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    PopularLatestVideo
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VIKAS KUMAR

Dr. Reckeweg R5 homeopathy medicine 
👉Dr. Reckeweg R5 पेट और पाचन ड्रॉप एक होम्योपैथिक ड्रॉप है, जो तीव्र और जीर्ण जठरशोथ, नाराज़गी, पेट फूलना और डकार के लिए उपयोगी है। यह जठरांत्र संबंधी विकारों को दूर करने में मदद करता है और पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है।
👉मुख्य सामग्री:
एनाकार्डियम, अर्जेंटीना नाइट्रिकम, आर्सेनिकम एल्बम, बेलाडोना, कार्बो वेजिटेबिलिस, कैमोमिला
👉मुख्य लाभ:
👉डकार और मुंह के दुर्गंध को दूर करता है
उल्टी के साथ पेट में जलन दर्द से राहत दिलाता है
👉गैस्ट्रो-आंत्र विकारों और यकृत और पित्त समारोह के लिए फायदेमंद
👊भूख की कमी, कब्ज और पेट फूलना में सुधार करने में मदद करता है
खुराक:
भोजन से पहले थोड़े पानी में 10-10 बूंदें, दिन में 3 बार।

©VIKAS KUMAR
  पेट फूलना और डकार के लिए उपयोगी

पेट फूलना और डकार के लिए उपयोगी #जानकारी

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World Fact

अंतरिक्ष  में  डकार  क्यों  नही  ले  सकते
#worldfacts #nijotoshortsvideo #nojotofactsvideo #trendingvideo #amazingnojotoshorts #interestingv

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Anju Dubey

ओरिजिनल ऑडियो एक बार में कितनी बार डकार मार सकते हैं

ओरिजिनल ऑडियो एक बार में कितनी बार डकार मार सकते हैं #Comedy

250 Views

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Vinodvidrohi

हाजमा इस कदर करके तैयार बैठे हैं।
गुड़ और गोबर दोनों ही डकार बैठे हैं।
वोट बना रहे, भले ये वतन बिक जाये।
कुर्सी के लिये करके ऐसा करार बैठे हैं।
विनोद विद्रोही हाजमा इस कदर करके तैयार बैठे हैं।
गुड़ और गोबर दोनों ही डकार बैठे हैं।
वोट बना रहे, भले ये वतन बिक जाये।
कुर्सी के लिये करके ऐसा करार बैठे ह

हाजमा इस कदर करके तैयार बैठे हैं। गुड़ और गोबर दोनों ही डकार बैठे हैं। वोट बना रहे, भले ये वतन बिक जाये। कुर्सी के लिये करके ऐसा करार बैठे ह

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Mahima Jain

When one of my neighbour took *डकार*  after having Dinner at 11 p.m....

My Reaction :-
 अंकल की डकार 😱 तौबा तौबा तौबा 😂

Rough Translation: Why are you scaring me brother? 😹😹

#HappyBirthday to #Asaduddinowaisi. 

💥Collab on thi

अंकल की डकार 😱 तौबा तौबा तौबा 😂 Rough Translation: Why are you scaring me brother? 😹😹 #happybirthday to #AsaduddinOwaisi. 💥Collab on thi #YourQuoteAndMine #funnymeme #YQMeme #houseofmemes #YQMT967

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Divyanshu Pathak

प्रेम कष्ट देता है और कष्ट करने से राधिका मिलती हैं, कृष्ण मिलतें हैं ..।।।।🎆🎇🎉 ★#मित्रों_खास_आपके_लिए★

🎟प्रेम कष्ट देता है,  #नो_डाउट बिल्कुल देता है .... छोल्ले भुटूरे नहीं है कि लस्सी के साथ दबा के खाया और पिछवाड़ा झ

★मित्रों_खास_आपके_लिए★ 🎟प्रेम कष्ट देता है, #नो_डाउट बिल्कुल देता है .... छोल्ले भुटूरे नहीं है कि लस्सी के साथ दबा के खाया और पिछवाड़ा झ #इश्क़

0 Love

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Sarbjit sangrurvi

दीमक है लगता,
जो सब कुछ,
सफा चाट कर गया।
यां है दलाल कोई, 
पूंजीपतियों का  है,
जो है घर भर गया।

