाटक.. रंगमंच... कलाकार... कला... दर्शक.. कुछ ऐसा हुआ, में रंगमंच पे खड़ी थी, और मेरी कला मेरा हाथ थामे | दर्शक मेरी कला से मुझे पहचानते थे.. क्या खूब कला थी, खुदा की देख हुआ करती थी | एक बार बोली बात, में जमी को ख़त्म हो ने पर भी निभाती थी, कला थी.. वचन निभाने की, नाटक बन गयी.. रंगमंच पे उस खुदा के, में आज एक कटपुतली बन गयी... वचन निभाती नहीं, ऐसा सुना है मेने, दर्शकों से | क्या कहु, कला खो गयी, पर ये कला उनके लिए कायम है, जो सही में आज भी वचन को समझते है | कला खुदा की देन होती है, खुदा भी ख़ुश होते होंगे मेरे वचन ना निभाने से.. -अज़नबी किताब नाटक..
Babli BhatiBaisla
झूठे और ओछे मक्कार महात्मा को कोई नहीं पूछता काले पड़ गए मैले मनको को कोई नहीं पूजता आर्यो की धरती पर शास्त्रों का ऊंचा स्थान है भारत मां के शास्त्रियों की विश्व में अलग पहचान है लाल बहादुर शास्त्री हो या धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दोनों ने साबित कर दिखाया गरीबी नहीं पिछाड़ती महानता में पिछड़ जाते हैं धनाढ्य भी नीयत से बहुत मूर्ख लगते हैं भूख हड़ताल का नाटक करते हष्ट-पुष्ट काटा है लम्बा सफ़र आंखें मूंद कर अनपढ बहुत थे पढ़ कर समझ गए सभी जयचंद और शकुनि कौन थे बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla नाटक
श्रीमंत हेमंत मानकर
नगर में नगर महानगर.. नागपूर में 14 3ाक्तूबर को जबरदस्त जबरी धमाका.. आपके साक्षी से होने जा रहा है।.. क्या ❓❓❓ मिलते हैं ब्रेक के बाद..😜 नाटक लॉंचिंग
श्रीमंत हेमंत मानकर
आप सभी आदरणीय , गणमान्य महोदय, महामहिम, सादर निमंत्रित हैं जी..... wait & watch pls 🙏........ नाटक लॉंचिंग
श्रीमंत हेमंत मानकर
आगामी 14 आक्टोंबर.. घेऊन येत आहे.. प्रेशर कुकर मधल्या.. 'मनातली' "खदखद"... ““चिंधी बाजार””... भामरागड स्थित 3ासहाय मुलांच्या कल्याणार्थ चॅरिटी शो 3ानुदान राशी फक्त 100/-₹ स्थळ-सुरेशभट सभागृह,रेशीम बाग,नागपूर, सायं 6.00 वा 3ागत्याने येण्याचे करावे जी।। 🙏🙏🙏🌹🌹 नाटक लॉंचिंग