 हैरान हूं हमारा पैसा,
देश वासियों से छीन कर,
अपनों पे लुटाया जा रहा है।
डिजिटल इंडिया का,
नामों निशान मिटाया जा रहा है।
पूंजीपति रकम डकारें जा रहे हैं।
नेता करोड़ों का चंदा खा रहे हैं।
करोना करोना का रोना रो रो,
हमें मुकाए जा रहें हैं।
बात हमारे दिल की सुनते नहीं,
अपने मन की सुनाये जा रहें हैं।
पैट्रोल डीज़ल के दाम,
 आसमां को निगल गये,
ये ज़िन्दगी हमारी,
 नर्क बनाये जा रहें हैं।

©Sarbjit sangrurvi दीमक है लगता,
जो सब कुछ,
सफा चाट कर गया।
यां है दलाल कोई, 
पूंजीपतियों का  है,
जो है घर भर गया।

 हैरान हूं हमारा पैसा,

दीमक है लगता, जो सब कुछ, सफा चाट कर गया। यां है दलाल कोई, पूंजीपतियों का है, जो है घर भर गया। हैरान हूं हमारा पैसा, #ਜੀਵਨ

9 Love

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Harshita Dawar

भूलकर भी कभी मत भूलना
सांप अगर अपने सपनों में दुश्मन नहीं भूलता

औरत के दिल तक पहुंचकर दिल में उतरना आसान नहीं होता
अगर उतर जाएं कोई तो फिर संभलना और लौटने का रास्ता नाकाम सा ही होता 

विश्वास अगर आहार होता तो सब खा कर डकार ही मार कर हाजमा सबका ठीक ही होता
 संस्कार और नेकी कहलाती ये कर्मं हमारे और ज़िन्दगी को मुकम्मल अपने उसूलो से इंसानियत की ज़ुबानी में कुछ नेकनामी कर याद रहना जरूंरी होता  एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts की ओर से।
#भूलकर  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

भूलकर भी कभी मत भूलना
सांप अगर

एक ख़ूबसूरत #Collab Aesthetic Thoughts की ओर से। #भूलकर #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi भूलकर भी कभी मत भूलना सांप अगर

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Divyanshu Pathak

एक बच्चा मिट्टी खा रहा था 
मैंने उसके पिता को बोला 
भाई साहब आपका बच्चा मिट्टी खा रहा है
उसका बाप ऐंठ कर बोला 
मिट्टी खा रहा है 
अपना भविष्य बना रहा है
तेरे बाप का क्या जा रहा है ? मैंने उसको बोला इसमें तेरा घाटा मेरा कुछ नहीं जाता ।पर एक बात बता...
इस बच्चे को पढ़ाओगे लिखाओगे नहीं !
थोड़ा सा समझाओगे नहीं ।
उसका बाप बोला

मैंने उसको बोला इसमें तेरा घाटा मेरा कुछ नहीं जाता ।पर एक बात बता... इस बच्चे को पढ़ाओगे लिखाओगे नहीं ! थोड़ा सा समझाओगे नहीं । उसका बाप बोला

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Ripudaman Jha Pinaki

मैं हो गया हूँ आजकल बेकार आदमी
मुझसा अभी कोई नहीं बेज़ार आदमी।

बनकर निठल्ला बैठा हूँ बरसों से अपने घर
बेरोजगारी से हुआ लाचार आदमी।

पड़ता हूँ पशोपेश में उस वक्त बहुत मैं
करते हो क्या पूछे कभी जो चार आदमी।

दो बात इधर से सुनूं दो बात उधर से
सुनता हूँ सबकी बनके शर्मसार आदमी।

दिन रात तोड़ता है मुफ़्त की जो रोटियां
खा कर नहीं डकार ले मक्कार आदमी।

दुश्मन अनाज के न करें कामकाज कुछ
करते हैं वार बन के सब तलवार आदमी।

मन मेरा कोसता है खीझता है खुद ही पर
मरता नहीं क्यूं तू कहीं ऐ ख़्वार आदमी।

गुलशन था बहारों भरा एक वक्त मैं कभी
अब तो हूँ रंजोगम से मैं गुलज़ार आदमी।

मन धीरे-धीरे हो रहा है मेरा अपाहिज
तन से "पिनाकी" हो गया बीमार आदमी।

रिपुदमन झा "पिनाकी"
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©Ripudaman Jha Pinaki मैं हो गया हूँ आजकल बेकार आदमी
मुझसा अभी कोई नहीं बेज़ार आदमी।

बनकर निठल्ला बैठा हूँ बरसों से अपने घर
बेरोजगारी से हुआ लाचार आदमी।

पड़ता ह

मैं हो गया हूँ आजकल बेकार आदमी मुझसा अभी कोई नहीं बेज़ार आदमी। बनकर निठल्ला बैठा हूँ बरसों से अपने घर बेरोजगारी से हुआ लाचार आदमी। पड़ता ह #शायरी #Drops

6 Love

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#maxicandragon

रिश्तेदार 
साले सब बेकार 
कहने को है सब दिलदार 
आजमया तो निकले भंगार
रिश्तेदार 
हाँ वही सगे संबंधी 
हर वक़्त बनते जो तहसीलदार 
काम कि बात जब करके देखो
बनजाते बस चौकीदार 
रिश्तेदार 
हाँ वही जबान जिनकी तेज धार 
बदन चिलम सा लिए तलवार 
बस मूँह से ही है ये दिलदार
रिश्तेदार 
नहीं चाहिए ये होशियार 
अपने तो प्यारे अपने यार 
जो ले जाएं कांधे  पर पार
रिश्तेदार 
सब साले बडे होनहार 
घर में खा रहे चटनी अचार
दिखावा नंग्यायी उधारी की कार
रिश्तेदार 
बुलाओ एक को आएंगे चार
चरेंगे  सोएंगे टांगपसार
इधर उधर की करके भी न लेंगे ये एक डकार
रिश्तेदार
ये ब्रोकलीवाले  रिश्तेदार 
आओ करें इनका बहिष्कार 
भगाओ इन्हें ये सब बेकार
रिश्तेदार
गूगल से ज्यादा है  जानकार
इसकी उसकी ये करें हर बार
कुछ काम कहो तो चढा बुखार
रिश्तेदार 
सच बोलो तो है सियार
गिद्ध गिरगिट और घडियाल
मुख पे मुखौटा तन पर खाल
रिश्तेदार 
हाँ हाँ ये रिश्तेदार 
परिवार में आग लगाए
करदे सबकुछ भंटाढार 
यही है  वो सब रिश्तेदार 
#साधारणमनुष्य #Sadharanmanushya

©#maxicandragon रिश्तेदार 
साले सब बेकार 
कहने को है सब दिलदार 
आजमया तो निकले भंगार
रिश्तेदार 
हाँ वही सगे संबंधी 
हर वक़्त बनते जो तहसीलदार 
काम कि बात जब

रिश्तेदार साले सब बेकार कहने को है सब दिलदार आजमया तो निकले भंगार रिश्तेदार हाँ वही सगे संबंधी हर वक़्त बनते जो तहसीलदार काम कि बात जब #Poetry #Family #Sadharanmanushya #साधारणमनुष्य

7 Love

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anil kumar y625163

एक बच्चे को साइकिल चाहिए थी . उसके मा बाप ने मना कर दिया तो वो उदास हो गया . फिर उसके दीमाग में एक ख्याल आया की क्यू नहीं वो भगवान् से साइकि

एक बच्चे को साइकिल चाहिए थी . उसके मा बाप ने मना कर दिया तो वो उदास हो गया . फिर उसके दीमाग में एक ख्याल आया की क्यू नहीं वो भगवान् से साइकि

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Anonymous Avery

हिन्दी है हम
सेमीफाइनल 
"व्यंग "
'Poem in caption' लगता है चुनाव का बिगुल बजा 
गरीबों पे जो नजर पड़ा 
बेरोजगारी, गरीबी और विकास की बातें होने लगी 
करोडों की जो राहत राशि बँटने लगी 
कैसा चक्कर

लगता है चुनाव का बिगुल बजा गरीबों पे जो नजर पड़ा बेरोजगारी, गरीबी और विकास की बातें होने लगी करोडों की जो राहत राशि बँटने लगी कैसा चक्कर #yqbaba #yqdidi #collabwithpnp #pennpopcorn #pnphindi #pnphindihaihum #pnphhhsemif1 #pnpvyanga

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Gopal Lal Bunker


रोटी
~~~~

भूख पेट की है आग बड़ी।
बैठी है तन ज्यों सोन चड़ी।।
जीव जगत को जो लगती है।
पेट भरे से जो मिटती है।।
⚡✨⚡✨⚡
भूख लगी तो सब संसारी।
करने लगे मेहनत भारी।।
काम-धाम कर अर्थ कमाएं।
लेकर दानें खाना खाएं।।
⚡✨⚡✨⚡

( कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें )

@ गोपाल 'सौम्य सरल'





दाल-भात या रोटी प्यारी।
खाते हैं सब जन घरबारी।।
रोटी सब्जी बहुत सुहाये।
मय चटनी जी भर जाये।।
    ⚡✨⚡✨⚡
माँ रोटी में रस भरती है।
स्वाद भोज में करती है।।
दादी अपने हाथ खिलाती।
सब बच्चों को बहुत सुहाती।।
    ⚡✨⚡✨⚡
रोटी घर की बहुत सुहाये।
सभी पेट भर खाना खाये।।
तोंद डकारें ले इठलाती।
नींद बहुत फिर सबको आती।।
    ⚡✨⚡✨⚡
रोटी की आती है रंगत।
जैसी हो तन मन की संगत।।
मन होता है सबका वैसा।
खाते हैं जो दाना जैसा।।
    ⚡✨⚡✨⚡
रोजी जैसी रोटी मिलती।
रोटी जैसी काया फलती।।
नीयत जैसी रोजी-रोटी।
होती सद् या होती खोटी।।
    ⚡✨⚡✨⚡
प्राण जीव का है ये रोटी।
इस खातिर है लूट खसोटी।।
गिरा आदमी रोटी खातिर।
लूटे सबको बनकर शातिर।।
    ⚡✨⚡✨⚡
नेक हृदय सब जन काम करो।
नेक कमाई से नाम करो।।
भूखे को तुम भोजन देना।
छीन निवाला दोष न लेना।।
    ⚡✨⚡✨⚡
 #रोटी #रोटीकीकीमत #रोटियाँ #चौपाई #कोराकाग़ज़ #glal #yqdidi

 [ चौपाई: 13/06/2022 ]~
~~~~~~~~~~~~~~
              रोटी
            ~~~~

भूख प

#रोटी #रोटीकीकीमत #रोटियाँ #चौपाई #कोराकाग़ज़ #glal #yqdidi [ चौपाई: 13/06/2022 ]~ ~~~~~~~~~~~~~~ रोटी ~~~~ भूख प

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Ashok Mangal

जनहित की रामायण - 61
रोजगार का सीधा हाथ, जड़ से काट रहें है !
उल्टे हाथ में अन्न बाँट, वाहवाही चाट रहे हैं !!
बँटे अन्न की बचत भी, असल में नगण्य ही है !
उससे ज्यादा रकम तो, कर बढ़ाके वसूल ली है !!
देश के उत्पादन को घटा आयात बढ़ा रहे है !
अपने हाथों अपनी अर्थव्यवस्था डुबा रहे हैं !!
दाने दाने को मोहताजी घर बिठा दिये कामकाजी !
कोर्पोरेट ही संगी साथी, कोर्पोरेट को रखते राजी !!
ऋण माफ़ी में बैंको के 10 लाख करोड़ उड़ा दिये !
घाटे में बैंको ने 5 लाख करोड़ गवां दिये !!
एनपीए तहत तीस लाख प्लस करोड़ डूब के कगार पर !
आम जन की बैंक जमा, असुरक्षित पांच लाख पार पर !!
(कृपया: क्रमशः कैप्शन में पढ़े) ( quote से आगे )
देश की अर्थव्यवस्था टिकी थी जिस जिस आधार पर !
लहुलुहान किया उन्हें, नाना प्रकार के प्रहार कर !!
छोटे मोटे व्यापार, बहुराष्ट

( quote से आगे ) देश की अर्थव्यवस्था टिकी थी जिस जिस आधार पर ! लहुलुहान किया उन्हें, नाना प्रकार के प्रहार कर !! छोटे मोटे व्यापार, बहुराष्ट

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vinay vishwasi

राजनीति के ठेकेदार

दंगों में धकेल युवा को कर रहे उनको बेकार।
अपनी रोटी सेंक  रहे, राजनीति  के  ठेकेदार।

खुद दंगा भड़काते नेता,निर्दोषों को पिटवाते।
सारे दल एक ही  हैं, जो  लोगों को  लड़वाते।
उनको इस लड़ाई में  खुशियाँ मिलती अपार।
अपनी रोटी सेंक  रहे, राजनीति  के  ठेकेदार।
 
(पूरी कविता caption में पढ़ें और जरूर पढें) राजनीति के ठेकेदार

दंगों में धकेल युवा को कर रहे उनको बेकार।
अपनी रोटी सेंक  रहे, राजनीति  के  ठेकेदार।

खुद दंगा भड़काते नेता,निर्दोषों को

राजनीति के ठेकेदार दंगों में धकेल युवा को कर रहे उनको बेकार। अपनी रोटी सेंक  रहे, राजनीति  के  ठेकेदार। खुद दंगा भड़काते नेता,निर्दोषों को

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

"कोरोना मुक्ति चालीसा"

                 दोहा 

"कोरोना" के नाम का, रोना हो जाये बन्द।
केवल इससे बचाव के, कर लो आप प्रबंध।।

                  चौपाई

     जय जय हे कोरोना देवा।
     चीन ने कीन्ही तुम्हरी सेवा।

     समझा निज का तुमको रक्षक।
     बन गये तुम उसके ही भक्षक।।

     चीन ने तुम पर कीन्ह भरोसा।
     पर तुम्हरा मन ना संतोषा।

     जिसने तुमको पाला पोषा।
     उसको तुमने दीन्हा धोखा।।

     कर बेवफाई पैर पसारा।
     पालक जन को तुमने डकारा।।

     भ्रष्टाचार सा अवसर पाकर।
     सब देशन मा घुसि गए जाकर।।

     ध्यान रखो सब बाल वृद्ध जन।
     युवक, युवती अन्य सब परिजन।।

     खांसी जुकाम और दर्द गले मा।
     दिक्कत होय सांस लेवे मा।।

     यहि लक्षण जो कोई मा पावें।
     सदा ही इनसे दूरी बनावें।।

     मास्क लगाई फिरहु तजि डर का।
     बिना काम नही छोड़हु घर का।।

     हाथ मिलाई न, करहु नमस्ते।
     भीड़ भाड़ से नापहु रस्ते।।

     साफ सफाई सब तनि राखहु।
     आस पास कुछ मैल न राखहु।।

     घर पर आई के हाथ मलि धोवहु।
     निर्भय इधर उधर फिर डोलहु।।

     "कोरोना" को तजि फिर रोना।
     जग से मिटि जाय यहि "को-रोना"।

     हम सब जंग लड़ेंगे तुझसे।
     हम सब नही डरेंगें तुझसे।।

    पी.एम. संग हैं हम जनता गण।
    हर पल हर दिन जीवन के हर क्षण।।

    स्वस्थ रहेंगे, स्वच्छ रहेंगे।
    सब निर्भय और मस्त रहेंगे।।

    अफवाहों पर ध्यान न देवें।
    कान सुनी पर ध्यान न देवें।।
  
    पालन कर सरकारी ज़न का।
   रखहु सुरक्षित जीवन धन का।।
 
    "पी.के." ध्यान बात यहि लावै।
     कोस दूर कोरोना भागै।।

                  दोहा

कोरोना बुरी आत्मा, तुम्हरा सत्यानाश।
तुम्हरे बुरे विचार का, होगा महाविनाश।।

विश्व के हम सब एक हो, करेंगे ऐसा उपाय।
जड़ से तू मिट जाय, फिर कबहूँ ना आय।।

           कविपं. प्रशान्त कुमार पी.के.
                साहित्य वीर अलंकृत
                       आशुकवि
                    पाली - हरदोई
                      उत्तर प्रदेश
                  8948892433 #"कोरोना मुक्ति चालीसा"

                 दोहा 

"कोरोना" के नाम का, रोना हो जाये बन्द।
केवल इससे बचाव के, कर लो आप प्रबंध।।

#"कोरोना मुक्ति चालीसा" दोहा "कोरोना" के नाम का, रोना हो जाये बन्द। केवल इससे बचाव के, कर लो आप प्रबंध।।

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प्रशान्त कुमार"पी.के."

"कोरोना मुक्ति चालीसा"

"कोरोना" के नाम का, रोना हो जाये बन्द।
केवल इससे बचाव के, कर लो आप प्रबंध।।

जय जय हे कोरोना देवा।
चीन ने कीन्ही तुम

"कोरोना मुक्ति चालीसा" "कोरोना" के नाम का, रोना हो जाये बन्द। केवल इससे बचाव के, कर लो आप प्रबंध।। जय जय हे कोरोना देवा। चीन ने कीन्ही तुम

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Gopal Lal Bunker

 वक़्त का माजरा
~~~~~~~~~~~~~~~

मटरगश्ती का आलम बड़ा भरपूर था
चढ़कर शजर पर चाँद को देखते थे
ओढ़ कर कर शर्म को आईने देखते थे

फिर न जाने कैसे वक़्त बदला, कैसे हम बदले
बदल गया आलम, बदल गए जमाने
अब सिर्फ़ वो दौर क्या
ज़िंदगी ही बदल गई

बदले पल पल तो 
बदल गया वक़्त,
वक़्त का ही ये सितम था 
कि सब कुछ बदल गया,
पहनते थे जो घड़ी हम कभी
वक़्त के साथ वह घड़ी भी बदल गई
( Read Full In Caption )
✍️ गोपाल'सौम्य सरल'

 #वक्त #पताहीनहींचला #restzone #rztask451 #glal #yqdidi #rzलेखकसमूह #वक्तकामाजरा

वक़्त का माजरा
~~~~~~~~~~~~

मटरगश्ती का आलम बड़ा भरपूर था

#वक्त #पताहीनहींचला #restzone #rztask451 #glal #yqdidi #rzलेखकसमूह #वक्तकामाजरा वक़्त का माजरा ~~~~~~~~~~~~ मटरगश्ती का आलम बड़ा भरपूर था

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Naresh Chandra

कृपया अनुशीर्षक मे जरूर पढ़े
एक टैक्स पेयर का दर्द
🙏धन्यवाद🙏

©Naresh Chandra न्यायपालिका Supreme Court
से विनम्र निवेदन

*देशहित के लिए हर एक को भेजें*

*तुम हमें वोट दो; हम तुम्हें-*
... लैपटॉप देंगे ..
... स्कूटी दे

न्यायपालिका Supreme Court से विनम्र निवेदन *देशहित के लिए हर एक को भेजें* *तुम हमें वोट दो; हम तुम्हें-* ... लैपटॉप देंगे .. ... स्कूटी दे #विचार #Mic

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टाइम है तो मां पिताजी और बेटे का वाक्य सुन लो

*"आंख" मूंदे रहे "जिम्मेदार" और ₹31लाख "डकार" गए "भ्रष्टाचारी"* 
👉टीएसी की जांच में अमौली के आजमपुर गढ़वा गांव में खुला बड़ा घोटाला!
👉तत्तका

*"आंख" मूंदे रहे "जिम्मेदार" और ₹31लाख "डकार" गए "भ्रष्टाचारी"* 👉टीएसी की जांच में अमौली के आजमपुर गढ़वा गांव में खुला बड़ा घोटाला! 👉तत्तका #News

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अज्ञात

पेज-92
यहाँ आज हर बहन भोजन के साथ बारात में आये आनंद की चर्चाओं में व्यस्त हैं... विशाल जी नौसाद साहब बड़े चाव से प्लेट पर डोसा लिये बतिया रहे हैं... सुमित भैया कॉफी का लुफ़्त लेते दिख रहे हैं जिनकी बगल में इरफान भाई मोबाईल पर विडिओ बना रहे हैं... यहाँ से यशपाल जी पूरी लेने को आते दिखते हैं... देवेश जी का भोजन लगभग हो चुका.. शायद अब वो मिष्ठान की ओर बढ़ रहे हैं.. जेपी साहब अभी धीरे धीरे हर व्यंजन का स्वाद लेने उत्तर से दक्षिण पूरब से पश्चिम चारों ओर भ्रमण पर हैं...
कहीं संदीप शब्बीर जी हिसाम साहब के साथ दही बल्ले तोड़ रहे हैं.. तो कहीं शर्मा जी अपने भावी विवाह की योजना इस आभासी विवाह को आधार मान,  गुणांक पर गुणांक करते जा रहे हैं और मीठे पर मीठा लिये जा रहे हैं..सुभ्रो जी अब्र जी के साथ हो लिये और आपस में कथाकार की त्रुटियों पर सूक्ष्म विश्लेषण कर किसी निष्कर्ष की पहुंचना चाह रहे हैं मगर हाथों में रखी प्लेट और प्लेट में रखी जलेबियाँ उन्हें पहुंचने नहीं दे रहीं.. शुक्र है स्टॉल के बगल में ही खड़े हुये हैं वरना कितनी बार आना जाना पड़ता उन्हें... 
कथाकार को किसी के आने की आहट हुई..
आगे कैप्शन में.. 🙏

©R. K. Soni #रत्नाकर कालोनी
पेज-92
 कथाकार ने देखा,  बिजली रानी के साथ ताऊ जी सीधे विशाल जी की तरफ बढ़े आ रहे हैं... ये आये... ये आ गये .. ये.. ये... और

#रत्नाकर कालोनी पेज-92 कथाकार ने देखा, बिजली रानी के साथ ताऊ जी सीधे विशाल जी की तरफ बढ़े आ रहे हैं... ये आये... ये आ गये .. ये.. ये... और #प्रेरक

41 Love

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#CTK -Funny 0r Die

तेरे नाम का व्रत करवाचौथ कैसे मनाऐं  (पुरुष)

इस देश में सौ त्यौहार ऐसे हैं कि यदि पत्नी न करे तो पति की जान को खतरा है एक भी त्यौहार ऐसा नहीं जो पति न करे तो पत्नी को जुकाम भी हो जाए।

खैर (In Caption) यदी आप को देर से उठने की आदत है या आप देर तक सोते हैं तो करवाचौथ के दिन ऐसा बिल्कुल न करें।

सबसे पहले जल्दी से उठकर तैयार होकर बाहर निकल जा

यदी आप को देर से उठने की आदत है या आप देर तक सोते हैं तो करवाचौथ के दिन ऐसा बिल्कुल न करें। सबसे पहले जल्दी से उठकर तैयार होकर बाहर निकल जा #ctk

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Asha Giri

सत्य कथन।। "आँखें भगवान का रूप निहारती गयी"।
यह सत्य कथन  मेरे साथ दो बार घटित हुए।
जीवन मे वैसे कई तीर्थ धाम गयी,पर भगवान की छवि पर मोहित होना मात्र द

"आँखें भगवान का रूप निहारती गयी"। यह सत्य कथन मेरे साथ दो बार घटित हुए। जीवन मे वैसे कई तीर्थ धाम गयी,पर भगवान की छवि पर मोहित होना मात्र द

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Akash Chavan

#आकार
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Kamal bhansali

Impossible  अंह से त्रस्त इंसान के लिये कुछ नहीं होता आसान
अपनें अंह से ही आज हर कोई परेशान
स्वयं को ऊंचा समझना 
और 
दुसरो को नीचा समझना
इस सोच का नाम ही अभिमान
सच मानों
कठिनता का है यह चिंतन पथ 
 रोक रहा सफलता का हर रथ
छोड़ देंगे अंहकार
तो हर सपना होगा सफल साकार
जीवन को मिलेगा 
विस्तृत समर्थ समृद्ध आकार
✍️कमल भंसाली


 #NojotoQuote समृद्ध आकार

समृद्ध आकार

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अदृश्य रंग

बिखरी मेरी हर ख्वाहिश,
को समेट लेना चाहता हुं।
पुरोकर फिर से उसे एक,
 नया आकार देना चाहता हुं।।

©अदृश्य रंग
  # नया आकार

# नया आकार #जानकारी

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